
रतलाम- पब्लिक वार्ता,
न्यूज़ डेस्क। Ratlam News: हिंदी साहित्य जगत ने आज अपना एक अनमोल रत्न खो दिया। प्रख्यात साहित्यकार, चिंतक, विचारक एवं कवि प्रोफेसर अजहर हाशमी का मंगलवार शाम को रतलाम में निधन हो गया। वे 76 वर्ष के थे और पिछले कुछ समय से अस्वस्थ चल रहे थे। उनका इलाज रतलाम के आरोग्यम अस्पताल में चल रहा था, जहां उन्होंने शाम 6:08 बजे अंतिम सांस ली।
प्रोफेसर हाशमी के निधन की खबर मिलते ही साहित्य जगत और रतलाम शहर में शोक की लहर दौड़ गई। उनकी साहित्यिक सेवाओं और रचनात्मक योगदान को याद करते हुए कई साहित्यकारों और शिक्षाविदों ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है।
उनकी पार्थिव देह को अंतिम दर्शन के लिए रतलाम के इंदिरा नगर स्थित निवास पर रखा जाएगा। इसके बाद उनका अंतिम संस्कार उनके जन्मस्थान राजस्थान के झालावाड़ जिले के पिड़ावा कस्बे में बुधवार, 11 जून को संपन्न होगा।
प्रो. हाशमी ने अपनी लेखनी से न सिर्फ कविता और विचारधारा को नई दिशा दी, बल्कि युवा पीढ़ी को भी साहित्य की ओर प्रेरित किया। वे कई प्रतिष्ठित साहित्यिक सम्मानों से सम्मानित हो चुके थे और उनकी रचनाएं आज भी पाठकों के बीच अत्यंत लोकप्रिय हैं।
प्रोफेसर अजहर हाशमी का जाना न केवल रतलाम बल्कि सम्पूर्ण हिंदी साहित्य की अपूरणीय क्षति है।