Ratlam News: स्वैच्छिक संगठनों का एक दिवसीय प्रशिक्षण संपन्न  

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रतलाम- पब्लिक वार्ता,

 न्यूज़ डेस्क।  Ratlam News: मप्र जन अभियान परिषद के अंतर्गत स्वैच्छिक संगठनों का एक दिवसीय प्रशिक्षण कलेक्ट्रेट सभागृह रतलाम में संपन्न हुआ। इस प्रशिक्षण में जिले के विभिन्न स्वयंसेवी संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कलेक्टर ने की, जबकि परिषद के जिला समन्वयक रत्नेश विजयवर्गीय ने स्वागत उद्बोधन दिया और प्रशिक्षण की रूपरेखा प्रस्तुत की।

प्रशिक्षण में मप्र जन अभियान परिषद के संभाग समन्वयक अमिताभ श्रीवास्तव, उज्जैन संभाग समन्वयक शिवप्रसाद मालवीय, विशेष अतिथि गायत्री परिवार युवा प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक विवेक चौधरी, पतंजलि युवा भारत के प्रदेश प्रभारी प्रेमाराम पुनिया, नवांकुर चयन समिति के सदस्य मनीष सुरेखा, सुनीता छाजेड़, समाजसेवी गोविंद काकानी और परिषद के पूर्व जिला उपाध्यक्ष अभय कोठारी उपस्थित रहे।  

प्रशासन और समाज के बीच सेतु हैं स्वैच्छिक संगठन  

कलेक्टर ने अपने संबोधन में कहा कि स्वैच्छिक संगठन शासन की योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने कहा कि जिले में कार्यरत संगठनों के उल्लेखनीय कार्यों को संकलित कर भविष्य में एक स्मारिका प्रकाशित की जाएगी, जिससे समाजसेवा के प्रयासों को आने वाली पीढ़ी भी जान सके। उन्होंने बताया कि जिले में कई एनजीओ सराहनीय कार्य कर रहे हैं और उनके कार्यों का उचित डॉक्यूमेंटेशन कराया जाएगा।  

स्वैच्छिक संगठनों के लिए पारदर्शिता और दस्तावेजीकरण आवश्यक  

संभाग समन्वयक अमिताभ श्रीवास्तव ने कहा कि समाज में अपनी पहचान स्थापित करने के लिए लोक संग्रह एक प्रभावी विधा है। उन्होंने गीत और कहानी के माध्यम से सामाजिक परिवर्तन की क्षमता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि स्वैच्छिक संगठनों को पारदर्शी और दस्तावेजीकरण आधारित बनाना होगा, जिससे वे निरंतर प्रभावी गतिविधियों के माध्यम से गांवों को आदर्श ग्राम बनाने की दिशा में कार्य कर सकें।  

संभाग समन्वयक शिवप्रसाद मालवीय ने जन अभियान परिषद की विभिन्न योजनाओं जैसे प्रस्फुटन, नवांकुर, सृजन, समृद्ध दृष्टि और संवाद के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने स्वयंसेवी संगठनों की संरचना, प्रबंधन, एनजीओ रजिस्ट्रेशन, 80जी, 12ए, वार्षिक प्रतिवेदन, साधारण सभा की बैठक और अन्य दस्तावेजीकरण प्रक्रियाओं के बारे में भी चर्चा की।  

सीएसआर और सामाजिक अंकेक्षण पर चर्चा  

लेखापाल सहलिपिक महावीर बैरागी ने स्वैच्छिक संगठनों के महत्वपूर्ण नियम, दस्तावेजीकरण, एनजीओ प्रबंधन और कॉरपोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (सीएसआर) से संबंधित जानकारी प्रदान की। जिला पंचायत से दिनेश मोरवाल ने सामाजिक अंकेक्षण की प्रक्रिया पर प्रकाश डाला।  

बड़ी संख्या में प्रतिनिधियों की भागीदारी  

इस प्रशिक्षण में विकासखंड समन्वयक शैलेंद्र सिंह सोलंकी, युवराज सिंह पंवार, निर्मल कुमार अमलियार, शिवशंकर शर्मा, मुकेश कटारिया, रतनलाल चरपोटा, विजयेश राठौड़ सहित स्वैच्छिक संगठनों और नवांकुर संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने बड़ी संख्या में भाग लिया।  

कार्यक्रम के दौरान विभिन्न संस्थाओं ने कलेक्टर को स्मृति चिन्ह और पुस्तकें भेंट कीं। प्रशिक्षण के अंत में सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए।  

प्रमुख विषयों पर हुआ प्रशिक्षण  

स्वैच्छिक संगठनों को मप्र जन अभियान परिषद की योजनाओं, एनजीओ पंजीयन की प्रक्रिया, सीएसआर फंडिंग, आदर्श ग्राम की परिकल्पना, सामाजिक अंकेक्षण और प्रभाव मूल्यांकन जैसे विषयों पर प्रशिक्षण दिया गया। संगठनों के प्रतिनिधियों ने अपने कार्यों का विस्तृत विवरण सदन के समक्ष प्रस्तुत किया।  

कार्यक्रम का संचालन जिला समन्वयक रत्नेश विजयवर्गीय ने किया और आभार विकासखंड समन्वयक रतनलाल चरपोटा ने व्यक्त किया।

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