रतलाम- पब्लिक वार्ता,
न्यूज़ डेस्क। Ratlam News: दीनदयाल नगर क्षेत्र में विवाद के बाद ट्रेन की चपेट में आने से दोनों पैर गंवाने वाले युवक अजय गामड़ के स्वजन शुक्रवार दोपहर कलेक्टर कार्यालय पहुंच गए और पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए हंगामा किया। स्वजन घायल अजय को न्याय दिलाने की मांग पर अड़े रहे और कलेक्टर मिशा सिंह के वाहन के आगे बैठ गए। इस दौरान करीब 10 मिनट तक हंगामे की स्थिति बनी रही।
जानकारी के अनुसार, 18 वर्षीय अजय पुत्र राजू गामड़ निवासी दीनदयाल नगर 22 अक्टूबर की शाम ईश्वर नगर के पास ट्रेन की चपेट में आ गया था। हादसे में उसके दोनों पैर कट गए थे। अजय ने आरोप लगाया था कि विशाल उर्फ चिनी और राजा उसे घर से बुलाकर ले गए और ट्रेन के सामने धक्का दे दिया।
थाना प्रभारी अनुराग यादव ने इसे झूठी कहानी बताते हुए जांच जारी रहने की बात कही थी। पुलिस के इस रवैये से नाराज स्वजन शुक्रवार दोपहर करीब 1 बजे कलेक्टर कार्यालय पहुंचे। डिप्टी कलेक्टर संजय शर्मा ने स्वजनों से आवेदन लेने की कोशिश की, लेकिन वे कलेक्टर से प्रत्यक्ष मुलाकात की मांग पर अड़े रहे।
इस बीच, कलेक्टर मिशा सिंह दूसरे गेट से निकलने लगीं तो स्वजन उनके वाहन के आगे बैठ गए। मौके पर हंगामे के कारण कलेक्टर ने नाराजगी जताई और अधीनस्थ अधिकारियों को फटकार लगाई। करीब 10 मिनट तक कलेक्टर का वाहन कैंटीन गेट पर रुका रहा, लेकिन पुलिस जवान प्रदर्शनकारियों को नहीं हटा सके।
स्थिति बिगड़ने पर एसपी अमित कुमार को सूचना दी गई, जिसके बाद एएसपी विवेक कुमार लाल, सीएसपी सत्येंद्र घनघोरिया और पुलिस बल मौके पर पहुंचा। एएसपी ने स्वजनों से बातचीत कर सीएसपी को जांच सौंपी और कार्रवाई का आश्वासन दिया, जिसके बाद स्वजन शांत हुए और प्रदर्शन समाप्त किया।
पृष्ठभूमि:
22 अक्टूबर को दो पक्षों के बीच हुए विवाद में दोनों ओर से मारपीट के प्रकरण दर्ज किए गए थे। उसी दिन शाम को अजय के साथ हादसा हुआ। पुलिस का कहना है कि घटना के समय आरोपित पुलिस हिरासत में थे, वहीं लोकोपायलट और प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि अजय ने खुद रेलवे लाइन पर छलांग लगाई थी। इस बीच, अजय के स्वजनों पर थाने में महिला आरक्षकों से मारपीट और शासकीय कार्य में बाधा का मामला भी दर्ज हुआ है।
