रतलाम- पब्लिक वार्ता,
न्यूज़ डेस्क। Ratlam News: जावरा को जिला एवं ढोढर को तहसील का दर्जा दिए जाने की मांग एक बार फिर जोर पकड़ने लगी है। जन चेतना मंच जावरा (गैर राजनीतिक संगठन) के पदाधिकारियों एवं क्षेत्र के आम नागरिकों द्वारा मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को पत्र लिखकर जावरा को जिला तथा ढोढर को तहसील घोषित करने की मांग की गई है।
पूर्व सरपंच ग्राम पंचायत ढोढर एवं भाजपा मंडल उपाध्यक्ष ममता राकेश चौहान ने बताया कि जावरा को जिला बनाने की मांग कोई नई नहीं है। वर्ष 1998 से इस दिशा में प्रयास लगातार जारी हैं। इसी क्रम में 13 अगस्त 2013 को लगभग 50 हजार नागरिकों के हस्ताक्षरयुक्त ज्ञापनतत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को सौंपा गया था।
उन्होंने बताया कि वर्तमान में रतलाम जिले की आलोट तहसील जावरा से लगभग 65 किलोमीटर तथा ताल तहसील 75 किलोमीटर दूर है। वहीं उज्जैन जिले की खाचरोद तहसील उज्जैन जिला मुख्यालय से करीब 78 किलोमीटर दूर स्थित है। इससे नागरिकों को जिला मुख्यालय आने-जाने में आर्थिक, समय और अन्य कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
यदि जावरा को जिला बनाया जाता है तो इसमें जावरा, पिपलोदा, ताल, आलोट तथा उज्जैन जिले की खाचरोद तहसील को शामिल किया जा सकता है। इससे आलोट की दूरी घटकर 45 किलोमीटर और खाचरोद की दूरी मात्र 35 किलोमीटर रह जाएगी, जिससे लाखों नागरिकों को बड़ी राहत मिलेगी।
जन चेतना मंच से जुड़े रणजीत सिंह पवार (पूर्व सरपंच), संजय पोरवाल (पूर्व उपसरपंच), नरेंद्र सिंह चंद्रावत, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष बद्रीलाल माली, जगदीश परमार, उपसरपंच नारायण सिंह चंद्रावत, जगदीश यादव सहित अन्य जनप्रतिनिधियों ने बताया कि जावरा में पहले से ही कई जिला स्तरीय कार्यालय मौजूद हैं। इनमें एशिया की ए-ग्रेड अरनिया पीथा मंडी, नवोदय विद्यालय, शासकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज, बीटीआई कॉलेज, कृषि विज्ञान केंद्र, मुंबई-दिल्ली एक्सप्रेस-वे, 24वीं बटालियन मुख्यालय, नारकोटिक्स विभाग के तीन कार्यालय, जिला स्तरीय महिला प्रसूति गृह एवं सिविल अस्पताल भवन शामिल हैं।
इसके अलावा जावरा में विश्व प्रसिद्ध हुसैन टेकरी शरीफ एवं 500 वर्ष प्राचीन जागनाथ महादेव मंदिर स्थित हैं, जो सर्वधर्म आस्था का प्रमुख केंद्र हैं। साथ ही अनेक दर्शनीय स्थल भी जावरा की पहचान को मजबूत बनाते हैं।
वक्ताओं ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से मांग की कि महू-नीमच फोरलेन मार्ग पर स्थित ढोढर, जो जावरा तहसील का सबसे बड़ा आबादी वाला क्षेत्र है, को तहसील मुख्यालय घोषित किया जाए तथा जावरा को जिला बनाकर क्षेत्र के विकास को नई दिशा दी जाए।