रतलाम/मंगलूरु- पब्लिक वार्ता,
न्यूज़ डेस्क। कर्नाटक की मंगलूरु सिटी पुलिस ने मध्यप्रदेश के बिलपांक से तीन युवकों को दो करोड़ की ऑनलाइन ठगी और जान से मारने की धमकी देने के आरोप में गिरफ्तार किया है। गिरफ्त में आए आरोपितों में कुशाग्र जैन (23), सुमित जायसवाल (27) और धार जिले बदनावर निवासी अखिल मंडरा (29) शामिल हैं। पुलिस पहले ही मामले के मुख्य आरोपी अंकित को इंदौर से हिरासत में ले चुकी है।

कैसे हुई 2 करोड़ की ठगी?
मंगलूरु के रियल एस्टेट और कार ट्रेडिंग व्यवसायी उमर फारुक, निवासी डेरालकट्टे, उल्लाला, को मई 2022 में व्हाट्सऐप पर एक व्यक्ति ने संपर्क किया।
उसने अपना नाम अंकित बताया और स्वयं को “डल्टिन रायल कंपनी” का प्रतिनिधि बताते हुए दोगुना पैसा लौटाने की ऑनलाइन स्कीम का लालच दिया।
- पहले टेस्ट के तौर पर उमर से 3500 रुपये मंगवाए
- उसी दिन 1000 रुपये का मुनाफा वापस भेजकर भरोसा जीत लिया
- इसके बाद मई 2022 से अगस्त 2025 तक लगातार निवेश कराया गया
- उमर ने अपने, पत्नी, चाचा और भतीजी के कुल 7 बैंक खातों से 2 करोड़ रुपये से अधिक राशि विभिन्न खातों में भेजी
अंकित ने व्हाट्सऐप कॉल में बताया था कि उसके साथी कुशाग्र जैन, सुमित जायसवाल और अखिल मंडरा विदेशों में बड़ा निवेश कर दोगुना रिटर्न दिलाते हैं।
तीन महीने तक संपर्क नहीं, फिर मिली धमकी
उमर ने पिछले तीन महीनों से रिफंड के लिए कई बार संपर्क किया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला।
बाद में अंकित ने खुद बताया कि उसके साथी उसे भी धोखा दे चुके हैं और वह अब साझेदारी में नहीं है।
जब उमर ने पैसे वापस मांगने की कोशिश की, तो आरोपितों ने व्हाट्सऐप कॉल पर धमकी दी:
“पैसे वापस नहीं करेंगे, पुलिस में शिकायत की तो जहां मिले, जान से मार देंगे।”
डर और लगातार धोखाधड़ी के चलते उमर ने पूरी घटना परिवार को बताई और पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
कैसे हुई गिरफ्तारी?
बिलपांक थाना प्रभारी अय्यूब खान ने बताया कि गुरुवार रात कर्नाटक पुलिस की चार सदस्यीय टीम बिलपांक पहुंची।
टीम में एसीपी रविश एस. नायक, एसआई धर्मेंद्र, कांस्टेबल चंद्रशेखर और नवीन कुमाख शामिल थे।
टीम ने शुक्रवार को तीनों आरोपितों को गिरफ्तार कर मंगलूरु ले गई, जहां आगे की पूछताछ और कानूनी कार्रवाई जारी है।

