इंदौर – पब्लिक वार्ता,
प्रदीप रावत। राजीव गांधी बालक छात्रावास, भंवरकुआ में भूतपूर्व छात्र मिलन समारोह धूमधाम से आयोजित किया गया, जिसमें छात्रों ने सामाजिक एकता का संदेश दिया। इस विशेष आयोजन में अनुसूचित जनजाति हॉस्टल के पूर्व छात्रों ने वर्तमान छात्रों के साथ मिलकर कार्यक्रम का आनंद लिया। समारोह में आदिवासी परंपरा के वाद्य यंत्रों—ढोल, फेफरिये—की धुन पर सभी ने जमकर नृत्य किया। पूर्व छात्रों का पुष्पहार से स्वागत किया गया और ट्रॉफी के रूप में स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया। (Indore News)
अतीत से वर्तमान तक का सफर
राजीव गांधी बालक छात्रावास में सन 1993 से 2024 तक शिक्षा प्राप्त करने वाले पूर्व छात्रों ने इस मिलन समारोह का आयोजन किया, जिसमें कई पूर्व छात्र आज शासकीय पदों पर कार्यरत हैं। उन्होंने अपने अनुभवों को वर्तमान छात्रों के साथ साझा किया और उन्हें भविष्य की शिक्षा व्यवस्था के बारे में मार्गदर्शन दिया। इस अवसर पर बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए और एक-दूसरे का पुष्पों की वर्षा से स्वागत किया।
समारोह में सम्मानित हुए वरिष्ठ अधिकारी
इस अनूठे मिलन समारोह में कई सरकारी कर्मचारी और अधिकारी शामिल हुए, जिनमें एमपीबी के मुख्य महाप्रबंधक श्री प्रकाश चौहान, सहायक संचालक रविंद्र देवड़ा, आबकारी अधिकारी रमेश सिसोदिया, पीडब्ल्यूडी के देवराम मालवीय, सहायक मानचित्रकार जामसिंह चौहान, और असिस्टेंट प्रोफेसर सज्जन सिंह मौर्य प्रमुख थे। इसके अलावा विभिन्न सरकारी विभागों के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी इस मिलन समारोह का हिस्सा बने।
अनुभवों का साझा करना
कार्यक्रम में भूतपूर्व छात्रों ने अपने संघर्ष और सफलता की कहानियां सुनाई, जिससे वर्तमान छात्रों को प्रेरणा मिली। उन्होंने बताया कि छात्रावास के दिन उनके जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा थे, और अब वे अपने कार्यक्षेत्र में भी उसी लगन और एकता को बनाए रखने का प्रयास कर रहे हैं।
इस भव्य आयोजन का संचालन वीरेंद्र पटेल, सुरेश चौहान, सुरेंद्र डोडवे, मनोहर मडलोई, मगन भाबर और महेश गिरवाल द्वारा किया गया। इस भूतपूर्व छात्र मिलन समारोह ने न केवल छात्रों के बीच सामाजिक एकता और भाईचारे का संदेश फैलाया, बल्कि यह भी साबित किया कि शिक्षा के माध्यम से कैसे व्यक्ति समाज में अपने कर्तव्यों को पूरा कर सकता है।