
रतलाम- पब्लिक वार्ता,
न्यूज़ डेस्क। Ratlam News: दिल्ली-मुंबई 8 लेन एक्सप्रेसवे पर शुक्रवार सुबह एक दर्दनाक हादसा हो गया। तीर्थ यात्रा से लौट रही एक मिनी बस रेत से भरे ट्रॉले में पीछे से जा टकराई। हादसे में मंदसौर जिले के रांका और जैन परिवार के 16 लोग घायल हो गए, जिनमें 3 की हालत गंभीर बनी हुई है। सभी घायलों को रतलाम मेडिकल कॉलेज में भर्ती किया गया है।

हादसा सुबह करीब 7:30 बजे हड़सर के पास हुआ। जानकारी के अनुसार, ट्रॉले ने अचानक ब्रेक लगाया, जिस वजह से पीछे से आ रही मिनी बस उसमें जा घुसी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि बस का अगला हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया।
गिरनार जी से दर्शन कर लौट रहे थे यात्री
घायलों में शामिल सभी लोग मंदसौर जिले के रहने वाले हैं और एक ही परिवार से हैं। ये सभी रविवार को तीर्थ यात्रा पर गुजरात रवाना हुए थे। यात्रा में शंखेश्वर, पालीताणा और गिरनार जी जैसे प्रमुख जैन तीर्थ स्थलों के दर्शन किए गए। गुरुवार शाम गिरनार जी से लौटते समय रतलाम जिले में यह हादसा हो गया।
घायलों की सूची:
- गौतम पिता धीरज जैन (15)
- रमेश पिता बाबूलाल (55) – गंभीर, हेड इंज्युरी
- लक्ष्मी पति नीलम मारू (50) – गंभीर, सिर व कमर में चोट
- दिव्या पति धीरज जैन (35) – गंभीर, पैर और कमर में चोट
- दिनेश पिता कन्हैयालाल रांका (53)
- अक्षय पिता विमल चंद (40)
- क्लीनर आरिफ पिता बाबू (40)
- प्रतीक पिता प्रेमचंद (32)
- प्रमोद काकरिया (65)
- जितेंद्र पिता चौथमल (48)
- सीमा पति रितेश (30)
- नव्या पिता रितेश (20)
- आलोक पिता मोहनलाल जैन (32)
- धीरज पिता प्रमोद (24)
- अरुण पिता नीलम जैन (40)
- क्लीनर आसिफ – मेडिकल कॉलेज में भर्ती
बस जावरा की, ड्राइवर सुरक्षित
हादसे में शामिल मिनी बस (DL01P9942) जावरा निवासी विजय दसेड़ा की है। ड्राइवर कैलाश को कोई चोट नहीं आई, जबकि क्लीनर आसिफ को मामूली चोटें आई हैं। डीडी नगर थाना पुलिस द्वारा हादसे की जांच की जा रही है।
समाजजन और परिजन पहुंचे मदद के लिए
हादसे की जानकारी मिलते ही रतलाम के जैन समाज के सदस्य जैसे प्रकाश लोढ़ा, प्रितेश गादिया, पियूष भटेवरा और अनुप सेठिया मेडिकल कॉलेज पहुंचे और घायलों की स्थिति की जानकारी ली। उधर, मंदसौर से भी परिजन रतलाम पहुंच गए हैं। परिवार के सदस्य पंकज संघवी ने बताया कि 8 लोगों को बेहतर इलाज के लिए वड़ोदरा ले जाया जा रहा है।
स्थिति नियंत्रण में, प्रशासन सतर्क
घायलों को समय रहते इलाज मिलने से स्थिति नियंत्रण में बताई जा रही है। रतलाम मेडिकल कॉलेज प्रशासन और पुलिस मौके पर सतर्कता से निगरानी बनाए हुए है।