रतलाम- पब्लिक वार्ता,
न्यूज़ डेस्क। Ratlam News: नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) इंदौर जोनल यूनिट ने शनिवार देर रात रतलाम के महू-नीमच फोरलेन पर ग्राम सेजावता स्थित एक फैक्ट्री पर बड़ी कार्रवाई करते हुए 13.762 किलोग्राम अल्प्राजोलम ड्रग जब्त की है, जिसकी बाजार कीमत लगभग 3.44 करोड़ रुपये आंकी गई है। टीम ने मौके से दो लोगों को गिरफ्तार किया है।
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चौंकाने वाली बात यह रही कि यह पूरी कार्रवाई रतलाम पुलिस को जानकारी दिए बिना की गई। रविवार सुबह पुलिस को इस छापे की खबर मिली।फैक्ट्री में ड्रग निर्माण का गुप्त जाल

एनसीबी अधिकारियों के अनुसार, आरोपियों ने सैनेटाइज़र निर्माण के लाइसेंस का दुरुपयोग करते हुए प्रतिबंधित अल्प्राजोलम का उत्पादन शुरू किया था। जांच में यह भी सामने आया कि उन्होंने दवा निर्माण के लाइसेंस के लिए आवेदन किया था, लेकिन मंजूरी मिलने से पहले ही अवैध उत्पादन शुरू कर दिया।

फैक्ट्री के बाहर “सीमेंट ब्लॉक इंडस्ट्री” और “रिलायबल इंडस्ट्रीज” के बोर्ड लगाए गए थे ताकि असली गतिविधि छिपी रहे। परिसर के कुछ कर्मचारियों ने भी ड्रग निर्माण की जानकारी से इंकार किया।
जब्त सामग्री
कार्रवाई के दौरान एनसीबी ने फैक्ट्री से रासायनिक पदार्थ, उपकरण और सॉल्वेंट्स बरामद किए, जिनमें शामिल हैं –
एथाइल एसीटेट (7.5 लीटर), आइसोप्रोपाइल अल्कोहल (2.5 लीटर), टोल्यून (2.5 लीटर), मेथेनॉल (40 लीटर), क्लोरोफॉर्म (7.5 लीटर), हाइड्रोक्लोरिक एसिड (500 मि.ली.), सोडियम बाइकार्बोनेट, और अन्य केमिकल्स।
गिरफ्तार आरोपी
- रूप सिंह चौहान (51 वर्ष) — बी.टेक स्नातक, पूर्व में कई फार्मास्यूटिकल उपक्रमों से जुड़ा रहा है। इसके खिलाफ 2021 में तेलंगाना में अल्प्राजोलम तस्करी का केस दर्ज था, और वह कुछ समय जेल में रह चुका है।
- अभिजीत सिंह चौहान (39 वर्ष) — बी.फार्मा स्नातक, पूर्व में इंडियन रेड क्रॉस सोसायटी, रतलाम से जुड़ा रहा। वर्तमान में रूप सिंह के साथ मिलकर फार्मा और आयुर्वेदिक उत्पादों का कारोबार कर रहा था।
NCB का बयान
एनसीबी इंदौर जोनल निदेशक रीतेश रंजन ने बताया —
“प्रारंभिक जांच में पता चला है कि दोनों आरोपी जनवरी 2025 से किराए के गोदाम में अवैध रूप से अल्प्राजोलम ड्रग का निर्माणकर रहे थे। इनके वित्तीय लेन-देन और अंतरराज्यीय नेटवर्क की जांच जारी है।”
रविवार को दोनों आरोपियों को जिला अदालत में पेश करने के बाद मेडिकल कराया गया और रिमांड पर लेकर एनसीबी टीम उन्हें इंदौर लेकर रवाना हो गई।