रतलाम- पब्लिक वार्ता,
न्यूज़ डेस्क। Ratlam News: कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत के पोते देवेंद्र गहलोत एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं। उनकी पत्नी दिव्या गहलोत ने रतलाम एसपी अमित कुमार को शिकायत सौंपकर 50 लाख रुपये दहेज मांगने, मारपीट, मानसिक उत्पीड़न, छत से धक्का देकर गिराने और बेटी को जबरन दूर रखने जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं। शिकायत में दिव्या ने पति देवेंद्र गहलोत, ससुर और आलोट के पूर्व विधायक जितेंद्र गहलोत, देवर विशाल गहलोत और दादी सास अनिता गहलोत को आरोपी बनाया है।

दिव्या का मायका रतलाम जबकि ससुराल नागदा में है। इसलिए उन्होंने पूरी घटना की शिकायत रतलाम पुलिस अधीक्षक को दी है।
‘शादी के बाद सामने आया सच’ – दिव्या का आरोप
दिव्या के अनुसार, उनकी शादी 29 अप्रैल 2018 को मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत रतलाम में हुई थी। शादी के बाद पता चला कि पति शराब और नशे का आदी है और बाहरी महिलाओं से संबंध भी रखता है।
इसके बाद 50 लाख रुपये दहेज की मांग को लेकर प्रताड़ना शुरू हुई। दिव्या ने आरोप लगाया कि ससुराल में उन्हें बार-बार ताने दिए जाते थे और कई बार खाना तक नहीं दिया गया।
‘26 जनवरी की रात छत से धक्का दिया’
दिव्या ने बताया कि 26 जनवरी 2025 की रात पति ने नशे की हालत में बेरहमी से मारपीट की और छत से धक्का देकर गिरा दिया, जिससे रीढ़, कमर और कंधे में गंभीर चोट आई। रातभर उन्हें अस्पताल भी नहीं ले जाया गया।
अगले दिन नागदा से इंदौर के बॉम्बे हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज का खर्च भी पिता से देने का दबाव बनाया गया। इसके बाद उन्हें मायके भेज दिया गया।
‘बेटी को भी छीन लिया’ — बेटी से मिलने नहीं दिया गया
शिकायत में दिव्या ने कहा कि उनकी 4 साल की बेटी को भी ससुराल वालों ने अपने पास ही रखा है। जब दिव्या नवंबर में स्कूल में बेटी से मिलने पहुंचीं, तो पति ने मिलने से रोक दिया। आरोप है कि कहा गया:
“जब तक मायके से पैसे नहीं लाओगी, बेटी से नहीं मिलने देंगे।”
पूर्व विधायक जितेंद्र गहलोत का बयान
आलोट के पूर्व विधायक जितेंद्र गहलोत ने आरोपों पर प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा:
“कोई भी आरोप लगा सकता है। मैं सही समय पर सारे तथ्यों के साथ मीडिया के सामने आऊंगा।”
पुलिस ने शुरू की जांच
रतलाम SP कार्यालय में शिकायत दर्ज होने के बाद पुलिस अब पूरे मामले की जांच कर रही है। मे