MP College Admission 2025: 15 मई से शुरू होगी एडमिशन प्रक्रिया, इस बार MP Online से नहीं होगा रजिस्ट्रेशन

भोपाल- पब्लिक वार्ता,

 न्यूज़ डेस्क। MP College Admission 2025: मध्य प्रदेश में कॉलेजों में एडमिशन की प्रक्रिया 15 मई 2025 से शुरू होने जा रही है। इस बार विद्यार्थियों को एक नई प्रणाली के तहत पंजीयन करना होगा, क्योंकि अब रजिस्ट्रेशन MP Online के माध्यम से नहीं, बल्कि एक नए पोर्टल से किया जाएगा। उच्च शिक्षा विभाग ने इस प्रक्रिया को पारदर्शी और सुगम बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं।

12वीं के परिणाम के तुरंत बाद शुरू होगी प्रक्रिया
मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल (MPBSE) द्वारा कक्षा 12वीं का रिजल्ट 10 मई से पहले घोषित किए जाने की संभावना है। इसके बाद ही कॉलेज एडमिशन की प्रक्रिया 15 मई से शुरू की जाएगी।

जिलेवार नोडल अधिकारी नियुक्त
प्रवेश प्रक्रिया को सुचारु बनाने के लिए हर जिले में नोडल अधिकारियों की नियुक्ति की गई है। ये अधिकारी छात्रों की समस्याओं का समाधान करेंगे और उच्च शिक्षा संचालनालय से समन्वय बनाए रखेंगे। नोडल अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे “कॉलेज चलो अभियान” के तहत तय दिशानिर्देशों का पालन कराएं और प्रतिदिन की रिपोर्ट अतिरिक्त संचालक को भेजें।

ऑनलाइन काउंसलिंग और हेल्पलाइन सुविधा
उच्च शिक्षा विभाग द्वारा इस बार ऑनलाइन काउंसलिंग की सुविधा भी प्रदान की गई है। विद्यार्थी एक विशेष पोर्टल पर जाकर पंजीयन कर सकेंगे और पसंदीदा कॉलेजों में प्रवेश की प्रक्रिया में भाग ले सकेंगे। किसी भी समस्या के समाधान के लिए विभाग ने टोल-फ्री नंबर 18008908399 और हेल्पलाइन नंबर 8000063632 जारी किए हैं।

कॉलेज चलो अभियान से मिलेगी जानकारी
छात्रों को एडमिशन से जुड़ी जानकारी और सहायता “कॉलेज चलो अभियान” के तहत दी जाएगी। यह अभियान प्रदेशभर में सक्रिय रहेगा और छात्रों को समय रहते जरूरी सूचनाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।

Ratlam News: बिना जांच लगाए इंजेक्शन से 6 साल की बच्ची की मौत, होम्योपैथिक डॉक्टर गिरफ्तार, पहले भी हो चुकी है मौत

रतलाम- पब्लिक वार्ता,

न्यूज़ डेस्क। Ratlam News: रतलाम ज़िले के रावटी कस्बे में एक 6 साल की बच्ची की मौत इलाज के दौरान हो गई। परिजनों ने आरोप लगाया कि एक होम्योपैथिक डॉक्टर ने बिना किसी जांच के एलोपैथिक इंजेक्शन लगाया, जिसके कुछ ही घंटों बाद बच्ची की तबीयत बिगड़ी और उसकी मौत हो गई।

मृतक बच्ची की पहचान अरुणा, पिता नाथुलाल भाभर, निवासी रावटी के रूप में हुई है। मंगलवार सुबह उसे बुखार था, जिसके बाद परिजन उसे रावटी के पंचायत चौराहे स्थित अजय सिंह चौहान के निजी क्लिनिक पर लेकर गए। डॉक्टर ने बिना जांच के बच्ची को इंजेक्शन लगा दिया। बाजार ले जाते समय अरुणा को उल्टी हुई और दोबारा क्लिनिक लाया गया, जहां दोपहर 1 बजे उसकी मौत हो गई।

घटना के बाद डॉक्टर मौके से फरार हो गया, लेकिन रावटी पुलिस ने देर रात उसे गिरफ्तार कर लिया। शुरुआती जांच में सामने आया है कि आरोपी डॉक्टर के पास केवल होम्योपैथी की डिग्री है, लेकिन वह वर्षों से एलोपैथिक इलाज कर रहा था।

पहले भी हो चुकी है मौत इसी क्लिनिक में
यह पहली घटना नहीं है। छह साल पहले 26 जनवरी 2019 को ग्राम गंगायता पाड़ा निवासी रमेश चारेल (30) की भी इसी क्लिनिक में इलाज के दौरान मौत हुई थी। तब भी डॉक्टर ने बिना जांच के इंजेक्शन लगाया था।

स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही
जानकारी के अनुसार, आरोपी अजय सिंह चौहान पिछले 10–12 साल से यह क्लिनिक चला रहा था और रतलाम के एक होम्योपैथिक कॉलेज में शिक्षक भी है। मार्च 2025 में स्वास्थ्य विभाग ने उसे नोटिस जारी कर डिग्री और क्लिनिक संचालन की जानकारी मांगी थी, लेकिन जवाब नहीं मिला।

क्षेत्र में 50 से ज्यादा अवैध क्लिनिक
स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, रावटी क्षेत्र में 50 से अधिक अवैध क्लिनिक संचालित हो रहे हैं। इन क्लिनिकों में बिना योग्य डिग्री और पंजीयन के इलाज किया जा रहा है, जो कि गंभीर जनस्वास्थ्य संकट है।

पुलिस और प्रशासन सख्त कार्रवाई की तैयारी में
पुलिस ने बच्ची का शव पोस्टमार्टम के लिए रतलाम मेडिकल कॉलेज भेजा और क्लिनिक को सील कर दिया है। आरोपी डॉक्टर से पूछताछ जारी है।

Ratlam News: रतलाम के ताल में लोकायुक्त ने पटवारी संघ के अध्यक्ष को रिश्वत लेते पकड़ा

रतलाम- पब्लिक वार्ता,

न्यूज़ डेस्क। Ratlam News: जिले के ताल नगर में लोकायुक्त पुलिस उज्जैन के दल ने ताल तहसील पटवारी संघ के अध्यक्ष व पटवारी आरोपित प्रभु कुमार गरवाल को एक व्यक्ति से सीमांकन का पंचनामा देने के लिए चार हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया। उसके कब्जे से रुपये जब्त कर उसके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।

  • जानकारी के अनुसार फरियादी किशनलाल आंजना निवासी ग्राम कोट कराड़िया ने पिछले दिनों उज्जैन स्थित लोकायुक्त कार्यालय पहुंचकर लोकायुक्त एसपी अनिल विश्वकर्मा को लिखित आवेदन देकर शिकायत की थी कि हल्का नंबर 24 के पटवारी आरोपित प्रभुलाल गरवाल द्वारा जमीन के सीमांकन का पंचनामा नहीं दिया जा रहा है।
  • पंचनामा देने के लिए उसके द्वारा पांच हजार रुपये की रिश्वत की मांग की जा रही है। एसपी लोकायुक्त ने शिकायत का सत्यापन कराकर पटवारी प्रभुलाल गरवाल को रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़े के लिए टीम गठित की गई।टीम डीएसपी राजेश पाठक के नेतृत्व में बुधवार दोपहर ताल नगर पहुंची।
  • फरियादी किशनलाल आंजना ने पुरानी तहसील कार्यालय परिसर में जाकर प्रभुलाल गरवाल को रिश्वत के चार हजार रुपये दिए तथा तत्काल आसपास छिपकर खड़े लोकायुक्त टीम के सदस्यों को इशारा किया।
  • इशारा मिलते ही टीम के सदस्य वहां पहुंचे तथा प्रभुलाल गरवाल को पकड़कर उसके पास से रिश्वत के रुपये जब्त किए।
  • लोकायुक्त डीएसपी राजेश पाठक ने बताया कि पटवारी प्रभुलाल गरवाल को चार हजार रुपये की रिश्वत लेते पकड़ा गया है। उसके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।
  • टीम में इंस्पेक्टर हीना डाबर, आरक्षक हितेश लालवात, श्याम शर्मा, शिवकुमार शर्मा, संदीप कदम शामिल है। प्रभुलाल को ताल पुलिस थाने ले जाया गया है, जहां उसके खिलाफ कागजी कार्रवाई की जा रही है।