
रतलाम- पब्लिक वार्ता
न्यूज़ डेस्क। Ratlam News: चिकलिया टोल प्लाजा पर जमुनिया निवासी पूर्व सरपंच व भाजपा नेता सुनील गुर्जर पर टोल मैनेजर ने हर महीने 50 हजार रुपए की अवैध वसूली और धमकी देने का गंभीर आरोप लगाया है। इस मामले में बिलपांक थाना पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है। वहीं, सुनील का दावा है कि उन्होंने टोलकर्मियों के हक में आवाज उठाई थी, इसलिए उन्हें झूठे केस में फंसाया जा रहा है।

टोल प्लाजा मैनेजर अमित गुप्ता ने रिपोर्ट में बताया कि टोल का संचालन एसकेएम कॉन्ट्रैक्टर एंड सर्विसेस प्राइवेट लिमिटेड द्वारा 1 फरवरी 2024 से किया जा रहा है। तभी से सुनील गुर्जर हर महीने 50 हजार रुपए की मांग कर रहा है। रुपए न देने पर उसने कई बार गाड़ियों को जबरन निकलवाया और टोल स्टाफ को गाली-गलौज कर धमकाया। साथ ही कर्मचारियों की नियुक्ति में हस्तक्षेप कर अपने भाई को नौकरी दिलवाने का दबाव भी बनाया।
गुप्ता के अनुसार, 8 मई को सुनील ने टोलकर्मियों को ड्यूटी पर चढ़ने से रोक दिया जिससे घंटों तक टोल फ्री रहा और कंपनी को नुकसान हुआ।
सुनील बोले – कर्मचारियों के समर्थन की सजा मिल रही है
भाजपा नेता सुनील गुर्जर ने बताया कि वह पूर्व में टोल प्लाजा पर शिफ्ट इंचार्ज रह चुके हैं, लेकिन पीठ दर्द के चलते 9 महीने से कार्यरत नहीं हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि टोल कंपनी ने कर्मचारियों को 14% वेतन वृद्धि का वादा किया था, जो अब तक पूरा नहीं हुआ। इस मुद्दे पर 8 मई को कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया और उन्होंने पूर्व शिफ्ट इंचार्ज होने के नाते समर्थन किया।
सुनील का कहना है कि उन्होंने टोल अटेंडर से टोल कलेक्टर का काम लेने, वेतन न बढ़ाने और कर्मचारियों के शोषण की बात उठाई थी। इसके बाद उन्हें जान से मारने की धमकी मिली और जातिगत टिप्पणी भी की गई। अब उनके खिलाफ झूठी एफआईआर दर्ज कराकर उन्हें दबाव में लाया जा रहा है।
बिलपांक थाना प्रभारी अयूब खान ने पुष्टि की है कि सुनील गुर्जर के खिलाफ अवैध वसूली और धमकी की रिपोर्ट दर्ज की गई है।