ट्रेन में चोरी : आरपीएफ जवान मेवालाल यादव की सतर्कता से पकड़ में आया चोर, महिला यात्री के करीब 6 लाख के सामान पर किया था हाथ साफ

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पब्लिक वार्ता – रतलाम,
जयदीप गुर्जर। स्टेशन के प्लेटफॉर्म 5 पर बुधवार रात 2.30 बजे के करीब ट्रेन में सवार महिला यात्री का पर्स चोरी होने की घटना सामने आई। जिसके बाद यह सूचना आरपीएफ जवान मिली और वह हरकत में आया। जवान ने बिना देरी किए सर्चिंग की और चोर को पकड़ लिया। दरअसल शांति एक्सप्रेस के ऐसी कोच बी-3 में सवार महिला का पर्स चोरी कर रतलाम प्लेटफॉर्म पर उतरे आरोपी चोर को आरपीएफ जवान मेवालाल यादव ने सूझबूझ से धरदबोचा। महिला के पर्स में गहने, नगदी व मोबाइल सहित 6 लाख रुपए से अधिक का सामान था।

जानकारी के अनुसार ट्रेन संख्या 19309 शांति एक्सप्रेस रात 2 बजे रतलाम आकर रवाना हुई। इसमें सवार महिला यात्री को अपना लेडिस पर्स नहीं मिला। चोरी की आशंका होने पर घबराई महिला ने इसकी जानकारी नागदा आरपीएफ को दी। जिसके बाद हरकत में आई आरपीएफ ने वायरलेस सेट पर रतलाम में प्लेटफार्म पर तैनात जवान मेवालाल यादव को इसकी जानकारी दी। यादव ने तुरंत सर्चिंग शुरू की और चोर को पकड़ लिया। चोरी करने वाला आरोपी रूपेश उर्फ पिंटू नागर पिता ओमप्रकाश नागर (40 वर्ष) निवासी अमृत नगर, पंवासा, जिला-उज्जैन का रहने वाला है। जिसके बाद आरपीएफ ने मामला रतलाम जीआरपी के सुपुर्द किया। जीआरपी ने मामले में 6 लाख17 हजार रूपयेे चोरी का आंकलन कर महिला यात्री के परिजन जीतू निवासी अहमदाबाद की शिकायत पर आरोपी के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया।

RPF की गिरफ्त में आरोपी

यादव की सूझबूझ से ऐसे धराया चोर
जब ट्रेन रतलाम आई थी तब प्लेटफॉर्म नंबर 5 पर ड्यूटी में तैनात आरपीएफ पोस्ट के कांस्टेबल मेवालाल यादव कोच चेकिंग कर रहे थे। इसी दौरान कोच अटेंडेंट ने बताया कि सिग्नल होते ही एक आदमी जल्दबाजी में उतरकर तेजी से चलता बना। ट्रेन निकलने के बाद जवान यादव प्लेटफॉर्म पर सर्चिंग कर ही रहे थे कि नागदा से सूचना आई कि रतलाम ट्रेन ठहरने के वक्त ऐसी कोच से पर्स चोरी हुआ है। आशंका पुख्ता होने के बाद कोच अटेंडेंट के बताए हुलिए के मुताबिक जवान यादव ने सभी सफाई कर्मचारीयों को प्लेटफॉर्म पर जुटाया। तब एक व्यक्ति प्लेटफॉर्म के आखरी छोर पर बैठा हुआ दिखाई दिया। उसकी तलाशी लेने पर उसके पास से लेडीज पर्स मिला।
पूछताछ में ठीक से जवाब नहीं देकर गुमराह करता रहा। जिसके बाद उसे आरपीएफ़ पोस्ट रतलाम पर ले जाया गया। जहां उप निरीक्षक सतीश तंवर व सहायक उप निरीक्षक महेंद्र सिंह द्वारा सख्ती से पूछताछ की। तब आरोपी ने अपना नाम रूपेश उर्फ पिंटू नागर पिता ओमप्रकाश नागर बताया और चोरी की घटना कबूली। आरपीएफ ने उसके पास से मिले लेडीज पर्स की जांच की तो उसमें एक मोबाइल वीवो कंपनी, अंदर रखा एक छोटा पर्स जिसमें 6,900 रुपए नगदी, एक सोने की डायमंड लगी चैन, एक सोने की डायमंड लगी अंगूठी मिली।

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