खंडवा/हरदा – पब्लिक वार्ता,
जयदीप गुर्जर। MP News: पर्यावरण संरक्षण और मां नर्मदा जी के तटीय क्षेत्रों के संवर्धन के उद्देश्य को लेकर रुपई ग्रुप मध्यप्रदेश और अमृतवन संरक्षण फाउंडेशन के नेतृत्व में एक विशेष यात्रा का आयोजन किया जा रहा है। यह मां नर्मदा संरक्षण संभावना यात्रा 2 जनवरी 2025 से शुरू होकर 22 जनवरी 2025 तक जारी रहेगी।
इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य नर्मदा नदी के संरक्षण और पर्यावरण संरक्षण को लेकर जनमानस में जागरूकता फैलाना है। यात्रा के दौरान बुद्धिजीवी वर्ग के 20 सदस्य नर्मदा तट पर बसे गांवों और शहरों से होकर गुजरेंगे। इन स्थानों पर किसानों, युवाओं और प्रशासनिक अधिकारियों से संवाद कर उनके विचारों को साझा किया जाएगा।
संरक्षण के लिए चिंतन और संवाद
इस यात्रा के आयोजन के पीछे रुपई ग्रुप के संरक्षक और पर्यावरणविद गौरीशंकर मुकाती जी की प्रमुख भूमिका है। यात्रा के दौरान संगोष्ठियों और विचार-विमर्श के जरिए नर्मदा तटीय क्षेत्रों में संरक्षण और संवर्धन की संभावनाओं पर मंथन किया जाएगा।
यात्रा में भाग लेने वाले सभी सदस्य समाज के चिंतनशील और बुद्धिजीवी वर्ग से हैं, जो पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ाने और संरक्षण के लिए ठोस योजना तैयार करने का कार्य करेंगे।
यात्रा की विशेषताएं
– यात्रा गुजरात और मध्यप्रदेश के उन क्षेत्रों से होकर गुजरेगी, जहां से नर्मदा नदी का जल बहता है।
– नर्मदा तटीय क्षेत्र के किसानों और युवाओं से संवाद कर उनके सुझावों को समझा जाएगा।
– यात्रा के बाद पर्यावरण संरक्षण की एक व्यापक योजना तैयार की जाएगी, जो नर्मदा जी के दीर्घकालिक संरक्षण और संवर्धन में मददगार होगी।
हर जिले में बन रही टोलियां
यात्रा के सफल संचालन के लिए हर जिले में विशेष टोलियां बनाई जा रही हैं, जो यात्रा के उद्देश्यों को जन-जन तक पहुंचाने का कार्य करेंगी।
रुपई ग्रुप के सदस्य राजा मलगाया ने बताया कि यात्रा का उद्देश्य केवल पर्यावरण जागरूकता तक सीमित नहीं है, बल्कि भविष्य के लिए एक ठोस रणनीति तैयार करना भी है, ताकि मां नर्मदा के संरक्षण के साथ-साथ पर्यावरण संतुलन को भी बनाए रखा जा सके।
यह यात्रा समाज और प्रकृति के बीच बेहतर समन्वय स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल साबित हो सकती है।