
रतलाम – पब्लिक वार्ता,
जयदीप गुर्जर। Ratlam News: चेतन्य काश्यप फाउंडेशन और क्रीड़ा भारती के सहयोग से आयोजित 25वें खेल चेतना मेला का भव्य शुभारंभ मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने नेहरू स्टेडियम में किया। इस अवसर पर उन्होंने मार्च पास्ट की सलामी लेते हुए रतलाम को खेलों के क्षेत्र में नई पहचान दिलाने की सराहना की।
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा, “रतलाम पहले सेव, सोना और साड़ी के लिए जाना जाता था, लेकिन अब खेलों में भी यह अग्रणी बन गया है। 25 वर्षों तक लगातार इस आयोजन को चलाना एक बड़ी उपलब्धि है।”
कार्यक्रम में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री चेतन्य काश्यप ने कहा, “खेलों को गांव-गांव तक पहुंचाने और हर बच्चे को खेल मैदान तक लाने के उद्देश्य से खेल चेतना मेले की शुरुआत की गई थी। आज यह प्रदेश के अन्य जिलों में भी आयोजित किया जा रहा है।”
मुख्यमंत्री की बड़ी घोषणाएं
मंत्री चेतन्य काश्यप की मांग पर मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं:
– एस्ट्रो टर्फ हॉकी ग्राउंड: रतलाम में ओलंपिक मानक का एस्ट्रो टर्फ हॉकी मैदान बनाया जाएगा।
– कार्डियोलॉजी यूनिट: रतलाम मेडिकल कॉलेज में हार्ट ऑपरेशन की सुविधा के लिए कार्डियोलॉजी यूनिट स्थापित होगी।
– साड़ी क्लस्टर: साड़ी व्यवसाय को बढ़ावा देने के लिए रेडीमेड साड़ी क्लस्टर और महिलाओं के लिए रोजगार सृजन की इकाई स्थापित की जाएगी।
इसके अलावा, उन्होंने 15 करोड़ की लागत से बन रहे इंटीग्रेटेड स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स की जानकारी देते हुए बताया कि इसमें बैडमिंटन, कबड्डी, कुश्ती, मलखंब जैसे खेलों के लिए इनडोर सुविधाएं होंगी।
रैली और झांकियों से सजी शुरुआत
खेल मेला शुभारंभ से पहले शहर में भव्य रैली का आयोजन किया गया, जिसमें 100 से अधिक स्कूलों के 10,000 से अधिक विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया। विभिन्न खेलों पर आधारित झांकियां और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
खिलाड़ियों और सहयोगियों का सम्मान
मुख्यमंत्री ने खेल चेतना मेला से जुड़े अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश का नाम रोशन करने वाले खिलाड़ियों को सम्मानित किया। इनमें बास्केटबॉल खिलाड़ी प्रकाश मिश्रा और मोहित जोगचंद, तैराक अब्दुल कादिर शामिल रहे। साथ ही, 25 वर्षों से खेल चेतना मेला के आयोजन में योगदान देने वाले व्यक्तियों और खेल प्रशिक्षकों का भी अभिनंदन किया गया।
खेल नीति से मिलेगी नई ऊंचाई
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि देश में पहली बार खेल को शिक्षा का हिस्सा बनाया गया है। उन्होंने कहा, “खेल नीति और नई शिक्षा नीति के चलते खेल अब सिर्फ एक्टिविटी नहीं बल्कि कोर्स का अभिन्न हिस्सा बन गया है।”
कार्यक्रम का संचालन विकास शैवाल ने किया और आभार आयोजन समिति के सचिव मुकेश जैन ने व्यक्त किया।
खेल चेतना मेला ने रतलाम को खेल जगत में एक नई पहचान दिलाई है। यह आयोजन न केवल खिलाड़ियों के लिए एक मंच है, बल्कि युवाओं को प्रेरित करने का भी माध्यम बन चुका है।