चिंता की बारिश : रेड जोन में आने के बाद रतलाम जिला प्रशासन हुआ अलर्ट, भारी बारिश का दौर अब तक नहीं थमा, इमरजेंसी नंबर जारी

बवंडर से फसले हुई चौपट, कई कच्चे मकान भी धराशायी, जिले के सभी तालाब लबालब, पढ़िये पूरे जिले की स्थिति –

पब्लिक वार्ता – रतलाम,
जयदीप गुर्जर। जिले में बीती रात से हो रही लगातार तेज बारिश शनिवार शाम तक भी नहीं थमती नजर आ रही हव। वहीं मौसम विभाग ने रतलाम को रेड जोन में रख कर भारी बारिश की चेतावनी पहले ही जारी कर दी है। इसके बाद से जिला प्रशासन अलर्ट मोड पर आ गया है। कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी अधिकारियों के साथ मिलकर लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए है। कलेक्टर ने तहसीलदार, नायब तहसीलदार, कोटवार, होमगार्ड के जवान, पुलिस जवान तथा अन्य विभागों की टीम को प्रो एक्टिव मोड पर रहने के निर्देश जारी कर दिए है। गठित टीम सक्रियता से मूवमेंट करते हुए तालाबों, जल संरचनाओं, पुलियाओं व नदियों पर मूवमेंट करते हुए नजर रख रही है। फिलहाल जिले में किसी भी स्थान से अब तक कोई अप्रिय स्थिति या सूचना नहीं मिली है। प्रशासन ने जिला स्तरीय कंट्रोल रूम कलेक्ट्रेट परिसर में स्थापित किया है। इसके इमरजेंसी नंबर 07412 270 416 है। कंट्रोल रूम 24 घंटे नजर बनाए हुए है। किसी भी प्रकार की जानकारी व सहायता इन नंबर पर उपलब्ध रहेगी।

जिले में जिन स्थानों पर पर पुलिया या रपट ओवरफ्लो हो रही है, वहां मौके पर नायाब तहसीलदारों को भेजा गया है। पुलिस एवं होमगार्ड के जवान भी तैनात किए गए है। बहाव वाले स्थानों पर वाहनों व लोगों को पार करने से सख्ती से रोका जा रहा है।

122 स्थानों पर निगरानी, ढोलावाड़ डेम के 4 गेट खोले :
जिले में जल संसाधन विभाग के समस्त 122 छोटे-बड़े तालाबों पर कर्मचारी तैनात किए गए है। जो तालाबों में जल बहाव की स्थिति पर नजर रख रहे है। विभाग के 98 छोटे तालाब तथा 22 बड़े बैराज है, जहां पर निगरानी दल तैनात है। शाम तक की स्थिति में विभाग के लगभग 70 छोटे तालाबों के वेस्ट वेयर चालू थे। सभी तालाब अपनी पूर्ण क्षमता में भर चुके हैं। वहीं शाम 4 बजे तक धोलावाड़ सरोज सरोवर डेम के चार गेट खोले जा चुके है।
जिले के बाजना में प्रशासन द्वारा करण नदी और तेलनी नदी पर होमगार्ड के जवानों की तैनाती की गई है। सैलाना एसडीएम ने बताया कि ग्राम गोवर्धनपुरा में तेज हवा के बवंडर के कारण 7 किसानो की फसलों में नुकसानी हुई है। जिनका सर्वे करके आरबीसी 6 _4 के तहत सहायता दी जाएगी। सैलाना नगरीय क्षेत्र के शिवगढ़ मार्ग पर पानी के कारण जाम की स्थिति का जायजा लेने के बाद प्रशासन से जेसीबी की मदद से पानी की निकासी कराई।

निचली बस्तियों में निगरानी, पूरा अमला अलर्ट :
रतलाम ग्रामीण एसडीएम ने बताया कि भदवासा से सिखेड़ी मार्ग पर गंगायता नदी पुल के ऊपर बहने के कारण आवागमन रोक दिया गया। मऊ – बिरमावल मार्ग तथा बिरमावल – जबड़ा मार्ग पर पुल के ऊपर पानी बहने के चलते चौकीदारों की तैनाती की है। छतरी – जबड़ा मार्ग पर पुलिस जवान एवं चौकीदार तैनात किए गए।
रतलाम शहर में राजस्व, पुलिस तथा नगर निगम की टीम समन्वय बनाकर निचली बस्तियों में सतत निगरानी रख रही है। करमदी, कनेरी, मथुरी गांव में रपट पर जल बहाव के कारण होमगार्ड जवानों तथा कोटवार को तैनात किया गया है। मौके पर नायब तहसीलदारों को भी भेजा गया है।
जावरा एसडीएम ने बताया कि जावरा अनुभाग में कहीं किसी मार्ग पर वर्षा के कारण यातायात अवरुद्ध नहीं है। आलोट एसडीएम ने बताया कि अनुभाग में विगत रात से जारी बारिश के कारण ग्राम जोयन,थूरिया, किशनगढ़, धतुरिया, ददियाखेड़ी, भोजाखेड़ी, भूतिया आदि में शिप्रा नदी का जलस्तर बढ़ जाने से पुल, रपटो व पुलियाओ पर लगातार पानी का स्तर बढ़ा हुआ है। मौके पर संबंधित ग्रामों के कोटवार को लगाया है। ग्रामीणों को पुल से गुजरने से रोका जा रहा है। ग्राम अवलिया सोलंकी तथा कस्बा आलोट के राम सिंह दरबार क्षेत्र में अत्यधिक वर्षा के कारण एक कच्चे मकान के गिरने की शिकायत तथा कुछ मकानों में बारिश का पानी घरों में घुसने से सामान के नुकसान की संबंधी शिकायतें प्राप्त हुई है। मौके पर संबंधित तहसीलदार एवं नायब तहसीलदार को भेजकर प्रभावित व्यक्तियों के रुकने व भोजन के लिए ग्राम पंचायत और नगर परिषद के माध्यम से ग्राम पंचायत अरवलिया सोलंकी में पंचायत भवन तथा कस्बा क्षेत्र में रैन बसेरा भवन में व्यवस्था की गई है। अतिवृष्टि से मकान गिरने व पानी भरने से नुकसान की रिपोर्ट बनाकर आर्थिक सहायता हेतु प्रकरण स्वीकृत किए गए। क्षेत्र में अब तक किसी भी प्रकार की जनहानि पशु हानि नहीं हुई छह।

24 घंटे में कोटा पूरा : जिलेभर में तेज बारिश का दौर जारी, नदी – नाले आए उफान पर

 

मौसम विभाग का अलर्ट, ढोलावाड़ जलाशय के 6 में से 3 गेट खोले, केदारेश्वर झरना भी आया अपने रंग में, देखे वीडियो

पब्लिक वार्ता – रतलाम,
जयदीप गुर्जर। शुक्रवार को दोपहर से शुरू हुई भादो की बारिश पूरी रात जारी रही। तेज बारिश का सिलसिला अब तक जारी है। भारी बारिश के कारण जहां रतलाम का मुख्य पेयजल स्त्रोत ढोलावड जलाशय लबालब हो गया है वहीं दोपहर तक उसके 6 में से 3 गेट खोल दिए गए है। भारी बारिश के कारण आसपास अंचल में कई नाले – नदियां उफान पर आ चुकी है। कई पेड़ व कच्चे मकान धराशाई होने की भी सूचना है। जिस कारण गांवों के रास्ते बन्द हो गए है। तेज बारिश के चलते रतलाम कलेक्टर नरेंद्र सूर्यनवंशी ने स्कूलों व आंगनवाड़ी में अवकाश घोषित कर दिया है। मौसम विभाग ने रतलाम में 3 दिन अतिभारी वर्षा की चेतावनी जारी कर दी है। वहीं प्रशासन ने नागरिकों के सभी पिकनिक स्पॉट व जल क्षेत्र में जाने पर रोक लगा दी है। देखिए वीडियो –

जारी आंकड़ों के अनुसार 24 घंटों के दौरान जिले में औसतन 5 इंच बारिश रिकॉर्ड की गई। इसको मिलाकर जिले में इस बार अब तक कुल 40 इंच बारिश हो चुकी है। हालांकि पिछले वर्ष की तुलना में यह अब भी 5 इंच कम है। जिले में सर्वाधिक वर्षा बाजना तहसील में हुई जहां 24 घण्टों में 10 इंच बारिश हुई। बाजना में अब तक कुल 55 इंच बारिश हो चुकी है और यह पिछले वर्ष की तुलना में 14 इंच अधिक है। इसी तरह रतलाम में 24 घण्टों के दौरान 3.5 इंच वर्षा दर्ज की गई। रतलाम में अब तक कुल 27 इंच बारिश हुई है, जो पिछले वर्ष की तुलना में 6 इंच कम है। जिले के जावरा में 3 इंच, आलोट में 7 इंच, ताल में 4 इंच, रावटी में 6 इंच और सैलाना में 5 इंच बारिश दर्ज की गई।

ढोलावाड लबालब, सभी गेट खोले :
बाजना इलाके में हुई बेहद तेज बारिश के कारण ढोलावाड जलाशय लबालब भर गया है। ढोलावाड जलाशय का एक गेट सुबह 10 बजे खोल दिया गया था जिसके कुछ मिनटों बाद दूसरा गेट भी खोला गया। दोपहर डेढ़ बजे केरीब ढोलावाड़ के 3 गेट खोल दिए गए। लगातार बारिश को देखते हुए वाटर लैवल पर लगातार निगाह रखी जा रही है।

उफान पर नदी नाले, संपर्क टूटा :
तेज बारिश के चलते नदी नालों पर बनी छोटी रपटों और पुलियाओं पर पानी होने से कई गांव का संपर्क टूट चुका है। कुछ स्थानों पर तेज हवा के कारण पेड़ गिरने से भी यातायात बाधित हुआ है। समीप के हतनारा में मलेनी नदी उफान पर है। बाजना में माही नदी में जबरदस्त उफान आया हुआ है। सैलाना के प्रसिद्ध स्थल केदारेश्वर महादेव में भी लबालब पानी भर गया है। जिस कारण शिवलिंग तक पहुंचने का रास्ता बंद हो गया है। केदारेश्वर का झरना पूरे रंग में आ चुका है।