Ratlam News: हाट रोड पर मकान की छत से संचालित हो रहा था जुएं का अड्डा, पुलिस की दबिश में 9 जुआरी गिरफ्तार, एक आरोपी फरार

रतलाम- पब्लिक वार्ता,
न्यूज़ डेस्क। Ratlam News:
रतलाम शहर के हाट रोड इलाके में मकान की छत से चल रहे जुएं के अड्डे पर डीडी नगर थाना पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। गुरुवार देर रात पुलिस ने छापा मारते हुए 9 जुआरियों को रंगे हाथों गिरफ्तार किया, जबकि एक आरोपी असलम उर्फ अस्सु छत से कूदकर फरार हो गया। पुलिस ने मौके से 14,040 रुपये नकद और 102 ताश की गड्डियां जब्त की हैं। सभी आरोपियों के खिलाफ जुआ एक्ट और प्रतिबंधात्मक धाराओं में केस दर्ज किया गया है।

गुप्त सूचना पर हुई कार्रवाई
पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि हाट रोड पर असलम उर्फ अस्सु के घर की छत पर ताश के पत्तों से जुएं का खेल चल रहा है। सूचना मिलते ही दीनदयाल नगर थाना प्रभारी रवींद्र डंडोतिया व हाट चौकी प्रभारी मुकेश सस्तिया के नेतृत्व में टीम ने घेराबंदी कर दबिश दी। इस दौरान पुलिस ने 10 में से 9 आरोपियों को मौके से पकड़ा, जबकि असलम छत से छलांग लगाकर फरार हो गया।

गिरफ्तार जुआरियों की सूची

  1. मंजुर पिता स्व. अमीनुद्दीन शाह (54), मदीना कॉलोनी
  2. रमजानी पिता रसीद खलीफा (28), वीरियाखेड़ी मेन रोड
  3. सगीर पिता गुलाम मोहम्मद अंसारी (64), मदीना कॉलोनी
  4. अब्दुल कादर पिता अब्दुल हनीफ (50), सुभाष नगर
  5. समीर पिता रसीद खलीफा (24), वीरियाखेड़ी
  6. जावेद पिता अफसार खान (24), वीरियाखेड़ी
  7. शब्बीर पिता सलीम मोहम्मद (30), शहर सराय
  8. रहीम पिता मोह. समी पठान (52), शेरानीपुरा
  9. सागीर पिता मुबारिक शाह (37), मदीना कॉलोनी
    फरार: असलम उर्फ अस्सु पिता अब्दुल रसीद, निवासी हाट रोड

छानबीन जारी
पुलिस अब फरार आरोपी असलम की तलाश में जुटी है और यह जांच भी की जा रही है कि छत पर जुएं का यह अड्डा कब से संचालित हो रहा था और इसमें और कौन-कौन शामिल है।

टीम का तालमेल रहा शानदार
इस कार्रवाई में थाना प्रभारी रवींद्र डंडोतिया, चौकी प्रभारी मुकेश सस्तिया, प्रधान आरक्षक हेमेंद्र सिंह, आरक्षक नारायण जादौन, संजय कुशवाह, सूर्यप्रसाद व सोनू सूर्यवंशी ने प्रमुख भूमिका निभाई।

Ratlam News: हल्दीघाटी एक्सप्रेस में चेकिंग स्टाफ की सतर्कता से नाबालिग बच्ची को बचाया गया, RPF को सौंपी गई जिम्मेदारी

चित्तौड़गढ़ मुख्यालय के टिकट निरीक्षक की सूझबूझ से बच्ची परिवार से बिछड़ने से बची

रतलाम- पब्लिक वार्ता,

न्यूज़ डेस्क| Ratlam News: रेल यात्राओं के दौरान सतर्क चेकिंग स्टाफ न केवल टिकट जांच में माहिर होते हैं, बल्कि संवेदनशील परिस्थितियों में भी जिम्मेदारी निभाते हैं। ऐसा ही एक मामला सामने आया हल्दीघाटी एक्सप्रेस (गाड़ी संख्या 19817) में, जहां उप-मुख्य टिकट चेकिंग निरीक्षक शंकरलाल राठौर की सतर्कता से एक 12 वर्षीय नाबालिग बच्ची को सही समय पर बचाया जा सका।

जावरा स्टेशन से चढ़ी बच्ची अकेली मिली
18 अप्रैल को ट्रेन जावरा स्टेशन से रवाना होने के कुछ देर बाद एस-1 कोच में एक नाबालिग लड़की अकेली बैठी मिली। जब टिकट की पूछताछ की गई, तो बच्ची ने बताया कि उसके पापा ने उसे बैठाया है और वे भी ट्रेन में चढ़ने वाले हैं। ट्रेन पहले ही जावरा से निकल चुकी थी, ऐसे में उप-निरीक्षक राठौर को बच्ची की बातों और उसके हावभाव में असामान्यता महसूस हुई।

पूछताछ में सामने आया बड़ा संकेत
बच्ची को अपनी सीट के पास बैठाकर श्री राठौर ने दोबारा बातचीत की, जिसमें उसने यह स्वीकारा कि वह अपने माता-पिता के पास नहीं जाना चाहती और किसी भी परिजन का संपर्क नंबर भी देने से इनकार कर दिया। इससे स्थिति की गंभीरता को भांपते हुए उन्होंने तुरंत वाणिज्य नियंत्रण कक्ष को इसकी सूचना दी।

मंदसौर स्टेशन पर RPF को सौंपी गई बच्ची
ट्रेन के मंदसौर पहुंचने पर बच्ची को रेलवे सुरक्षा बल (RPF) को सौंप दिया गया, जिससे आगे की कार्रवाई सुनिश्चित की जा सके। चेकिंग स्टाफ की तत्परता और मानवीय समझदारी के चलते बच्ची को किसी भी संभावित खतरे से बचा लिया गया।

टिकट निरीक्षकों की भूमिका सिर्फ जांच तक सीमित नहीं
यह घटना एक बार फिर साबित करती है कि रेलवे का चेकिंग स्टाफ केवल टिकट जांच तक सीमित नहीं है, बल्कि सामाजिक जिम्मेदारियों के निर्वहन में भी पूरी तरह सजग और सतर्क है। ऐसी घटनाएं रेलवे में कार्यरत अधिकारियों और कर्मचारियों की संवेदनशीलता और कर्तव्यनिष्ठा को दर्शाती हैं।

Ratlam News: 228वां निर्वाण दिवस श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया गया, रामद्वारा रतलाम में हुआ आयोजन

रतलाम- पब्लिक वार्ता,

न्यूज़ डेस्क। Ratlam News: अंतरराष्ट्रीय रामस्नेही संप्रदाय के ब्रह्मलीन प्रथम आचार्य 1008 रामचरण महाराज का 228वां निर्वाण दिवस श्रद्धा, भक्ति और सेवा के भाव के साथ मनाया गया। रतलाम के त्रिपोलिया गेट स्थित रामद्वारा पर विजयवर्गीय वैश्य समाज द्वारा इस अवसर पर विशेष आरती, पूजन, संकीर्तन, राम नाम जाप और जीवदया हेतु पक्षियों के लिए सकोरे वितरित किए गए।

गुरुदेव की साधना भूमि पर भावपूर्ण आयोजन
मुख्य अतिथि संत रामरतन राम महाराज ने अपने उद्बोधन में कहा कि वैशाख कृष्ण पक्ष पंचमी के दिन महाप्रभु रामचरण महाराज ने अपना पावन शरीर त्यागा था। यही स्थान आगे चलकर रामनिवास धाम के रूप में स्थापित हुआ और जहाँ उनकी समाधि ‘स्तंभ जी’ के नाम से जानी जाती है। उन्होंने कहा कि रामचरण महाराज ने जीवनभर निर्गुण राम की उपासना का सरल, सुगम मार्ग बताया और असंख्य लोगों का उद्धार किया।

राम नाम जाप में है मुक्ति का मार्ग
संत रामरतन राम ने बताया कि राम नाम जाप से आत्मबल बढ़ता है और जीवन की कठिनतम समस्याओं से भी पार पाया जा सकता है। रामस्नेही संप्रदाय की यह शिक्षाएं आज भी प्रासंगिक हैं और जनमानस को मार्गदर्शन देती हैं।

समाज का सहयोग रहा सराहनीय
इस अवसर पर विजयवर्गीय वैश्य समाज के अध्यक्ष रत्नेश विजयवर्गीय, महिला मंडल अध्यक्ष श्रद्धा विजयवर्गीय, राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य तनुज विजयवर्गीय, रामजस विजयवर्गीय, उपाध्यक्ष कमल राजौरिया सहित समाज के कई पदाधिकारी और सदस्य उपस्थित रहे।