
रतलाम- पब्लिक वार्ता,
न्यूज डेस्क। Ratlam News: जिले के जावरा-बड़ावदा रोड स्थित ग्राम जूना गड़गड़िया में मंगलवार शाम एक दर्दनाक हादसा हो गया, जिसमें दो मजदूरों की कुएं में दबकर मौत हो गई। घटना उस वक्त हुई जब खेत में नए कुएं की गोलाकार बाउंड्री का निर्माण कार्य चल रहा था। बारिश से कमजोर हुई मिट्टी हादसे की बड़ी वजह बनी।
मृतकों की पहचान विक्रम सिंह (43) पिता वैशाल सिंह और अमर सिंह (32) पिता गोपाल सिंह, दोनों निवासी ग्राम केलूखेड़ा, थाना बरखेड़ाकला, तहसील ताल, जिला रतलाम के रूप में हुई है। दोनों मजदूर कुएं के अंदर बाउंड्री निर्माण का कार्य कर रहे थे, तभी अचानक मिट्टी धंस गई और वे लगभग 45 फीट गहरे कुएं में मलबे के साथ दब गए।
राहत और रेस्क्यू में लगी पूरी रात
घटना शाम करीब 7 बजे की है। खेत में रास्ता खराब होने और गीली मिट्टी के कारण प्रशासन को मौके पर पहुंचने और राहत कार्य शुरू करने में कई घंटे की देरी हुई। रात करीब 12 बजे जावरा से पोकलेन मशीन मंगवाई गई और किनारे से खुदाई कर कुएं तक पहुंचने का रास्ता बनाया गया। अंततः रात 1.45 बजे दोनों के शव बाहर निकाले जा सके।
जिम्मेदार कौन?
हादसे के बाद मौके पर एसपी अमित कुमार, एएसपी राकेश खाखा, एसडीएम त्रिलोचन गौड़ और सीएसपी दुर्गेश आमों पहुंचे। रेस्क्यू में जेसीबी मशीन काम नहीं आई क्योंकि मिट्टी अधिक गीली थी। ग्रामीणों और प्रशासन की मदद से पोकलेन से खुदाई कर शव निकाले गए।
यह हादसा सरपंच प्रतिनिधि दशरथ गुर्जर के खेत में हुआ, जहां निर्माण कार्य कराया जा रहा था। सवाल उठ रहे हैं कि क्या कुएं के निर्माण में सुरक्षा मानकों का पालन किया गया था? क्या मजदूरों को सुरक्षा उपकरण दिए गए थे? इन सवालों के जवाब अभी बाकी हैं, लेकिन एक बात तय है कि यह हादसा प्रशासनिक लापरवाही और गैरजिम्मेदारी का नतीजा है।
पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंपे गए
बुधवार सुबह मृतकों के शवों का पोस्टमार्टम कर परिजनों को सौंप दिया गया। दोनों मजदूरों के असमय निधन से गांव और परिवार में मातम पसरा हुआ है।