सिविक सेंटर फर्जी रजिस्ट्री कांड: लोकायुक्त पुलिस ने नगर निगम व रजिस्ट्रार ऑफिस में खंगाले दस्तावेज

भ्रष्ट अधिकारियों व भूमाफियाओं पर जल्द हो सकती है एफआईआर दर्ज!

पब्लिक वार्ता – रतलाम,
जयदीप गुर्जर। नगर निगम सम्मेलन में उठे राजीव गांधी सिविक सेंटर स्थित जमीन की फर्जी रजिस्ट्री कांड की गूंज अब लोकायुक्त तक जा पहुंची है। बुधवार सुबह करीब 9 बजे लोकायुक्त पुलिस रतलाम पहुंची। टीम ने नगर निगम पहुंचकर दस्तावेज खंगालना शुरू किए। जिसके बाद टीम महलवाड़ा स्थित रजिस्ट्रार ऑफिस पहुंची। यहां भी करीब 1 घंटे तक दस्तावेज देखे गए। दोनो जगहों से लोकायुक्त की टीम फाइले एकत्रित कर अपने साथ ले गई है। सूत्रों की माने तो जल्द ही नगर निगम व रजिस्ट्रार अधिकारियों सहित कई प्रॉपर्टी के दलाल पर अनियमितता व भ्रष्टाचार की विभिन्न धाराओं में एफआईआर दर्ज हो सकती है। फिलहाल इस मामले में लोकायुक्त ने आधिकारिक तौर पर कुछ भी बताने से इनकार किया है।

आपको बता दे शहर के भूमाफिया कहे जाने वाले प्रोपर्टी ब्रोकर राजेन्द्र पितलिया पर षडयंत्रपूर्वक सिविक सेन्टर की अवैध रजिस्ट्रियां करवाने का आरोप लगातार लग रहा है। इसमें तत्कालीन निगम आयुक्त एपीएस गहरवार, उपायुक्त विकास सोलंकी सहित कई अधिकारियों पर भी भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप नगर निगम के पार्षदों ने लगाए थे। अब इनकी शिकायत लोकायुक्त व ईओडब्लू (EOW) के पास पहुंची है। लोकायुक्त ने शिकायत के बाद अपनी कार्रवाई शुरू कर दी है, वही ईओडब्लू से अभी तक किसी प्रकार की कोई कार्रवाई की सूचना नहीं मिली है।

लोकायुक्त डीएसपी सुनील तालान ने मीडिया को बताया कि सिविक सेन्टर की जमीनों की अवैध रजिस्ट्रियां कराई जाने की शिकायत लोकायुक्त पुलिस को भी प्राप्त हुई थी, जिस पर से लोकायुक्त पुलिस द्वारा मामला संज्ञान में लिया गया। इसी मामले की जांच के लिए नगर निगम व रजिस्ट्रार ऑफिस से दस्तावेज मांगे गए थे। डीएसपी ने बताया कि मामले से जुडी फाइलों के दस्तावेजों की प्रमाणित प्रतिलिपियां और कुछ अन्य जानकारियां ली गई है। इसके अलावा सिविक सेन्टर से जुडी सभी रजिस्ट्रियों की प्रतिलिपियां भी मांगी गई है। रजिस्ट्रार कार्यालय से भी नगर निगम द्वारा कराई गई सिविक सेन्टर के भूखण्डों की लीज डीड और इसके लीज धारकों द्वारा आगे अन्य व्यक्तियों को करवाई गई रजिस्ट्रियों की प्रमाणित प्रतिलिपियां ली गई है। इन दस्तावेजों के अध्ययन के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

हत्या पर आक्रोश: गिरफ्तारी के बाद परिजनों की मकान तोड़ने की मांग, एएसपी को बैठना पड़ा सीढ़ियों पर

मामला गज्जू – केशव दोहरे हत्याकांड का, फरार आरोपियों पर घोषित होगा इनाम!

पब्लिक वार्ता – रतलाम,
जयदीप गुर्जर। रतलाम में हुए दो दोस्तों के3 जघन्य हत्याकांड के खुलासे के बाद अब परिजन आरोपियों के घर तोड़ने की मांग को लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचे। आक्रोशित परिजन व मृतक के साथी बुधवार दोपहर बड़ी संख्या में एकत्रित हुए। परिजनों की मांग थी की आरोपियों की अवैध संपत्ति की जांच कर अवैध निर्माण तोड़ा जाए। इसके अलावा मृतकों के परिजनों को आर्थिक सहायता दी जाए। मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन देने आए लोग व परिजन कलेक्टर राजेश बाथम को बुलाने की मांग पर अड़ गए। लेकिन कलेक्टर नहीं आए। करीब 1 घंटे बाद में एएसपी राकेश खाखा ने सीढ़ियों पर बैठकर परिजनों की बात सुनकर उन्हें समझाईश दी। तब जाकर वे माने और ज्ञापन सौंपा। इस दौरान अपर कलेक्टर आरएस मंडलोई, सीएसपी अभिनव वारंगे मौजूद रहे।

मृतक गजेंद्र के भाई राकेश ने बताया कि आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। अवैध संपत्ति व अवैध निर्माण तोड़ा जाए। दोनों के परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर है। आर्थिक सहायता की भी मांग की है। अधिकारियों से आश्वासन मिला है। एएसपी राकेश खाखा ने बताया कि केस दर्ज किया जा चुका है। 7 आरोपी गिरफ्तार हो चुके है। शेष आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग परिजन कर रहे है। सभी तथ्यों पर पुलिस अमल कर कार्रवाई करेगी। फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए इनाम भी घोषित किया जा रहा है।

यह है मामला
21 व 22 मार्च की दरमियानी रात रतलाम फोरलेन पर गश्त के दौरान पुलिसकर्मियों को कांडरवासा फंटे के पास केशव (29) पिता विष्णु गुर्जर निवासी ग्राम सेमलिया, गजेंद्र उर्फ गज्जू (30) पिता पूनमचंद्र डोडिया निवासी ग्राम अमलेटा मृत मिले थे। उनके शरीर पर कई जगह चोट के निशान पाए गए थे। वहीं शवों से कुछ दूरी पर उनकी बाइक भी क्षतिग्रस्त मिली थी। पहले माना गया कि दोनो युवकों की मौत सड़क हादसे में हुई। लेकिन परिजनों ने हत्या की आशंका जताते हुए 22 मार्च को शवों को घर ले जाते समय फोरलेन अमलेटा फंटे पर जाम लगा दिया था। मामले की जांच की बात कही थी। तब जाकर पुलिस तह तक गई और आरोपियों और मृतकों के मोबाइल की कॉल डिटेल निकाली। जिन पर परिजन और ग्रामीण आरोप लगा रहे हैं, उन्हीं ने इस डबल हत्याकांड को अंजाम दिया। आपसी गैंगवार के चलते दोनों की हत्या की गई। जिसका खुलासा एसपी राहुलकुमार लोढ़ा ने मंगलवार को किया। डबल मर्डर मामले में अभी तक 21 आरोपी के खिलाफ पुलिस केस दर्ज कर चुकी है। जिसमे  7 आरोपी गिरफ्तार हो चुके है। गिरफ्तार आरोपियों में मुख्य आरोपी हिस्ट्रीशीटर सूर्यपालसिंह (29) पिता मदनसिंह पडियार निवासी ग्राम बड़ोदिया, राहुल (30) पिता शंकरलाल जाट निवासी ग्राम रामगढ़ ( थाना सैलाना), बबलू (31) पिता अमृतलाल गुर्जर निवासी ग्राम बिबड़ोद (थाना दीनदयाल नगर थाना), शैलेंद्र उर्फ शेलू (28) पिता रमेश डिंडोर निवासी पीपली चौक (नामली), अंकित (28) पिता मुकेश कुमावत निवासी नामली, योगेश (23) भंवरलाल राठौर निवासी नामली, अभिषेक (20) पिता रणछोड़ जाट निवासी ग्राम धमोत्तर (थाना नामली) को गिरफ्तार किया है। वहीं 14 आरोपी अभी भी फरार हैं।