Ratlam News: बिना अनुमति पेड़ काटने पर घिरा सेंट जोसेफ कान्वेंट, अभाविप ने किया चक्काजाम, महापौर ने दी कड़ी चेतावनी

Facebook
Twitter
LinkedIn
WhatsApp
Telegram

रतलाम- पब्लिक वार्ता,

न्यूज़ डेस्क। Ratlam News: रतलाम स्थित सेंट जोसेफ कान्वेंट स्कूल एक बार फिर विवादों में आ गया है। पर्यावरण संरक्षण कानूनों की धज्जियाँ उड़ाते हुए स्कूल प्रबंधन ने स्कूल परिसर में लगे हरे-भरे पेड़ों को बिना अनुमति कटवा दिया। मामले की जानकारी मिलते ही अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) ने विरोध प्रदर्शन करते हुए सड़क पर चक्काजाम कर दिया। मौके पर पहुँचे महापौर प्रहलाद पटेल ने स्कूल प्राचार्य को जमकर फटकार लगाई और दोषियों पर आपराधिक प्रकरण दर्ज करने के निर्देश दिए।

गुरुवार सुबह स्कूल परिसर में बरगद जैसे घने वृक्षों को काटने का कार्य शुरू हुआ, जिसकी भनक लगते ही अभाविप कार्यकर्ता मौके पर पहुँचे और स्कूल प्रबंधन के खिलाफ आक्रोश जताते हुए विरोध प्रदर्शन किया। छात्र सड़क पर बैठ गए और पेड़ काटने को पर्यावरण के खिलाफ अपराध बताते हुए दोषियों पर सख्त कार्रवाई की माँग की।

घटना की सूचना पर पुलिस बल मौके पर पहुँचा और यातायात सुचारु कराने की कोशिश की। वहीं, जब रतलाम के महापौर प्रहलाद पटेल को इस मामले की जानकारी मिली, तो वे तुरंत मौके पर पहुँचे। स्कूल परिसर के पास कटे हुए हरे-भरे बरगद के पेड़ों को देखकर वे बेहद नाराज़ हो गए। उन्होंने स्कूल प्राचार्य को फटकारते हुए कहा कि रतलाम देश के सबसे गर्म शहरों में शामिल है, और ऐसे समय में पेड़ों की कटाई सरासर अपराध है।

महापौर ने स्कूल प्रबंधन पर एक लाख रुपये जुर्माना लगाने के निर्देश दिए और इस मामले में आपराधिक केस दर्ज करने को कहा। साथ ही, पेड़ों की कटाई को लेकर मौके पर पंचनामा तैयार करने के भी आदेश दिए गए।

वाहनों की अव्यवस्था पर भी जताई नाराज़गी

महापौर पटेल ने स्कूल द्वारा सार्वजनिक सड़कों पर वाहनों को खड़ा करने पर भी सख्त रुख अपनाया। उन्होंने कहा कि आगे से स्कूल के सभी वाहन परिसर के भीतर ही खड़े किए जाएँ, अन्यथा सख्त कार्रवाई की जाएगी।

कानून से ऊपर मानता है खुद को स्कूल प्रबंधन

स्थानीय लोगों और सामाजिक संगठनों का आरोप है कि सेंट जोसेफ कान्वेंट स्कूल खुद को नियम-कानूनों से ऊपर समझता है। वर्षों से इस स्कूल द्वारा नियमों की अनदेखी की जाती रही है, लेकिन प्रभावशाली लोगों के संरक्षण के चलते प्रशासनिक कार्यवाही नहीं हो पाती थी। यही कारण है कि इस बार भी स्कूल ने बिना किसी अनुमति के पेड़ कटवा दिए।

Facebook
Twitter
LinkedIn
WhatsApp
Telegram