रतलाम- पब्लिक वार्ता,
न्यूज़ डेस्क। Ratlam News: शहर में आवारा मवेशियों को पकड़ने निकली नगर निगम की टीम अब खुद असुरक्षित होती नजर आ रही है। बीते दो-तीन दिनों से लगातार पशुपालकों द्वारा निगम टीम पर हमला कर गायों को जबरन छुड़ाने के मामले सामने आ रहे हैं। हालात ऐसे बन गए हैं कि निगम कर्मचारियों को जान से मारने की धमकियां तक दी जा रही हैं।
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नगर निगम टीम प्रभारी विराट मेहरा ने थाना माणकचौक और स्टेशन रोड में बसंत कॉलोनी निवासी सुरेश राठौड़ एवं उसके भांजे ध्रुव राठौड़ के खिलाफ लिखित शिकायत दर्ज कराई है। घटना से जुड़ा वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें आरोपित निगम टीम से विवाद करते दिखाई दे रहे हैं।
वाहन से जबरन उतारी गईं गायें, की गई हाथापाई
पुलिस को दिए आवेदन में बताया गया कि गुरुवार रात पुलिस लाइन क्षेत्र से पकड़ी गई गायों को सुरेश राठौड़ और ध्रुव राठौड़ अपना बताकर छुड़वाने पहुंचे। निगम टीम द्वारा मना करने पर दोनों ने वाहन से जबरन गायों को उतार लिया और गाली-गलौच करते हुए हाथापाई की।
इसके बाद निगम की टीम जब करमदी रोड स्थित संत रविदास चौक पहुंची, तो वहां भी दोनों आरोपित पहुंच गए और अभद्र व्यवहार करते हुए पशु वाहन से गाय उतार ली। इस दौरान सुरेश राठौड़ ने खुलेआम धमकी दी कि उसे निगम, पुलिस या प्रशासन का कोई डर नहीं है।
पहले भी हो चुकी है कार्रवाई में ढिलाई
नगर निगम ने 15 सितंबर को पुलिस की मौजूदगी में अवैध तबेलों के खिलाफ अभियान चलाया था। इस दौरान बसंत कॉलोनी स्थित सुरेश राठौड़ के तबेले पर टीम पहुंची जरूर, लेकिन टीन शेड और पक्के निर्माण को हटाए बिना ही लौट गई। टीम के सामने ही बंधी गायों को छोड़कर खेतों की ओर भगा दिया गया।
स्थानीय लोगों के अनुसार, बसंत कॉलोनी स्थित तबेले में करीब 150 से अधिक गायें, जबकि ओझाखाली क्षेत्र में भाई राजेश राठौड़ के तबेले में 200 से अधिक गायें हैं। क्षेत्रवासियों ने कई बार शिकायतें कीं, लेकिन जिम्मेदारों ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की।
पहले भी कर चुके हैं हमला
सुरेश और ध्रुव राठौड़ के अलावा अर्जुन गुर्जर, राहुल गुर्जर, सचिन गुर्जर, राहुल यादव, चेतन टांक सहित अन्य लोगों के खिलाफ भी पूर्व में निगम टीम पर हमला कर गाय छुड़वाने की शिकायतें दर्ज हो चुकी हैं।
पुलिस का बयान
इस मामले में सीएसपी सत्येंद्र घनघोरिया ने कहा कि निगम द्वारा जब सुरक्षा की मांग की जाती है, तो पुलिस बल उपलब्ध कराया जाता है। आवेदन प्राप्त हुआ है, जांच के बाद नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।