पब्लिक वार्ता – रतलाम, जयदीप गुर्जर। एसपी राहुल कुमार लोढा ने चुनावी दौर और त्योहारों को देखते हुए पूरे जिले में गुंडा फाइल खुलवा दी है। जिले के सभी अधिकारियों को थाने के गुंडा रजिस्टर में अंकित व्यक्तियों की गुंडा परेड करने के लिए निर्देशित किया गया है। गुरुवार को शहर के चारों थानों पर दोपहर से लगी भीड़ को देखकर हर कोई हैरान था। शाम को जब एक साथ सभी को खड़ा करके चेतवानी दी गई तब मालूम हुआ कि ये सभी गुंडा लिस्ट में लिस्टेड बदमाश है। एएसपी राकेश खाखा एवं सीएसपी अभिनव बारंगे के मार्गदर्शन में रतलाम शहर के चारो थानों पर गुंडा रजिस्टर में दर्ज 110 गुंडों को थाने पर बुलाकर गुंडा परेड कराई गई। सीएसपी अभिनव बारंगे ने सभी थानों पर पहुंचकर लिस्टेड गुंडों, हिस्ट्रीशीटर से पुछताछ कर उनको चेतावनी दी।
सीएसपी ने बताया की आगामी दिनों में होने वाले विधानसभा चुनाव के दौरान शांति भंग करने पर लिस्टेड गुंडों पर कड़ी केकार्रवाई की जाएगी। सभी 110 हिस्ट्रीशीटर, गुंडों, बदमाशों को किसी भी अवैधानिक गतिविधीयो का हिस्सा नहीं बनने की समझाईश दी गई। शहर में संदिग्ध गतिविधियों में सक्रिय गुंडों के विरुद्ध प्रतिबंधात्मक व अन्य वैधानिक कार्रवाई की जाएगी। इस दौरान थाना प्रभारी स्टेशन रोड भुवानीराम वर्मा, थाना प्रभारी डीडी नगर सुरेंद्र गडरिया, थाना प्रभारी आईए राजेंद्र वर्मा, थाना प्रभारी माणकचौक प्रिती कटारे मौजूद रही।
पब्लिक वार्ता – रतलाम, जयदीप गुर्जर। सेंव, साड़ी और सोना शहर की अपनी पहचान है। इस पहचान के पीछे सोने का बड़ा रोल है, इसी सोने की आड़ में आज MCX सट्टेबाजी के काले धंधे ने जड़े जमा ली है। सेंव, साड़ी और सोने के अलावा अब “सट्टा” शहर की काली पहचान बन चुका है। पिछले 8 दिनों से थाना माणक चौक पुलिस की एमसीएक्स (MCX) सट्टेबाजों पर की गई कार्रवाई के लिए पीठ थपथपाई जा रही है। सूत्रों की माने तो अब तक MCX सट्टे में जिनको आरोपी बनाया गया है, वे सभी MCX का छोटा सट्टा करते है या करवाते है। इसके पीछे के तार बहुत लंबे और दूर तक फैले है। शहर में बुलियन व्यापार की आड़ में अवैध रूप से एमसीएक्स (MCX) का सट्टा संचालित हो रहा है। यहां व्हाइट कॉलर लोग बुलियन और सर्राफे का सफेद धंधा दिखाकर सट्टेबाजी के काले धंधे को तेजी से बढ़ा रहे है। इस काले कारोबार का महीनों का हिसाब किताब अरबों रुपयों में पहुंचता है। MCX की अवैध सट्टेबाजी से सरकार को करोड़ों के टैक्स की अलग से चपत लगाई जा रही है।
इन सफेदपोश सट्टेबाजों को पुलिस या तो जानबूझकर अनदेखा कर रही है या फिर इन तक पहुंचने के पहले ही राजनीतिक रसूख आड़े आ जाता है। पब्लिक वार्ता के पास सट्टे से जुड़ी और भी कई कड़ियां है जो पाठकों तक जल्द ही पहुंचाई जाएगी।
गैर कानूनी व काले कारनामे में हुई अचानक इस कार्रवाई के बाद पुलिस की भूमिका व सक्रियता पर भी सवाल उठ रहे है। थाना प्रभारी प्रीति कटारे के आने के बाद एक के बाद एक कड़ियां खुली, मगर ये केवल छोटे सटोरियों तक सीमित रही। इतने लंबे समय बाद अचानक हुई कार्रवाई से शहर में चर्चा बनी हुई है। लोगों का कहना है कि इतने समय तक पुलिस केवल पर्ची और क्रिकेट के सट्टे पर ही कार्रवाई क्यों करती थी? खेर देखना यह होगा कि क्या आगे कार्रवाई में शहर के इन व्हाइट कॉलर तक कानून का हाथ पहुंचेगा या नहीं? या फिर हर बार की तरह कार्रवाई को ठंडे बस्ते में डालकर खानापूर्ति कर दी जाएगी।
क्या है बुलियन का व्यापार ? : सोने-चांदी जैसी कीमती धातुओं का व्यापार बूलियन मार्केट के जरिए ही होता है। सोने की खरीद दो तरह से की जाती है। आम लोग सर्राफा बाजार से सोने की खरीददारी करते हैं। वहीं कारोबारी इत्यादि लोग वायदा बाजार के जरिए सोने की खरीददारी करते हैं। बूलियन मार्केट वह जगह होती है जहां सोने-चांदी का व्यापार वायदा बाजार (फ्यूचर मार्केट) के जरिए होता है। साथ ही ओवर द काउंटर भी सोने-चांदी की खरीददारी वहां की जा सकती है। बूलियन मार्केट 24 घंटे खुला रहता है। यहां सोना व चांदी 99 प्रतिशत शुद्ध रूप में मिलती है, जो कि ईंट, सिल्ली, सिक्के या बिस्किट के रूप होती है। सोने-चांदी के औद्योगिक इस्तेमाल से इसकी कीमतों में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं। ऐसे में बूलियन मार्केट को सोने के इन्वेस्टमेंट के लिए सबसे सुरक्षित जगह माना जाता है।
ऐसे शुरू हुआ MCX पर दबिश का दौर : माणकचौक थाना पुलिस ने एमसीएक्स सट्टा का कारोबार करने वाले फरार आरोपी को पकड़ा। पुलिस ने आरोपी का थाने से कोर्ट तक जुलूस निकाला। माणकचौक पुलिस ने एमसीएक्स का सट्टा कारोबार में फरार चल रहे आरोपी विशाल उर्फ लाला पिता अशोक दुग्गड़ निवासी भरावा की कुई को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार लाला दुग्गड़ को मुखिया बताया जा रहा है। जिसका कोर्ट तक पैदल जुलूस निकालते हुए ले जाया गया। 11 अक्टूबर को पुलिस ने चांदनीचौक क्षेत्र स्थित तालवालों की गली से सनी उर्फ बंटी (40) पिता लक्ष्मीनारायण राजोरा निवासी तेजा नगर को एमसीएक्स (MCX) का सट्टा करते पकड़ा था। उससे पूछताछ के बाद पुलिस ने 12 अक्टूबर को अंकित उर्फ लाला (34) पिता सुशील कुमार जैन निवासी सेठजी का बाजार, विजय (34) पिता मोहनलाल राठौर निवासी कल्याण नगर व पीयूष पिता राजेंद्र कुमार सोनी निवासी बिचलावास को गिरफ्तार किया। पूछताछ में आरोपियों ने विशाल उर्फ लाला, राहुल राठौड़, चरण सिंह जाट, कमलेश मराठा, दिनेश राठौर, संजय संघवी, अनिल कटकानी सहित अन्य का नाम बताया था। आरोपियों के कब्जे से जब्त दस्तावेजों से 56 लाख 11 हजार 739 रुपए का हिसाब मिला था। पुलिस फिलहाल फरार चल रहे और आरोपियों की तलाश में जुटी है।
पब्लिक वार्ता- रतलाम, जयदीप गुर्जर। मेडिकल कॉलेज में उस समय हड़कंप मच गया जब एक मानसिक रूप से बीमार महिला कॉलेज की बिल्डिंग पर दिखाई दी। महिला पाइप के सहारे नीचे उतरने का प्रयास कर रही थी। इसी दौरान वह बिल्डिंग के तीसरे माले पर फंस गई। महिला को सबसे पहले मेडिकल कॉलेज के सुरक्षा गार्ड ने देखा और पुलिस चौकी पर सूचना दी। इसी दौरान महिला का बेटा भी मौके पर पहुंचा। मां की जान बचाने के लिए वह पाइप के सहारे ही ऊपर चढ़ गया और महिला को संभाला। सबकुछ होता देख मेडिकल कॉलेज परिसर में लोगों की भीड़ जमा हो गई। मेडिकल कॉलेज पुलिस चौकी के एएसआई सुनील सिंह ने मौके पर फायर ब्रिगेड बुलवाई और सीढ़ी और रस्सी के सहारे बीमार महिला को नीचे उतारा गया। रेस्क्यू के बाद बीमार महिला को फिर से मेडिकल कॉलेज में भर्ती करवाया गया है।
जानकारी के अनुसार घटना करीब 10:30 बजे की है जब मेडिकल कॉलेज के गार्ड ने देखा कि एक महिला तीसरे माले की खिड़की के पास बैठी हुई है। मेडिकल कॉलेज स्थित पुलिस चौकी पर इसकी सूचना गार्ड ने दी। देखते ही देखते लोगों की भीड़ जमा हो गई। किसी को भी समझ नहीं आ रहा था कि महिला आखिर तीसरे माले की खिड़की के बाहर पहुंची कैसे। इसी दौरान महिला का बेटा महेश चरपोटा मौके पर पहुंचा। अपनी मां को खतरे में देख महेश पाइप के सहारे तीसरी मंजिल पर चढ़ गया और मां को जाकर संभाला। महिला के रेस्क्यू के लिए फायर ब्रिगेड की टीम भी मौके पर पहुंची और मेडिकल कॉलेज चौकी पुलिस की मदद से महिला को सुरक्षित नीचे उतार लिया गया।
महिला के बेटे महेश ने बताया कि वह इमलीपाड़ा बाजना के रहने वाले हैं। पिताजी की मृत्यु के बाद माता पारी बाई मानसिक रूप से बीमार हो गई है। उन्हें 17 तारीख को मेडिकल कॉलेज में भर्ती करवाया था। वह नाश्ता लेने बाहर आया था तभी उसकी मां अस्पताल की छत पर पहुंच गई और पाइप के सहारे नीचे उतरने का प्रयास करने लगी। बहरहाल गनीमत रही कि समय रहते पुलिस और फायर ब्रिगेड की मदद से महेश ने अपनी मां की जान बचा ली। अन्यथा कोई जानलेवा हादसा हो सकता था।