मैदान में मयंक : पारस दादा के समर्थन में निकले युवा नेता मयंक जाट, विजय तिलक लगाकर लोगों ने किया स्वागत

मयंक जाट के मोर्चा संभालते ही राजनीतिक गलियारों में चुनावी चर्चा हुई तेज

पब्लिक वार्ता – रतलाम,
जयदीप गुर्जर। विधानसभा चुनाव में शहर के कांग्रेस प्रत्याशी पारस सकलेचा “दादा” के चुनाव प्रचार ने अब गति पकड़ ली है। इसी बीच युवक कांग्रेस के जिलाध्यक्ष और कांग्रेस के कद्दावर नेता मयंक जाट ने भी मोर्चा संभाल लिया है। हालांकि मयंक शुरू से ही प्रचार में जुटे है मगर मंगलवार शाम कांग्रेस नेता मयंक जाट बगैर प्रत्याशी अपने समर्थकों के साथ जनसपंर्क पर निकले। मयंक के इस जनसंपर्क के बाद से चुनावी सरगर्मी तेज हो गई है। वहीं राजनीतिक गलियारों में चर्चाएं तेज हो गई है। चर्चा इसलिए भी तेज है क्योंकि निकाय चुनाव में महापौर प्रत्याशी रहे जाट ने भाजपा के सामने एक चुनौती खड़ी कर दी थी। निकाय चुनाव में भाजपा ने अपनी लीड भी खो दी थी। मयंक युवाओं में चर्चित चेहरा है उसके अलावा महिला वर्ग व छोटे बच्चों में भी मयंक का अपना फेन बेस मजबूत बना हुआ है। अब विधानसभा चुनाव में एक और पारस सकलेचा प्रचार का मोर्चा संभाले है तो दूसरी और मयंक जाट।

जनसंपर्क के दौरान विजय तिलक लगाती बालिका

सकलेचा के समर्थन में युवक कांग्रेस जिलाध्यक्ष मयंक जाट ने गांधी नगर स्थित श्री राधाकृष्ण मन्दिर में भगवान का आशीर्वाद लेने के बाद वार्ड 1 व 2 में  जनसम्पर्क किया। इस दौरान क्षेत्र में बच्चों से लेकर बड़े तक मयंक के स्वागत में जुट गए। बालिकाओं ने विजय तिलक लगाकर जनसंपर्क पर आए कार्यकर्ताओं का स्वागत किया। वहीं दूसरी और कांग्रेस प्रत्याशी पारस सकलेचा ने चांदनी चौक में जनसंपर्क किया। मयंक जाट ने बताया कि जनता का प्रेम व आशीर्वाद कांग्रेस के साथ है। शहर में विकास के नाम पर भोली भाली जनता को केवल ठगा गया। जनता ने परिवर्तन का मन बना लिया है और यह परिवर्तन जनता अपने मत का प्रयोग कर बहुत जल्द लाने वाली है। रतलाम सहित प्रदेश में कांग्रेस अपनी सरकार बनाने जा रही है। भाजपा से गरीब व अमीर सभी तबके के लोग परेशान है। जनसंपर्क में शहर कांग्रेस अध्यक्ष महेंद्र कटारिया, कार्यकारी अध्यक्ष शैलेंद्र सिंह अठाना, प्रेमलता दवे, सुजीत उपाध्याय, संजय दवे आदि कांग्रेस कार्यकर्ता उपस्थित थे।

समर्थकों के साथ मौजूद कांग्रेस प्रत्याशी सकलेचा

चुनावी रण में डॉक्टर साहब : ग्रामीण में भाजपा – कांग्रेस के विकल्प बनकर निर्दलीय उतरे डॉ. अभय ओहरी?, चौपालों से जमा रहे रंग

नेता नहीं आपके बीच आपका बेटा और सेवक बनकर आया हूं – डॉ. ओहरी

पब्लिक वार्ता – रतलाम,
जयदीप गुर्जर। रतलाम ग्रामीण से निर्दलीय नामंकन दाखिल करने के बाद जयस नेता डॉ. अभय ओहरी ने भी विधानसभा के चुनावी रण में अपना बिगुल फूंक दिया है। डॉ. ओहरी लगातार ग्रामीण क्षेत्रों का दौरा करने में व्यस्त है। इनकी चौपाल पर चर्चा के अंदाज ने सबको हैरत में डाला हुआ है। डॉ. ओहरी के मैदान में आने के बाद ग्रामीण में तीसरे विकल्प के कयास लगने तेज हो गए है। डॉ ओहरी के जनसपंर्क को “बदलाव के लिए तैयार है हम” अभियान का नाम दिया गया है। चौपाल बैठकों में आने वाले नागरिक अपनी – अपनी समस्याओं से डॉ. ओहरी को अवगत करवा रहे है। मंगलवार को डॉ. अभय ओहरी ने समर्थकों के साथ 4 पंचायतों में जनसपंर्क किया। जिसमें राजपुरा, सरवनी खुर्द, बिबड़ोद, रामपुरिया व पलसोड़ी में चौपाल बैठक आयोजित की गई। इस दौरान पूर्व विधायक श्रीमति लक्ष्मीदेवी खराड़ी ने डॉ. ओहरी का स्वागत कर जीत के लिए अग्रिम शुभकामनाएं दी। डॉ. ओहरी ने लक्ष्मीदेवी खराड़ी के पैर छूकर जीत का आशीर्वाद लिया।

डॉ. ओहरी ने चौपाल पर दिए एक भाषण में खुद के पीछे हटने से साफ मना कर दिया है। ओहरी ने बताया कि इस बार ग्रामीण की जनता बदलाव चाहती है। ग्रामीण का हर व्यक्ति ना भाजपा को पसंद करता है और ना ही कांग्रेस को। विपक्षी दलों द्वारा एक नई अफवाह को जन्म दिया जा रहा है। जिससे ग्रामीण की भोली भाली जनता को बरगलाया जा सके।
विपक्षी दल के लोग कान खोलकर सुन ले की मेरे द्वारा किसी भी कीमत पर नामांकन फार्म वापस नहीं लिया जाएगा। चुनावी मैदान से अब हम पीछे नहीं हटेंगे और जनता का हमें पूरा समर्थन है। इस बार पूरा विश्वास है कि जनता अपना आशीर्वाद देकर हमारी विजयी सुनिश्चित करेगी।

समर्थकों व कार्यकर्ताओं के बीच डॉ. ओहरी

ग्रामीण करेगा तरक्की, वादा है! :
डॉ. ओहरी ने जनता से संवाद करते हुए कहा कि में नेता नहीं आपके बीच आपका बेटा और सेवक बनकर आया हूं। लगातार सत्ता व शासन से आपकी मूलभूत सुविधाओं और अधिकारों की लड़ाई में आपके साथ खड़ा रहा और आगे भी खड़ा रहूंगा। पिछले जितने विधायक जीतकर आए उन्होंने ग्रामीण की हमारी भोली भाली जनता को केवल झूठे वादे और आश्वासन दिया। आपका आशीर्वाद मुझ पर बना रहा तो निश्चित ही हमारा ग्रामीण क्षेत्र उम्मीद से अधिक तरक्की करेगा यह वादा भी है और इरादा भी। समस्याओं से घिरा मेरा ग्रामीण परिवार अब बदलाव के लिए तैयार है। जनसंपर्क में जयस के कार्यकर्ता व ग्रामीण बड़ी संख्या में मौजूद रहे।

जावरा का जीवन! : निर्दलीय हुंकार भरने के बाद जीवनसिंह शेरपुर का हल्ला बोल, भाजपा – कांग्रेस की घोषणाओं पर कही दो टूक

अगर वो बोले राष्ट्र हित में वोट करना, तो आप समझना मुझे वोट करना – जीवनसिंह शेरपुर

पब्लिक वार्ता – रतलाम,
जयदीप गुर्जर। जावरा विधानसभा से निर्दलीय मैदान में उतरे जीवनसिंह शेरपुर अब हल्ला बोल मोड पर दिखाई दे रहे है। जीवनसिंह नामांकन भरने के बाद से ही क्षेत्र में जनसपंर्क पर जुट चुके है। इसी के साथ उनका जनसंपर्क अभियान तेजी से बढ़ रहा है। मंगलवार को जावरा में सरदार पटेल जयंती पर माल्यार्पण के बाद शेरपुर ने जनसंपर्क की शुरुआत की। इस दौरान शेरपुर अपने समर्थकों के साथ जावरा गोठड़ा, मुंडला, कामलिया, चौकी, सेदपुर, लालुखेड़ी, आलमपुर ठिकरिया आदि गांवों में पहुंचे। इस दौरान कार्यकर्ताओं व लोगों ने जगह – जगह उनका स्वागत किया गया। मंगलवार को जीवनसिंह ने जनसंपर्क के दौरान भाजपा व कांग्रेस दोनों पार्टियों को आड़े हाथों लिया। इसी के साथ आरोप – प्रत्यारोप की राजनीति जावरा विधानसभा में शुरू हो चुकी है। शेरपुर ने वर्तमान विधायक डॉ. राजेंद्र पांडे पर  तंज कसते हुए कहा की हमारा विधायक किसानों की फसले खराब होती है तो उसकी आवाज तक सदन में नहीं उठाता है। किसानों को पूरा मुआवजा तक नहीं मिल रहा है।

जनसंपर्क के दौरान जनता के बीच शेरपुर

निर्दलीय प्रत्याशी जीवनसिंह शेरपुर ने अपने भाषण में कहा की चाहे वो विधायक बने या ना बने, मगर जनता की समस्या आज से मेरी समस्या है और रहेगी। आपकी हर समस्यायों को प्राथमिक से दूर करूंगा।क्षेत्र का गरीब मेरे लिए पहले होगा। भाजपा वाले बोल रहे हैं हम महिलाओं को हजार रुपए देंगे तो कांग्रेस वाले बोल रहे हैं हम महिलाओं को पंद्रह सौ देंगे लेकिन हमारे बच्चों के भविष्य के बारे में कोई बात नहीं कर रहा की हम आपके बच्चे को रोजगार देंगे, अच्छी शिक्षा देंगे या अच्छी स्वास्थ्य व्यवस्था देंगे। यह लोग जितना दे रहे उस से दो गुना ले रहे है। कांग्रेस ने बाहरी उम्मीदवार को टिकट दिया। क्या पूरे विधानसभा में एक भी लायक उम्मीदवार नहीं था कि कांग्रेस को बाहर से उम्मीदवार चुनना पड़ा। कांग्रेस पुरी तरह खत्म हो गई है।