
रतलाम- पब्लिक वार्ता,
न्यूज़ डेस्क। Ratlam News: श्री शीतल तीर्थ (बांसवाड़ा रोड) पर वार्षिकोत्सव एवं महामस्तकाभिषेक का भव्य आयोजन मुनि 108 विनत सागर और आर्यिका विकाम्या श्री माताजी के ससंघ सानिध्य में संपन्न हुआ। इस अवसर पर तीर्थ क्षेत्र पर विशेष धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।

महामस्तकाभिषेक एवं ध्वजारोहण की मंगल क्रियाएं
प्रथम दिवस नित्याभिषेक के बाद ध्वजारोहण की मांगलिक क्रिया का सौभाग्य सरिता-महेन्द्र जैन (गुड़ वाला) परिवार, कोटा को प्राप्त हुआ। इसके पश्चात 51 फुट कृत्रिम कैलाश पर्वत पर विराजित 17 फुट ऊंची पद्मासन भगवान आदिनाथ की मूंगा वर्णी प्रतिमा का सैकड़ों श्रद्धालुओं ने पंचामृत से अभिषेक किया।
समाधिस्थ आचार्य योगीन्द्र सागर का अमृत महोत्सव
सोमवार को क्षेत्र के प्रेरणास्त्रोत, समाधिस्थ चतुर्थ पट्टाचार्य 108 योगीन्द्र सागर महामुनिराज का 65वां जन्मोत्सव अमृत महोत्सव के रूप में मनाया जाएगा। इस अवसर पर विशेष धार्मिक अनुष्ठान होंगे।
श्रद्धालुओं ने प्राप्त किया अभिषेक का सौभाग्य
इस आयोजन में मुख्य कलश सहित विभिन्न द्रव्यों से अभिषेक करने का सौभाग्य कई श्रद्धालु परिवारों को प्राप्त हुआ, जिनमें महेन्द्र-सरिता (कोटा), नरेन्द्र-संध्या रारा (गुवाहाटी), कमल-निशा ठोल्या (चेन्नई), पदम गांधी परिवार, विनोद प्रदीप दोषी परिवार, रतनलाल गोधा परिवार, पुखराज सेठी (जावरा), नरेश जैन परिवार (भिंड), मनोज जैन परिवार (भिंड), मीना-पवन चूड़ीवाला परिवार (इंदौर) और अन्य स्थानों से आए श्रद्धालु शामिल रहे।
ऐतिहासिक पंचकल्याणक की स्मृतियां हुईं जीवंत
क्षेत्र अधिष्ठात्री डॉ. सविता दीदी ने बताया कि गत वर्ष 21 से 26 फरवरी तक आचार्य 108 विशुद्धसागर मुनिराज और आचार्य सुन्दर सागर मुनिराज के ससंघ सानिध्य में पंचकल्याणक महोत्सव संपन्न हुआ था। उन्हीं स्मृतियों को जीवंत रखने हेतु इस वर्ष दो दिवसीय प्रथम वार्षिकोत्सव का आयोजन किया जा रहा है।
कार्यक्रम का संचालन राकेश जैन ‘चपलमन’ ने किया तथा विधि विधान का निर्देशन पं. नितिन जैन ने किया। तीर्थ प्रवक्ता राकेश पोरवाल ने आयोजन की विस्तृत जानकारी दी।
इस धार्मिक आयोजन ने भक्तों को अध्यात्म और भक्ति से सराबोर कर दिया।