
रतलाम- पब्लिक वार्ता,
न्यूज़ डेस्क। Ratlam News: स्वर्ण नगरी रतलाम में श्री आदिनाथ कुंदकुंद कहान दिगंबर जैन पारमार्थिक समिति, तत्व लहर महिला मंडल एवं सकल दिगंबर जैन समाज के तत्वावधान में ऋषभ धाम शौरीपुर नगरी (सागोद रोड) पर आयोजित श्री नेमीनाथ दिगंबर जिनबिंब पंचकल्याणक महोत्सव के दूसरे दिन गर्भकल्याणक उत्सव की भव्यता छाई रही।

गर्भकल्याणक उत्सव का उल्लास:
दूसरे दिन की शुरुआत इंद्र सभा एवं राज सभा में बाल तीर्थंकर के गर्भ अवतरण पर तत्व चर्चा से हुई। इस दौरान तीर्थंकर नेमीनाथ के गुणों का वर्णन हुआ। सौधर्म इंद्र की आज्ञा से कुबेर ने शौरीपुर नगरी का भव्य निर्माण किया। इस अवसर पर अष्टकुमारिकाओं और सर्वार्थ सिद्धि की बेटियों ने मंगलाचरण प्रस्तुत कर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।
दोपहर में नवीन जिनालय की वेदी शुद्धि हेतु जैन स्कूल क्रमांक-2 से एक विशाल घटयात्रा निकाली गई, जो राम मोहल्ला स्थित नवीन जिनमंदिर पहुंचकर समाप्त हुई। वहां वेदी शुद्धि की गई। इस आयोजन में इंदौर के इंद्रा विजय बड़जात्या परिवार को प्रथम सौभाग्य प्राप्त हुआ। इसके बाद देशभर से आई जैन समाज की बहनों ने वेदी शुद्धि में भाग लिया।
प्रवचन और भक्ति का आयोजन:
संध्या काल में बच्चों की पाठशाला के बाद जिनेंद्र भक्ति का आयोजन किया गया। इस दौरान गुरुदेवश्री के सीडी प्रवचन, पंडित विपिन शास्त्री नागपुर, देवेंद्र शास्त्री बिजौलिया और गौरव जैन इंदौर के प्रवचनों का लाभ समाजजनों ने लिया। मोटिवेशनल स्पीकर एस.पी. भारिल्ल ने “हे भगवान, मेरा कल्याणक कब होगा” विषय पर उद्बोधन दिया। इसके अलावा माता शिवा देवी और अष्टकुमारिकाओं की तत्वचर्चा ने भी सभी का मन मोह लिया।
आज मनाया जाएगा जन्मकल्याणक महोत्सव:
समाज अध्यक्ष राजकुमार अजमेरा, उपाध्यक्ष कीर्ति बड़जात्या, महोत्सव मीडिया प्रभारी राकेश पोरवाल व दीपक राज जैन ने जानकारी दी कि महोत्सव के तीसरे दिन आज, 12 जनवरी को, जन्मकल्याणक महोत्सव का आयोजन होगा। कार्यक्रम की शुरुआत प्रातः 6 बजे मंगलाचरण और प्रभात मंगल गीतों से होगी। इसके बाद शांति जाप, श्री जिनेंद्र पूजन और मंगल प्रवचन होंगे।
सुबह 9 बजे इंद्र सभा और राज सभा में तीर्थंकर नेमीनाथ के जन्मकल्याणक की खुशियां मनाई जाएंगी। कार्यक्रम में राजस्थान के राज्यपाल हरिभाऊ किसनराव बागड़े और कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत समेत कई विशिष्ट अतिथि शामिल होंगे।
11 बजे स्वामी वात्सल्य का आयोजन होगा। इसके बाद 12 बजे जन्मकल्याणक शोभायात्रा निकलेगी, जो प्रतिष्ठा मंडप से पांडुकशिला स्थल (श्री श्वेतांबर मंदिर बड़ा सागोद) तक जाएगी। यहां 1008 कलशों से बाल तीर्थंकर का जन्माभिषेक और पूजन होगा।
शाम 6 बजे बाल कक्षा और जिनेंद्र भक्ति के बाद रात 8 बजे पालना झूलन कार्यक्रम होगा। इसके साथ 22 कलशों से भवाई नृत्य, मुंबई की सीमा विनय पाटनी की प्रस्तुति, और बांसवाड़ा के विद्यार्थियों द्वारा नृत्य प्रदर्शन होगा।
समाज के सभी लोग कार्यक्रम में सादर आमंत्रित हैं।