रतलाम- पब्लिक वार्ता,
न्यूज़ डेस्क। Ratlam News: नीमच जिले के कछाला गांव में जैन संतों पर हुए जानलेवा हमले को लेकर रतलाम शहर कांग्रेस ने तीव्र विरोध दर्ज किया। बुधवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कलेक्टोरेट कार्यालय पर प्रदर्शन कर गुंडों को आजन्म कारावास देने की मांग की और प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए। इस दौरान महामहिम राज्यपाल मंगू भाई पटेल के नाम ज्ञापन एसडीएम अनिल भाना को सौंपा गया।
ज्ञापन में मांग की गई है कि जैन संत पूज्यनीय श्री शैलेश मुनि जी, श्री मुनीन्द्र मुनि जी व श्री बलभद्र मुनि जी पर हुए प्राणघातक हमले के आरोपियों को फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाकर आजन्म कारावास की सजा दी जाए। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है और गुंडों को किसी भी प्रकार का डर नहीं है।
प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। “गुंडों को फांसी दो, आजन्म कारावास दो” जैसे नारे लगाए गए। ज्ञापन में यह भी कहा गया कि संतों का हनुमान मंदिर में रात्रि विश्राम करना भारतीय संस्कृति की जीवंत परंपरा का हिस्सा है, और उन पर हमला समस्त संत समाज पर हमला है।
ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया गया कि घटना के बाद संबंधित टीआई बीएल भाभर ने दो घंटे तक रिपोर्ट नहीं लिखी और समाजजन से दुर्व्यवहार करते हुए मुनि वर्ग के खिलाफ अशोभनीय टिप्पणी की। बावजूद इसके, शासन स्तर पर उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई, जो यह दर्शाता है कि अपराधियों को प्रशासनिक संरक्षण प्राप्त है।
पूर्व विधायक पारस सकलेचा ने ज्ञापन का वाचन किया। इस दौरान शहर कांग्रेस अध्यक्ष महेंद्र कटारिया, कार्यकारी अध्यक्ष शैलेंद्र सिंह अठाना, फैय्याज मंसूरी, ब्लॉक अध्यक्ष बसंत पंड्या, पूर्व अध्यक्ष विनोद मिश्रा मामा, राजकुमार जैन, पियूष बाफना, पार्षद सलीम मोहम्मद बागवान, नासिर कुरेशी, डॉ. अजय चत्तर, संजय बरमेचा सहित सैकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद रहे।
कांग्रेस ने राज्यपाल से मांग की कि प्रदेश के सभी संतों को विशेष सुरक्षा प्रदान की जाए और मुख्यमंत्री, जो गृह मंत्रालय भी संभालते हैं, उन्हें दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए जाएं।