अब हत्यारे की तलाश! : ढोढर में मिली युवती की अज्ञात लाश की हुई पहचान, पुलिस ने की गड्ढा खोदकर लाश सुपुर्द

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पुलिस अब आगे बढ़ाएगी जांच, अधिकांश समय स्विच ऑफ रखती थी मृतिका मोबाइल

पब्लिक वार्ता – रतलाम,
जयदीप गुर्जर। जिले के ढोढर में मंगलवार दोपहर पांच दिन पहले मिला युवती का शव अब तक अज्ञात था। शनिवार को फोरलेन किनारे मिला युवती के अर्धनग्न शव की शिनाख्त हो गई। युवती गांव नरेड़ीबेरा (तहसील खाचरौद) जिला उज्जैन की रहने वाली थी। युवती रतलाम में किराये के मकान में अकेली रहकर नर्सिंग की पढ़ाई कर रही थी। वहीं शिनाख्त नहीं होने पर पुलिस ने शुक्रवार को शव दफना दिया था। अगले दिन यानी शनिवार को परिजनों के सामने आने के बाद पुलिस ने शव को गड्डा खोदकर वापस निकाला है।

दरअसल 2 अप्रैल को ढोढर के समीप फोरलेन स्थित रुपनगर फंटे से अंदर एक खेत में अर्धनग्न युवती की लाश मिली थी। पुलिस ने प्रारंभिक जांच की तो पाया कि युवती की गला रेत कर हत्या की गई है। युवती के गले में सोने की चेन, हाथ में अंगूठी व कान में सोने के टॉप्स थे। इससे संभावना जताई गई कि युवती की हत्या लूट के इरादे से नहीं की गई है। घटना के बाद से पुलिस शव की शिनाख्ती के प्रयास में जुटी हुई थी। शनिवार सुबह उज्जैन जिले के नरेड़ी गांव के धीरेंद्रसिंह पिता भरतसिंह राठौर परिजनों के साथ रतलाम औद्योगिक पुलिस थाने पहुंचे। उन्होंने बताया कि बहन का मोबाइल पिछले चार दिन से बंद है। किराये के घर पर ताला लगा हुआ है। तब पुलिस ने मंगलवार को ढोढर में मिले शव के फोटो परिजनों को दिखाए तो उन्होंने शिनाख्त कर ली। मृतिका का नाम सविता (20) पिता भरतसिंह राठौर है। भाई धीरेंद्रसिंह ने बताया कि उनके पिता नहीं है। बहन रतलाम में राम मंदिर के पीछे सखवाल नगर में अकेली रह कर नर्सिंग की पढ़ाई कर रही थी। राम मंदिर क्षेत्र स्थित सुप्रीम नर्सिंग एकेडमी पर कोचिंग पर वह जाती थी। पिता का निधन दो साल पहले कोरोना के दौरान हुआ था। घर में मां राजू कुंवर, भाई धीरेंद्र सिंह (18) व एक छोटी 16 वर्षीय बहन है।

अधिकांश समय स्विच ऑफ रहता था मोबाइल
मृतिका के भाई धीरेंद्र सिंह ने बताया की वह 6-7 महीनों से यहां अकेले रह रही थी। रविवार को आखिरी बार शाम करीब 6 से 7 बजे के बीच उसकी मृतिका सविता से सामान्य बात हुई थी। अगले दिन सोमवार को कॉल किया तो फोन बंद आया। बहन सविता अधिकांश समय मोबाइल स्वीच ऑफ रखती थी।  इसके बाद भी लगातार कॉल किया। लेकिन मोबाइल बंद ही मिला। इसके बाद चिंतित भाई और परिजन शनिवार सुबह रतलाम पहुंचे। औद्योगिक क्षेत्र थाने पर गुमशुदगी दर्ज कराने के दौरान उन्हें पता चला कि उसका शव 2 अप्रैल को ढोढर क्षेत्र में मिला है। मृतिका के मामा गजरासिंह पिता शंभूसिंह ने बताया कि होली पर भानजी सविता घर आई हुई थी। वह रविवार को भानजे धीरेंद्र सिंह के साथ भानजी सविता को रतलाम लेकर आए थे। सुबह 9.30 बजे रतलाम बस स्टैंड पर छोड़ा था। भानजी सविता ने उनसे कहा था कि आपको जाना है तो चले जाओ बाद में आप घर आना। इसके कारण वह उसे बस स्टैंड पर ही छोड़कर वापस चले गए।

File Photo

पुलिस अब आगे बढ़ाएगी जांच
शव की शिनाख्ती के बाद पुलिस अब हत्या के एंगल से जांच को आगे बढ़ाएगी। शव की शिनाख्ती नहीं होना पुलिस के लिए एक अनसुलझी गुत्थी बना हुआ था। पुलिस ने प्रदेश के हर जिले व थानों पर युवती के शिनाख्ती के प्रयास किए। जिसके बाद पुलिस ने अन्य राज्यों के गुमशुदगी के रिकॉर्डस भी खंगालने शुरू कर दिए थे। पुलिस सूत्रों के अनुसार मृतिका का मोबाइल अब तक पुलिस के हाथ नहीं लगा है। वहीं पुलिस ने उस घर की तलाशी भी ली है जहां मृतिका किराए से रह रही थी। पुलिस कोचिंग संस्था पर उसकी दोस्ती किस किस के साथ थी इसे भी दिखवा रही है। साथ ही मोबाइल कॉल डिटेल के माध्यम से भी पुलिस जांच कर रही है। फिलहाल आधिकारिक तौर पर पुलिस कुछ भी बताने से इंकार कर रही है और जांच में जुटी है।

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