न्यूज़ डेस्क। Ratlam News: भारतीय सेना द्वारा हाल ही में सफलतापूर्वक संपन्न किए गए ऑपरेशन सिंदूर ने पूरे विश्व में भारत की शक्ति, संप्रभुता और सैन्य क्षमता का डंका बजाया है। इस गौरवपूर्ण उपलब्धि पर देशभर में उत्साह का माहौल है। इसी क्रम में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) रतलाम द्वारा शनिवार को चांदनी चौक चौराहा पर एक विशेष फ्लैश मॉब कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस कार्यक्रम का उद्देश्य भारतीय सेना के साहस, समर्पण और कर्तव्यनिष्ठा को सलाम करना था। बड़ी संख्या में रतलाम के नागरिक, छात्र और युवाओं ने इस आयोजन में भाग लिया और देशभक्ति गीतों पर प्रस्तुतियों के माध्यम से सैनिकों को सम्मान अर्पित किया।
कार्यक्रम के दौरान वक्ताओं ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर ने यह सिद्ध कर दिया है कि भारत की सेना किसी भी परिस्थिति में देश की सुरक्षा के लिए पूरी तरह सक्षम है। प्रत्येक भारतीय को अपनी सेना पर गर्व है और वह हर परिस्थिति में सेना के साथ खड़ा है।
एबीवीपी रतलाम के कार्यकर्ताओं ने हाथों में तिरंगा और देशभक्ति से ओतप्रोत पोस्टर लेकर यह संदेश दिया कि देश की एकता और सुरक्षा के लिए सेना को समाज का पूरा सहयोग प्राप्त है।
इस कार्यक्रम ने रतलाम के नागरिकों में देशभक्ति की भावना को और प्रबल किया और भारतीय सेना के पराक्रम को सलाम करने का सशक्त माध्यम बना।
न्यूज़ डेस्क। MP News: मध्य प्रदेश सरकार के मंत्री विजय शाह द्वारा कर्नल सोफिया कुरैशी को लेकर दिए गए अपमानजनक बयान पर महिला कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। शनिवार को रतलाम में अलकापुरी चौराहा स्थित भारत माता उद्यान पर महिला कांग्रेस ने विरोध प्रदर्शन करते हुए भारत माता के चरणों में ज्ञापन अर्पित किया और मंत्री विजय शाह से तत्काल इस्तीफे की मांग की।
शहर महिला कांग्रेस अध्यक्ष कुसुम चाहर के नेतृत्व में आयोजित इस प्रदर्शन में महिला कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मंत्री विजय शाह के पोस्टर पर चूड़ियों की माला पहनाई और प्रतीकात्मक रूप से उन्हें चूड़ियां भेंट कीं। महिला कांग्रेस ने इसे समस्त महिलाओं का अपमान करार देते हुए भाजपा नेतृत्व से मंत्री पर कड़ी कार्रवाई की मांग की।
प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भारत माता से प्रार्थना करते हुए ज्ञापन में लिखा कि “विजय शाह और जगदीश देवड़ा जैसे नेता जब संविधानिक मर्यादाओं को ताक पर रखकर महिला विरोधी बयान देते हैं, तो यह केवल एक महिला नहीं बल्कि समूचे देश की बेटियों का अपमान होता है। ऐसे नेताओं को सद्बुद्धि मिले, यही हमारी प्रार्थना है।”
प्रमुख मौजूदगान: पूर्व विधायक पारस सकलेचा, जिला कांग्रेस अध्यक्ष महेंद्र कटारिया, नेता प्रतिपक्ष शांतिलाल वर्मा, राधा प्रजापति, अनु नेकाडी, आशा रावत, नजमा बेलुत, तबस्सुम शेरानी, मोना, रंजना, जायदा बेगम, हिना, लीलाबाई, रेखा सोलंकी, काजल, अफसाना, शानू, अनीता, मुमताज खान, रश्मि सिंह, अनुराधा, कविता, संगीता गुर्जर, अंजू चौहान, शारदा राठी, हेमलता, फैय्याज मंसूरी, शैलेंद्र सिंह, कमरुद्दीन कछवाया, बसंत पंड्या, राजेश प्रजापत, इक्का बैलूत, अमित शर्मा, मोंटी, इकरार चौधरी, सलीम बागवान, हरविंदर सिंह नांद्रा सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी उपस्थित रहे।
शहर महिला कांग्रेस अध्यक्ष कुसुम चाहर ने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि जब तक मंत्री विजय शाह अपने बयान के लिए माफी नहीं मांगते और पद से इस्तीफा नहीं देते, तब तक महिला कांग्रेस का विरोध जारी रहेगा।
न्यूज़ डेस्क। Ratlam News: विश्व संवाद केंद्र एवं रतलाम प्रेस क्लब के संयुक्त तत्वावधान में नारद जयंती के उपलक्ष्य में शनिवार को एक विचारगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता वरिष्ठ पत्रकार, लोकसभा टीवी के पूर्व प्रधान संपादक और वर्तमान में रेडियो कर्मवीर से जुड़े डॉ. आशीष जोशी ने “राष्ट्रचिंतन और समाज निर्माण में पत्रकारिता की भूमिका – नारदीय परंपरा से आज तक” विषय पर उद्बोधन दिया।
डॉ. जोशी ने कहा कि आज के दौर में सबसे बड़ा संकट फेक नेरेटिव है, जो बाजारवाद की देन है। फार्मास्यूटिकल, एग्रीकल्चर केमिकल्स, हथियार उद्योग जैसी वैश्विक कंपनियां अपने हितों के लिए सोशल मीडिया पर झूठे नैरेटिव गढ़ती हैं। उन्होंने चेताया कि पत्रकारों को इन बाजारवादी चालों का हिस्सा बनने से बचना होगा और समाजहित को प्राथमिकता देनी होगी।
उन्होंने कहा कि नारद केवल संवाद के वाहक नहीं थे, बल्कि वे लोकहित में संवाद करते थे। पत्रकारों को नारद के साथ ही भगवान श्री गणेश से भी प्रेरणा लेनी चाहिए, जिन्होंने ऋषि वेदव्यास की बातों को जस का तस लिखा, अपने विचार नहीं थोपे। आज जब भारत-पाक तनाव जैसे मुद्दे सामने हैं, तो पत्रकारिता को और अधिक जिम्मेदार होना होगा।
डॉ. जोशी ने यह भी कहा कि आज की पत्रकारिता में यह तय करना सबसे जरूरी है कि क्या प्रसारित नहीं करना है। बाजारवाद सूचनाओं की बाढ़ लेकर आया है, लेकिन इन सूचनाओं में से सार निकालना और समाजहित में कार्य करना पत्रकारों की सबसे बड़ी जिम्मेदारी है।
कार्यक्रम में अतिथियों द्वारा मुनि नारद के चित्र पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम की शुरुआत की गई। रतलाम प्रेस क्लब के अध्यक्ष मुकेशपुरी गोस्वामी, सचिव यश शर्मा बंटी, उपाध्यक्ष सुजीत उपाध्याय, कोषाध्यक्ष नीरज शुक्ला, सह सचिव हेमंत भट्ट सहित पत्रकारिता क्षेत्र के अनेक वरिष्ठजन, क्लब सदस्य और गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
रतलाम की पत्रकारिता की रही समृद्ध परंपरा कार्यक्रम में प्रेस क्लब अध्यक्ष गोस्वामी ने रतलाम की पत्रकारिता परंपरा पर प्रकाश डालते हुए कहा कि स्वतंत्रता संग्राम में गोपाल सिंह नेपाली जैसे पत्रकारों ने रतलाम से अखबार निकालकर जनजागरण किया। देश की पहली महिला पत्रकार हेमंत कुमारी चौधरी ने भी यहीं से अपनी पत्रिका ‘सुग्रहिणी’ का प्रकाशन कर महिला पत्रकारिता को दिशा दी। आज भी रतलाम के पत्रकार सकारात्मक और समाजमूलक पत्रकारिता कर रहे हैं।
कार्यक्रम का संचालन अदिति मिश्रा ने किया और अंत में आभार संस्था के कोषाध्यक्ष नीरज शुक्ला ने व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि बड़े शहरों की तुलना में छोटे शहरों के पत्रकार जमीनी सच्चाइयों से ज्यादा रूबरू होते हैं, और डॉ. जोशी जैसे वक्ता जो खुद इसी धरती से निकले हैं, वे इन सच्चाइयों को बेहतर समझते हैं।
कार्यक्रम में मौजूद रहे: शरद जोशी, रमेश टांक, दिलीप पाटनी, राजेश मूणत, सुरेंद्र जैन, नरेंद्र जोशी, विजय मीणा, आरिफ कुरैशी, तुषार कोठारी, भेरूलाल टांक, संजय पाठक, असीमराज पांडेय, राजेश पुरोहित, विवेक बाफना, साजिद खान, समीर खान, राकेश पोरवाल, विवेकानंद चौधरी, जयदीप गुर्जर, नारायण चौधरी, महेश पुरोहित, प्रकाश कुमावत, गोवर्धन चौहान, विवेक मल्होत्रा सहित विश्व संवाद केंद्र के पदाधिकारी और कार्यकर्ता।
न्यूज़ डेस्क। Ratlam News: ग्राम अजीतपुरा, तहसील शिवगढ़ से एक गंभीर मामला सामने आया है, जहां पंचायत परिसर में एक व्यक्ति द्वारा सरपंच को जातिगत अपमान व जान से मारने की धमकी देने की घटना घटी है।
सरपंच ने दर्ज कराई रिपोर्ट के अनुसार, वह आज दोपहर करीब 1 बजे ग्राम पंचायत शिवगढ़ कार्यालय में बैठे थे। इसी दौरान पंचायत के बाहर राजेश मईड़ा व प्रकाश भाभर भी मौजूद थे। तभी गांव का ही पीयूष उर्फ लक्की, पिता जितेंद्र सोनावा वहां आया और सरपंच से कहा – “मैं तुझे काट कर फेंक दूंगा, तू कालिया ज्यादा चल रहा है।” इसके बाद उसने मां-बहन की अश्लील गालियां दीं।
सरपंच द्वारा गालियां देने से मना करने पर आरोपी ने और उग्र होते हुए कहा – “तू आदिवासी ज्यादा चल रहा है, मैं तुझे पंचायत से बाहर निकलते ही जान से खत्म कर दूंगा।” इस पूरे घटनाक्रम के प्रत्यक्षदर्शी राजेश मईड़ा और प्रकाश भाभर बताए जा रहे हैं।
घटना के तुरंत बाद सरपंच, उपसरपंच राहुल धवई व पंचायत सचिव मांगीलाल गुर्जर के साथ थाने पहुंचे और रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने प्राप्त प्रथम सूचना तथ्यों के आधार पर मामला दर्ज कर लिया है।
इस संबंध में संबंधित धाराओं के तहत अपराध पंजीबद्ध कर जांच शुरू कर दी गई है। मामले की जांच अधिकारी को सौंपी गई है और कानूनी कार्रवाई जारी है।
जयदीप गुर्जर। Ratlam News: आम जनता के खून-पसीने की कमाई से कमाया पैसा अगर व्यापारी की ठगी में चला जाए, तो इसे लूट नहीं तो और क्या कहा जाए? रतलाम के प्रतिष्ठित समझे जाने वाले फुटवियर शोरूम “न्यू नाइस फुटवियर” द्वारा उपभोक्ता के साथ की गई लूट अब उजागर हो चुकी है। जिला उपभोक्ता विवाद प्रतितोषण आयोग रतलाम ने इसके विरुद्ध सख्त कार्रवाई करते हुए न केवल उपभोक्ता को पूरा न्याय दिलाया, बल्कि फुटवियर व्यापारी को मुआवजा भी भरने का आदेश दिया है। मामले की सुनवाई आयोग के अध्यक्ष मुकेश कुमार तिवारी व सदस्य जयमाला संघवी ने की।
क्या था मामला?
24 वर्षीय मंथन मुसले नामक युवक ने इस शोरूम से 1350 रुपये के जूते खरीदे। दुकानदार ने इसे ‘उत्तम गुणवत्ता’ के नाम पर ऊँचे दामों में थमा दिया। लेकिन यह जूते महज़ एक दिन में ही फट गए। जब उपभोक्ता ने दुकानदार से शिकायत की, तो उसे टालने और बहलाने की कोशिश की गई। जब वह पुनः शिकायत लेकर दुकान पहुँचा, तो जूते बदलने की बजाय उसे दुकान से भगा दिया गया।
यह न केवल उपभोक्ता के साथ धोखाधड़ी थी, बल्कि एक खुली ठगी थी – और इसे बेनकाब करना ज़रूरी था। मंथन ने इस मामले को उपभोक्ता आयोग में उठाया, और निर्णायक तरीके से न्याय पाया। मामले में दुकान संचालक मुस्तफा ने बताया की ग्राहक का जूता कुछ दिनों के बाद फट गया था। जिसे कुछ दिनों में बदलने के लिए कहा, लेकिन उन्होंने बदलाया नहीं। उपभोक्ता फोरम के हर्जाना भरने के आदेश पर मुस्तफा ने कहा वे अपने वकील से सलाह लेंगे।
आयोग का फैसला – व्यापारी को लगेगा सबक
आयोग ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि यह ‘खरी-खरी लूट’ है। आयोग ने दोषी व्यापारी को आदेश दिया कि—
• उपभोक्ता को जूते की कीमत 1350 रुपये समेत 6% वार्षिक साधारण ब्याज के साथ लौटाई जाए।
• मानसिक क्षतिपूर्ति एवं न्यायिक खर्च के रूप में 3,000 रुपये अतिरिक्त दिए जाएं।
• यदि 60 दिनों में भुगतान नहीं किया गया, तो 8% वार्षिक ब्याज दर से यह राशि वसूल की जाएगी।
व्यापार के नाम पर धोखाधड़ी नहीं चलेगी!
यह फैसला उन लालची व्यापारियों के लिए चेतावनी है जो ग्राहकों को “ब्रांडेड” और “गुणवत्ता वाले” प्रोडक्ट के नाम पर घटिया सामान बेचते हैं। उपभोक्ता आयोग ने यह स्पष्ट कर दिया है कि अब आम जनता के अधिकारों से खिलवाड़ करने वाले व्यापारी बख्शे नहीं जाएंगे।
रतलाम की जनता अब जागरूक हो रही है – और यह फैसला इस मुहिम में एक बड़ा मील का पत्थर है।
अब जनता पूछ रही है – ‘क्या ऐसे दुकानदारों की दुकानें चलने लायक हैं?’