ताक पर महिला सुरक्षा : हरितालिका तीज पर पूजा करने जा रही युवती से छेड़छाड़, घंटों तक इंतजार के बाद भी नहीं पहुंची पुलिस

थाने पहुंचे भाजयुमो नेता को धक्का मारकर निकाला बाहर, प्रदर्शन के बाद एएसआई कनिक लाइन हाजिर

रतलाम – पब्लिक वार्ता,
जयदीप गुर्जर। शहर में चरमराई कानून व्यवस्था की तस्वीर शुक्रवार रात सामने आई। थाना स्टेशन रोड अंतर्गत हरमाला रोड पर हरतालिका तीज मनाने एक युवती पूजा के लिए घर से तैयार होकर जब मंदीर पहुंच रही थी तभी रास्ते में कुछ मनचलों ने उस पर ताने कंसने शुरू कर दिए। छेड़छाड़ की घटना से घबराई युवती नेज ने परिजनों को इसकी जानकारी दी। जिसके बाद क्षेत्रवासियों और परिजनों ने मौके पर आरोपियों को पकड़ लिया। क्षेत्रवासियों के अनुसार युवकों को पकड़कर पुलिस को फोन लगाए लेकिन थाना स्टेशन रोड से कोई भी जिम्मेदार घटनास्थल नहीं पहुंचा। जिसके बाद क्षेत्र के पार्षद प्रतिनिधि और भाजयुमो उपाध्यक्ष जलज सांखला, मंडल अध्यक्ष आयुष पडियार को बुलाया और सभी थाने पहुंचे। गौरतलब है की हरमाला रोड पर चौगानिया भेरु और फूल मंडी के आसपास का क्षेत्र शराबियों का अड्डा बना हुआ है और पुलिस को सूचना देने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं होती है। वहीं इस घटना ने शहर के थानों पर महिला सुरक्षा के पुलिस दावों की पोल खोल कर रख दी है।

जानकारी के अनुसार शुक्रवार की रात करीब आठ बजे दो शराबी मनचलों ने मंदिर जा रही युवती को छेड़ दिया। इसकी जानकारी लगने पर लोगों ने स्टेशन रोड थाने पर शिकायत की तो कोई कार्रवाई नहीं हुई। इस पर रहवासी भड़क गए और थाने पहुंचे। वार्ड पार्षद प्रतिनिधि जिला उपाध्यक्ष जलज सांखला व भाजयुमो मंडल अध्यक्ष आयुष पड़ियार भी उनके साथ थे। आरोप है की कार्रवाई नहीं करने पर मंडल अध्यक्ष आयुष पड़ियार जब थाने के अंदर पहुंचे तो वहां मौजूद एएसआई दिनेश कनिक ने उन्हें धक्का मारकर बाहर कर दिया। जिसके बाद भाजयुमो जिलाध्यक्ष विप्लव जैन कार्यकर्ताओं के साथ थाने पहुंच गए। यहां कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी कर विरोध किया। आक्रोशित कार्यकर्ता बदतमीजी करने वाले एएसआई दिनेश कनिक पर कार्रवाई की मांग पर अड़ गए। जिसके बाद एसएसपी राहुल लोढा ने कनिक को लाइन अटैच कर दिया। उधर युवती की ओर से भी थाने पर एफआईआर दर्ज कर ली गई।

स्वास्थ की चिंता : पाइपलाइन टूटने से टाइफाइड जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ा, श्रेष्ठ नवनिर्माण फाउंडेशन ने की अपील

रतलाम – पब्लिक वार्ता,
जयदीप गुर्जर। शहर में सड़क निर्माण कार्य के दौरान पाइपलाइन टूटने की शिकायत आमतौर पर सभी दूर देखने में आ रही है। ऐसे में उस दौरान मौजूद गड्ढों में पानी भर जाता है। यही पानी हमारे स्वास्थ पर गंभीर प्रभाव डालता है। इसी को लेकर श्रेष्ठ नवनिर्माण फाउंडेशन ने चिंता जाहिर करते हुए अधिकारियों से अपील की है। फाउंडेशन के सचिव नरेंद्र श्रेष्ठ ने बताया पाइपलाइन फूटने से पानी सड़क पर फैल जाता है और सप्लाई बंद होने के कारण गंदा पानी वापस पाइपलाइन में चला जाता है, जो अगली सप्लाई में नागरिकों तक पहुंच जाता है। इससे शहर में टाइफाइड और अन्य पानी जनित बीमारियों के फैलने का खतरा बढ़ गया है।

श्रेष्ठ ने जिला अधिकारी, स्वास्थ्य अधिकारी, और निगम के अन्य अधिकारियों से अपील की है कि वे इस गंभीर समस्या की ओर ध्यान दें और उचित कदम उठाएं। फाउंडेशन का कहना है कि पाइपलाइन टूटने से न केवल जल सप्लाई बाधित हो रही है बल्कि गंदे पानी के पुनः पाइपलाइन में जाने से नागरिकों के स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है। फाउंडेशन के प्रतिनिधियों का कहना है कि अधिकारियों को तुरंत उचित कदम उठाने चाहिए ताकि पाइपलाइन टूटने की समस्या को रोका जा सके और साफ पानी की सप्लाई सुनिश्चित की जा सके। इसके साथ ही, अधिकारियों से आग्रह किया गया है कि वे सड़क निर्माण कार्यों के दौरान पाइपलाइनों की सुरक्षा को प्राथमिकता दें और नागरिकों को बीमारियों से बचाने के लिए उचित प्रबंध करें।