Ratlam News: रतलाम रेलवे स्टेशन की समस्याओं को लेकर गौरव अजमेरा की महाप्रबंधक से मुलाकात

रतलाम- पब्लिक वार्ता,

न्यूज़ डेस्क। Ratlam News: पश्चिम रेलवे के अंतर्गत आने वाले विभिन्न रेल मंडलों की समस्याओं और यात्री सुविधाओं को लेकर क्षेत्रीय रेल उपभोक्ता सलाहकार समिति के सदस्य एवं उद्योगपति गौरव अजमेरा ने मुंबई में पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक अशोक कुमार मिश्रा से मुलाकात की।  

अजमेरा ने रतलाम रेल मंडल की प्रमुख समस्याओं पर चर्चा करते हुए रतलाम रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक पर प्रतिदिन सुबह एक ही समय में दो ट्रेनों के खड़े रहने की समस्या को प्रमुखता से उठाया। उन्होंने बताया कि रतलाम-अंबेडकर नगर एक्सप्रेस और रतलाम-कोटा ट्रेन एक ही समय पर प्लेटफार्म पर खड़ी रहती हैं, जिससे यात्री अक्सर भ्रमित होकर गलत ट्रेन में चढ़ जाते हैं और उन्हें मानसिक व आर्थिक परेशानी का सामना करना पड़ता है। उन्होंने रेलवे प्रशासन से मांग की कि एक समय में एक प्लेटफार्म पर केवल एक ही ट्रेन खड़ी की जाए, जिससे यात्रियों की परेशानी दूर हो सके।  

इसके अलावा, अजमेरा ने रतलाम रेल मंडल से गुजरने वाली यात्री ट्रेनों में रेलवे संपत्ति और यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए रेलवे सुरक्षा बल और शासकीय रेलवे पुलिस की पर्याप्त तैनाती की मांग की। साथ ही, उन्होंने पश्चिम रेलवे के अंतर्गत आने वाले सभी रेल मंडलों में रेलवे कर्मचारियों के आवासों में बेहतर मूलभूत सुविधाएं विकसित करने का आग्रह किया।  

महाप्रबंधक अशोक कुमार मिश्रा ने अजमेरा की मांगों और सुझावों को गंभीरता से सुनकर उचित निर्णय लेने का आश्वासन दिया। इस बैठक को लेकर रेलवे यात्रियों में सकारात्मक प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है और उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही इन समस्याओं का समाधान होगा।

Ratlam News: रतलाम मेडिकल कॉलेज में अमानक दवाइयों का सामूहिक दहन, डॉक्टरों ने जताया विरोध

रतलाम- पब्लिक वार्ता,

न्यूज़ डेस्क। Ratlam News: चिकित्सा महाविद्यालय रतलाम में मेडिकल टीचर एसोसिएशन रतलाम के सदस्यों ने शासकीय स्वशासी चिकित्सा महासंघ के तत्वाधान में अमानक दवाइयों का प्रतीकात्मक सामूहिक दहन किया। यह विरोध प्रदर्शन 21 फरवरी 2025 को दोपहर 1:30 बजे आयोजित किया गया, जिसमें डॉक्टरों ने शासकीय अस्पतालों में बांटी जा रही अमानक दवाइयों के खिलाफ नाराजगी जताई।  

डॉक्टरों ने जताई चिंता  

एमटीए रतलाम के अध्यक्ष डॉ प्रवीण सिंह बघेल ने बताया कि शासकीय अस्पतालों में अमानक दवाइयां आवंटित की जा रही हैं, जिससे मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं नहीं मिल पा रही हैं। इसके कारण मरीजों की तबीयत बिगड़ने पर डॉक्टरों को जिम्मेदार ठहराया जाता है, जबकि असली गुनहगार कोई और होता है।  

डॉक्टर और मरीज के परिजनों के बीच बढ़ रहे विवाद  

डॉ बघेल ने कहा कि घटिया दवाइयों की वजह से मरीजों के स्वास्थ्य में सुधार नहीं होता, जिससे डॉक्टरों और मरीजों के परिजनों के बीच झगड़े की नौबत आ जाती है। डॉक्टरों ने सरकार से मांग की है कि शासकीय अस्पतालों में गुणवत्ता वाली दवाइयां उपलब्ध कराई जाएं, ताकि मरीजों को सही उपचार मिल सके और डॉक्टरों को अनावश्यक विवादों का सामना न करना पड़े।  

प्रदर्शन में शामिल चिकित्सक  

इस विरोध प्रदर्शन में मेडिकल टीचर एसोसिएशन रतलाम के सचिव डॉ देवेंद्र नरगावे, डॉ अनिल मीणा, डॉ योगेश तिलकर, डॉ देवेंद्र चौहान, डॉ शैलेंद्र डावर सहित कई अन्य चिकित्सक उपस्थित रहे।  

डॉक्टरों की सरकार से मांग  

डॉक्टरों ने सरकार से शासकीय अस्पतालों में दवाइयों की गुणवत्ता की जांच कराने और अमानक दवाइयों की आपूर्ति पर तुरंत रोक लगाने की मांग की। यदि इस मुद्दे पर जल्द ध्यान नहीं दिया गया तो डॉक्टरों ने आंदोलन तेज करने की चेतावनी दी है।  

डॉ प्रवीण सिंह बघेल, अध्यक्ष, मेडिकल टीचर एसोसिएशन रतलाम  

डॉ देवेंद्र नरगावे, सचिव, मेडिकल टीचर एसोसिएशन रतलाम