Train General Ticket Update: 1 दिसंबर से जनरल टिकट वालों को मिलेगी बड़ी खुशखबरी? जानिए सच्चाई

नई दिल्ली – पब्लिक वार्ता,
न्यूज़ डेस्क। Train General Ticket Update: सोशल मीडिया पर इन दिनों एक खबर तेजी से वायरल हो रही है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि भारतीय रेलवे 1 दिसंबर 2024 से जनरल टिकट वाले यात्रियों को बड़ी राहत देने वाला है। कहा जा रहा है कि रेलवे जनरल टिकट धारकों को आरक्षित सीट देने और टिकट की कीमतें स्थिर रखने की योजना बना रहा है। लेकिन क्या यह खबर सच है? आइए जानते हैं इस वायरल दावे की सच्चाई। 

क्या कहता है भारतीय रेलवे?
भारतीय रेलवे ने अभी तक ऐसी किसी योजना की आधिकारिक पुष्टि नहीं की है। रेलवे द्वारा जारी आधिकारिक घोषणाओं में इस तरह की किसी विशेष सुविधा का जिक्र नहीं है। यह दावा पूरी तरह से अफवाह प्रतीत होता है। 

हालांकि, रेलवे समय-समय पर यात्रियों की सुविधा के लिए नियमों और सेवाओं में बदलाव करता रहा है। हाल ही में, रेलवे ने टिकट बुकिंग, किराया नीति और जनरल टिकट से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं। 



रेलवे के मौजूदा नियम और नई सुविधाएं

| विवरण                | नया नियम                               | 
|—————————|——————————————-| 
| टिकट बुकिंग की अवधि    | 60 दिन पहले (पहले 120 दिन थी)             | 
| जनरल टिकट             | चुनिंदा ट्रेनों में ऑनलाइन उपलब्ध          | 
| बच्चों का किराया      | 5-12 वर्ष के लिए सीट लेने पर पूरा किराया   | 
| सीनियर सिटीजन छूट    | पुरुष: 40%, महिलाएं: 50%                   | 
| तत्काल टिकट बुकिंग    | यात्रा की तारीख से 1 दिन पहले उपलब्ध       | 
| रद्दीकरण और रिफंड     | यात्रा से पहले रद्दीकरण संभव (तत्काल पर नहीं)| 



1 दिसंबर से रेलवे का कोई नया बदलाव?
1 दिसंबर से रेलवे द्वारा किसी विशेष बदलाव या सुविधा की घोषणा नहीं की गई है। वायरल खबर में दावा किया गया है कि जनरल टिकट वाले यात्रियों को कंफर्म सीटें दी जाएंगी, लेकिन यह पूरी तरह से भ्रामक है। 

हाल में हुए बड़े बदलाव
1. टिकट बुकिंग की अवधि घटाई गई
अब यात्री अधिकतम 60 दिन पहले टिकट बुक कर सकते हैं। पहले यह अवधि 120 दिन थी। 

2. ऑनलाइन जनरल टिकट की सुविधा 
IRCTC की वेबसाइट और मोबाइल ऐप पर अब जनरल टिकट भी बुक किए जा सकते हैं। इससे स्टेशन पर लंबी कतारों से राहत मिली है। 

3. बच्चों के किराए में बदलाव
– 5 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए यात्रा मुफ्त है (बिना सीट)। 
– 5-12 साल के बच्चों के लिए सीट चाहिए तो पूरा किराया देना होगा। 

4. तत्काल टिकट बुकिंग के नियम सख्त किए गए
– तत्काल टिकट केवल यात्रा से 1 दिन पहले बुक किया जा सकता है। 
– कोई रद्दीकरण और रिफंड नहीं मिलता। 



यात्रियों के लिए नई सुविधाएं

1. स्टेशनों पर साफ-सफाई
   – रेलवे स्टेशनों और ट्रेनों में स्वच्छता पर खास ध्यान दे रहा है। 
2. डिजिटल सेवाएं
   – IRCTC ऐप के जरिए टिकट बुकिंग, लाइव ट्रेन लोकेशन और PNR स्टेटस। 
   डिजिटल भुगतान की सुविधा। 
3. सीनियर सिटीजन और दिव्यांग छूट
   – वरिष्ठ नागरिकों को 40-50% की छूट। 
    – दिव्यांग यात्रियों को 25-75% तक की छूट। 



रेलवे का सुझाव: अफवाहों से बचें
भारतीय रेलवे ने यात्रियों से अपील की है कि वे केवल आधिकारिक वेबसाइट या प्रेस विज्ञप्ति पर भरोसा करें। सोशल मीडिया पर वायरल खबरें अक्सर भ्रामक होती हैं। 



डिस्क्लेमर: यह लेख मौजूदा सूचनाओं पर आधारित है। भविष्य में किसी भी नए बदलाव के लिए रेलवे की आधिकारिक घोषणाओं का इंतजार करें।

Ratlam’s Lakshmi Temple : MP के इस शहर में है कुबेर का खजाना! ; प्रसाद में बंटते है कड़क नोट और गहने

रतलाम – पब्लिक वार्ता,
जयदीप गुर्जर। Ratlam’s Lakshmi Temple: आपसे कोई पूछे की कुबेर का खजाना कहां है? तो आपको जवाब नहीं मिलेगा। लेकिन मध्यप्रदेश के रतलाम शहर का एक ऐसा मंदिर है जिसे आप देख ले तो आपको आपका जवाब जरूर मिल जाएगा। रतलाम के माणक चौक स्थित महालक्ष्मी मंदिर दिवाली पर कुछ ऐसे ही नजर आता है। इस मंदिर में इतना धन – दौलत देखकर हर कोई इसे कुबेर के खजाने से ही जोड़ता है। लेकिन असल में यह कुबेर का खजाना नहीं बल्कि भक्तों का धन है जो महालक्ष्मी को अर्पण किया जाता है।

दरअसल दीपावली (Diwali) के पर्व पर रतलाम का ऐतिहासिक महालक्ष्मी (Ratlam Lakshmi Mandir) मंदिर देशभर में अनूठा आकर्षण बना हुआ है। यहां महालक्ष्मी की मूर्ति को सजाने के लिए भक्तों द्वारा दिए गए करोड़ों रुपये के नोट और आभूषणों से पूरा मंदिर परिसर कुबेर के खजाने की तरह जगमगा उठा है। यह देश का इकलौता मंदिर है जहां दीपावली पर भक्तों द्वारा दिए गए गहनों और नकदी से सजावट की जाती है।

मंदिर के गर्भ गृह में विराजमान महालक्ष्मी माता, दाएं भगवान गणेश व बाएं देवी सरस्वती की प्रतिमा

नोटों और आभूषणों की अद्भुत सजावट
मंदिर में इस वर्ष दीपावली सजावट की शुरुआत 14 अक्टूबर, शरद पूर्णिमा से ही हो चुकी थी। विभिन्न मूल्यवर्ग के नोट, 1 रुपये से लेकर 500 रुपये तक के नए-नए नोट, मंदिर के हर कोने में सजाए गए हैं। ये नोट और आभूषण भक्तों द्वारा स्वेच्छा से श्रद्धा के साथ दिए जाते हैं। मंदसौर, नीमच, इंदौर, उज्जैन, नागदा, खंडवा, देवास सहित राजस्थान, महाराष्ट्र, गुजरात, जम्मू कश्मीर आदि तक से भक्तजन धन और आभूषणों के साथ मंदिर में माता महालक्ष्मी का श्रृंगार करने पहुंचते हैं।

तस्वीर में मंदिर की भव्यता की झलक, हर कोना नोट और आभूषणों से भरा पड़ा है, जो कुबेर के खजाने सा प्रतित हो रहा है।

श्रद्धालु अपने घरों की तिजोरी से नकदी और गहने लेकर मंदिर में सजावट के लिए जमा कराते हैं। यहां तक कि कई भक्त तो 5 लाख रुपये तक नकद भी श्रद्धापूर्वक रखते हैं। इन नोटों से मंदिर के लिए विशेष वंदनवार बनाए जाते हैं, जिससे पूरा गर्भगृह कुबेर के खजाने जैसा दिखाई देने लगता है।

सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
मंदिर में इतने विशाल खजाने की सुरक्षा के लिए 4 गार्ड और सीसीटीवी कैमरे तैनात हैं। साथ ही, मंदिर के निकट स्थित माणक चौक पुलिस थाना 24 घंटे मंदिर की सुरक्षा में मुस्तैद रहता है। भक्तजनों की संपत्ति की पवित्रता बनाए रखने के लिए मंदिर प्रशासन हर प्रकार का एहतियात बरतता है। जितने विश्वास से भक्त यहां सजावट के लिए धन व आभूषण अर्पित करते है, उतने ही विश्वास से लेने भी आते है। हैरानी की बात है की आज तक कभी किसी के धन वापसी करते समय कोई विघ्न नहीं आया है।

श्रद्धालुओं के नोट और आभूषण सुरक्षित, रजिस्टर में एंट्री के साथ टोकन
मंदिर प्रशासन भक्तों की संपदा की सुरक्षा के लिए हर संभव प्रबंध करता है। प्रत्येक भक्त के नोट और आभूषणों का नाम, पता और मोबाइल नंबर एक रजिस्टर में दर्ज किया जाता है। इसके साथ ही, भक्त का पासपोर्ट आकार का फोटो भी लगाया जाता है और टोकन देकर यह संपत्ति उन्हें बाद में सुरक्षित रूप से लौटाई जाती है। यह व्यवस्था इतनी पुख्ता है कि आज तक किसी भी भक्त की संपदा में कोई हेरफेर नहीं हुआ है।

सजावट के लिए नोटों की लड़ियां तैयार करते कारीगर

दीपावली के बाद प्रसाद में लौटाए जाएंगे गहने और नकदी
सबसे विशेष और रहस्यमय पहलू यह है कि दीपावली का पर्व समाप्त होते ही भाई दूज के दिन भक्तों को उनका धन और गहने “प्रसाद” के रूप में लौटा दिए जाते हैं। मान्यता है कि जिनके धन से महालक्ष्मी का श्रृंगार होता है, उनके घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है।

दो शताब्दियों पुरानी परंपरा
मंदिर के कुलदीप त्रिवेदी के अनुसार लगभग 200 वर्ष पहले राजा रतन सिंह ने अपने राज्य की समृद्धि और प्रजा की खुशहाली के लिए यह परंपरा शुरू की थी। उन्होंने अपनी संपदा पांच दिनों तक देवी महालक्ष्मी के चरणों में अर्पित करने का संकल्प लिया, जो आज तक निभाया जा रहा है। इसी क्रम में इस मंदिर में महालक्ष्मी के आठ स्वरूपों—अधी लक्ष्मी, धान्य लक्ष्मी, लक्ष्मीनारायण, धन लक्ष्मी, विजयलक्ष्मी, वीर लक्ष्मी, संतान लक्ष्मी और ऐश्वर्य लक्ष्मी—की प्रतिमाएं स्थापित हैं।

वास्तविक कुबेर के खजाने जैसा भव्य रूप
दीपावली पर पूरे सप्ताह तक यह मंदिर वैभव और आस्था का अनोखा प्रतीक बन जाता है। श्रद्धालुओं का मानना है कि यहां दिए गए धन से महालक्ष्मी के आशीर्वाद से उनका घर और जीवन समृद्धि से भर जाता है।

Diwali Special Train : दीपावली और छठ के मद्देनजर उधना-जयनगर और जयनगर-उज्जैन के बीच विशेष ट्रेन का परिचालन

रतलाम – पब्लिक वार्ता,
न्यूज़ डेस्क|Diwali Special Train : दीपावली और छठ पर्व पर यात्रियों की बढ़ती भीड़ को ध्यान में रखते हुए पश्चिम रेलवे ने रतलाम मंडल से होकर गुजरने वाली उधना-जयनगर और जयनगर-उज्जैन के बीच एक-एक फेरा विशेष अनारक्षित ट्रेन का परिचालन करने का निर्णय लिया है। यह ट्रेन पूरी तरह अनारक्षित होगी, जिससे यात्रियों को अपनी यात्रा के लिए टिकट बुक करने की आवश्यकता नहीं होगी।

09039 उधना-जयनगर स्पेशल (29 अक्टूबर 2024)
गाड़ी संख्या 09039 उधना-जयनगर स्पेशल ट्रेन 29 अक्टूबर मंगलवार को उधना से सुबह 10:15 बजे रवाना होगी। रतलाम मंडल में यह रतलाम (शाम 5:30 बजे/5:40 बजे) और उज्जैन (रात 8:05 बजे/8:10 बजे) पर ठहरेगी और गुरुवार को सुबह 7:00 बजे जयनगर पहुंचेगी। 

09040 जयनगर-उज्जैन स्पेशल (31 अक्टूबर 2024)
वापसी में, गाड़ी संख्या 09040 जयनगर-उज्जैन स्पेशल 31 अक्टूबर गुरुवार को जयनगर से सुबह 11:30 बजे रवाना होगी और अगले दिन, शुक्रवार को शाम 6:15 बजे उज्जैन पहुंचेगी।

भुज-शालिमार एक्सप्रेस का परिचालन रद्द

अपरिहार्य कारणों के चलते 26 अक्टूबर को शालिमार से रवाना होने वाली ट्रेन संख्या 22830, शालिमार-भुज एक्सप्रेस को रद्द कर दिया गया है।

इसके अलावा, रेक की उपलब्धता न होने के कारण 29 अक्टूबर को भुज से रवाना होने वाली और 30 अक्टूबर को रतलाम, नागदा, उज्जैन और शुजालपुर होते हुए शालिमार जाने वाली ट्रेन संख्या 22829 भुज-शालिमार एक्सप्रेस भी रद्द रहेगी। यात्रियों से अनुरोध है कि यात्रा से पहले ट्रेन की स्थिति अवश्य जांच लें।

स्टेशन ठहराव
यह ट्रेन दोनों दिशाओं में संत हिरदाराम नगर, बीना, सागर, दमोह, कटनी मुड़वारा, सतना, मानिकपुर, प्रयागराज छिवकी, पं. दीनदयाल उपाध्याय, बक्सर, आरा, दानापुर, पाटलिपुत्र, सोनपुर, हाजीपुर, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, दरभंगा, और मधुबनी स्टेशनों पर रुकेगी। उधना से जयनगर की ओर जाते समय, गाड़ी संख्या 09039 सूरत, सायण, भरूच, वडोदरा और गोधरा स्टेशनों पर भी ठहरेगी।


यात्रियों से अनुरोध है कि यात्रा से पहले ट्रेनों की जानकारी रेलवे की आधिकारिक वेबसाइट या हेल्पलाइन से जरूर प्राप्त करें।

Burning Train: इंदौर-रतलाम डेमू ट्रेन के इंजन में लगी आग, स्थानीय किसानों की तत्परता से बड़ा हादसा टला

रतलाम – पब्लिक वार्ता,
न्यूज डेस्क। Burning Train: इंदौर से रतलाम जा रही डेमू ट्रेन (Indore – Ratlam Demu Train) के इंजन में रुनिजा से प्रीतम नगर के बीच अचानक आग लग गई। घटना के बाद स्थिति को नियंत्रित करने के प्रयास तेजी से शुरू किए गए। हालांकि, फायर ब्रिगेड को घटनास्थल तक पहुंचने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा, जिसके चलते स्थानीय लोग और रेलवे कर्मचारी आग पर काबू पाने में जुट गए।

आग बुझाते ग्रामीण व रेल कर्मचारी


आग को बुझाने में स्थानीय किसानों ने बड़ी भूमिका निभाई। उन्होंने अपनी मोटरपंप और पाइप का उपयोग कर आग बुझाने में मदद की। उनकी तत्परता से आग पर जल्द काबू पा लिया गया, जिससे बड़ा हादसा टल गया। रेलवे प्रशासन ने ट्रेन को रतलाम लाने के लिए वैकल्पिक इंजन की व्यवस्था की है। जनसंपर्क अधिकारी खेमराज मीणा ने बताया कि पश्चिम रेलवे, रतलाम मंडल की ट्रेन नंबर 09347 डॉ. अंबेडकर नगर-रतलाम डेमू में शाम 5:20 बजे के आसपास रनिजा और नौगांव के बीच 400/17 किमी पर डीपीसी नंबर 16041 के आगे के हिस्से में आग लग गई। फायर ब्रिगेड को सूचित कर आग पर काबू पाया गया, और किसी भी प्रकार की जनहानि नहीं हुई है।

रेलवे प्रशासन ने यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए घटना की जांच के आदेश दिए हैं। गौरतलब है कि पिछले कुछ समय में डेमू ट्रेनों में लगातार हादसे हो रहे हैं, जिसमें अप्रैल 2023 में प्रीतम नगर स्टेशन पर हुई भयंकर आग भी शामिल है।

Special Train: दीपावली और छठ के अवसर पर उधना-जयनगर और जयनगर-उज्जैन के बीच चलेगी विशेष ट्रेन, यात्रियों को मिलेगी राहत

रतलाम- पब्लिक वार्ता,
न्यूज़ डेस्क| Special Train: दीपावली और छठ पर्व के दौरान यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए पश्चिम रेलवे ने उधना-जयनगर और जयनगर-उज्जैन के बीच एक-एक फेरा स्पेशल ट्रेन चलाने का निर्णय लिया है। इस विशेष ट्रेन का परिचालन रतलाम मंडल से होकर किया जाएगा, जिससे त्योहार के दौरान यात्रा की बढ़ती मांग को पूरा किया जा सके।

उधना-जयनगर स्पेशल ट्रेन का समय और मार्ग

गाड़ी संख्या 09039, उधना-जयनगर स्पेशल 27 अक्टूबर रविवार को उधना से सुबह 10:15 बजे रवाना होगी। यह ट्रेन रतलाम मंडल के रतलाम (शाम 5:30/5:40 बजे) और उज्जैन (रात 8:05/8:10 बजे) स्टेशनों पर रुकते हुए मंगलवार को सुबह 7:00 बजे जयनगर पहुंचेगी।

जयनगर-उज्जैन स्पेशल ट्रेन का समय और मार्ग

वापसी में गाड़ी संख्या 09040, जयनगर-उज्जैन स्पेशल 29 अक्टूबर मंगलवार को सुबह 11:30 बजे जयनगर से प्रस्थान करेगी और बुधवार को शाम 6:15 बजे उज्जैन स्टेशन पहुंचेगी।

महत्वपूर्ण स्टेशनों पर ठहराव

यह स्पेशल ट्रेन संतहिरदाराम नगर, बीना, सागर, दमोह, कटनी मुड़वारा, सतना, मानिकपुर, प्रयागराज छिवकी, पं. दीनदयाल उपाध्याय, बक्सर, आरा, दानापुर, पाटलिपुत्र, सोनपुर, हाजीपुर, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, दरभंगा और मधुबनी स्टेशनों पर रुकेगी। ट्रेन में स्लीपर और सामान्य श्रेणी के कोच होंगे, जिससे यात्रियों को आरामदायक यात्रा की सुविधा मिलेगी।

त्योहार के दौरान यात्रियों के लिए राहत भरा कदम

त्योहारी सीजन में इस स्पेशल ट्रेन के परिचालन से यात्रियों को बड़ी राहत मिलेगी, खासकर उन लोगों के लिए जो दीपावली और छठ पर्व मनाने अपने घर लौटना चाहते हैं। रेलवे के इस कदम से यात्रियों को आसानी से यात्रा करने का मौका मिलेगा।

Western Railway: विरोध के बाद रतलाम रेल मंडल ने अपना आदेश रोका, डेमू रेक और समय नहीं बदला जाएगा

रतलाम – पब्लिक वार्ता,
जयदीप गुर्जर। Western Railway: रतलाम रेल मंडल (Ratlam Railways) द्वारा मेमू रेक से ट्रेनों के संचालन को लेकर जारी किए गए आदेश को फिलहाल होल्ड कर दिया गया है, और अगले आदेश तक मौजूदा ट्रेनें पूर्वानुसार चलती रहेंगी। 28 अक्टूबर 2024 से रतलाम-भीलवाड़ा-रतलाम एक्सप्रेस (Ratlam To Bhilwara Demu Train) को डेमू के स्थान पर मेमू रेक से संचालित करने का आदेश जारी किया गया था। साथ ही कुछ ट्रेनों के आगमन-प्रस्थान के समय और प्लेटफॉर्म में बदलाव भी किए गए थे। मंडल के जनसंपर्क अधिकारी खेमराज मीणा ने बताया की अपरिहार्य कारणों से इस फैसले को रोका गया है। शुक्रवार को जारी आदेश 24 घंटे के भीतर शनिवार को वापस ले लिए गए।

मालवा रेल फेन क्लब के शिवम राजपुरोहित ने आदेश आने के बाद उच्च अधिकारियों को अवगत कराया और विरोध किया। जिसके बाद इस फैसले को वापस ले लिया गया। दरअसल रतलाम मंडल को रेलवे बोर्ड द्वारा एक मेमू रेक आवंटित किया गया था, जिसके बाद अधिकारियों ने रतलाम-भीलवाड़ा-रतलाम और रतलाम-चित्तौड़गढ़-रतलाम डेमू ट्रेनों (Ratlam To Chittaurgadh Train) को क्रमशः 28 और 29 अक्टूबर से मेमू रेक से संचालित करने का नोटिफिकेशन जारी किया था। इस फैसले से आम यात्रियों को असुविधा होने की संभावना थी, क्योंकि महू से भीलवाड़ा और महू से चित्तौड़गढ़ तक यात्रियों को डेमू ट्रेनों में बिना बदलाव यात्रा करने की सुविधा थी। लेकिन नए फैसले के अनुसार, अब यात्रियों को रतलाम में ट्रेन बदलनी पड़ती, जिससे यात्रियों के सफर में कठिनाइयां आ सकती थीं। इसके अलावा, आदिवासी अंचल की लाइफलाइन मानी जाने वाली दाहोद-रतलाम-उज्जैन मेमू ट्रेन के समय में भी बदलाव से यात्रियों को मुश्किल होती।

मेमू रेक को नहीं जाने देना चाहते थे!
क्लब के शिवम राजपुरोहित ने बताया की मंडल प्रबंधक का बयान आया की रतलाम मंडल को केवल एक मेमू रेक मिला था, और इसे हाथ से जाने नहीं देना चाहते थे, इसलिए यह निर्णय लिया गया। इस निर्णय पर मालवा रेल फेन क्लब ने सवाल उठाते हुए सुझाव दिया कि मेमू रेक (Memu Train) का उपयोग उज्जैन-चित्तौड़गढ़-उज्जैन एक्सप्रेस में फतेहाबाद के रास्ते किया जा सकता था ताकि यह रेक रतलाम मंडल के अधीन ही रहता। उन्होंने महू-भीलवाड़ा और महू-चित्तौड़गढ़ डेमू गाड़ियों (Demu Train) को यथावत बनाए रखने की मांग की, जिससे आम यात्रियों को बिना किसी बदलाव के यात्रा जारी रखने का विकल्प मिलता। इस आदेश का विरोध किया गया, जिसके परिणामस्वरूप अब इस आदेश को रद्द कर दिया गया है।

Special train: दीपावली और छठ पूजा के अवसर पर अहमदाबाद, वडोदरा से दानापुर, बनारस और गया के लिए विशेष ट्रेनों का संचालन

अहमदाबाद- पब्लिक वार्ता,
न्यूज़ डेस्क| Special Train: पश्चिम रेलवे द्वारा दीपावली और छठ पूजा के दौरान यात्रियों की अतिरिक्त भीड़ को ध्यान में रखते हुए रतलाम मंडल से होकर अहमदाबाद से दानापुर, अहमदाबाद से बनारस और वडोदरा से गया के लिए विशेष किराए पर त्योहारी स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया जा रहा है। इन स्पेशल ट्रेनों की बुकिंग 25 अक्टूबर 2024 से सभी पीआरएस काउंटर और आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर शुरू होगी।

गाड़ी संख्या 09461/09462 अहमदाबाद-दानापुर-अहमदाबाद स्पेशल 
गाड़ी संख्या 09461 अहमदाबाद-दानापुर स्पेशल ट्रेन 26 अक्टूबर से 16 नवंबर तक प्रत्येक शनिवार को अहमदाबाद से सुबह 08:25 बजे प्रस्थान करेगी। यह ट्रेन रतलाम मंडल के रतलाम (14:40/14:50), नागदा (15:53/15:55), उज्जैन (17:25/17:35) और मक्सी (18:59/19:01) होते हुए रविवार को 16:50 बजे दानापुर पहुंचेगी। वापसी में गाड़ी संख्या 09462 दानापुर-अहमदाबाद स्पेशल ट्रेन 27 अक्टूबर से 17 नवंबर तक प्रत्येक रविवार को 21:55 बजे दानापुर से रवाना होकर मंगलवार को 07:10 बजे अहमदाबाद पहुंचेगी। इस ट्रेन में विभिन्न श्रेणियों के कोच उपलब्ध रहेंगे।

गाड़ी संख्या 09403/09404 अहमदाबाद-बनारस-अहमदाबाद स्पेशल
गाड़ी संख्या 09403 अहमदाबाद-बनारस स्पेशल ट्रेन 29 अक्टूबर से 12 नवंबर तक प्रत्येक मंगलवार को रात 22:40 बजे अहमदाबाद से रवाना होगी। यह ट्रेन बुधवार को रतलाम मंडल के दाहोद (02:26/02:28), रतलाम (04:20/04:25), नागदा (05:12/05:14) होते हुए गुरुवार सुबह 04:05 बजे बनारस पहुंचेगी। वापसी में गाड़ी संख्या 09404 बनारस-अहमदाबाद स्पेशल प्रत्येक गुरुवार को बनारस से सुबह 07:15 बजे प्रस्थान करेगी और शुक्रवार शाम 18:00 बजे अहमदाबाद पहुंचेगी।

गाड़ी संख्या 09115/09116 वडोदरा-गया-वडोदरा स्पेशल
गाड़ी संख्या 09115 वडोदरा-गया स्पेशल ट्रेन 29 अक्टूबर को वडोदरा से 00:45 बजे रवाना होकर रतलाम मंडल के दाहोद (02:50/02:52), रतलाम (05:00/05:10), नागदा (05:50/05:52), उज्जैन (07:10/07:15) और मक्सी (08:00/08:02) होते हुए बुधवार सुबह 07:00 बजे गया पहुंचेगी। वापसी में गाड़ी संख्या 09116 गया-वडोदरा स्पेशल बुधवार को गया से 10:00 बजे प्रस्थान कर गुरुवार को 14:00 बजे वडोदरा पहुंचेगी।

यात्री अधिक जानकारी के लिए www.enquiry.indianrail.gov.in पर देख सकते हैं।

Chath Puja & Diwali Special Train: दीपावली और छठ पूजा के अवसर पर यात्रियों के लिए विशेष ट्रेनें, इन स्टेशनों से बुकिंग हुई शुरू

रतलाम – पब्लिक वार्ता,
न्यूज डेस्क। Chath Puja & Diwali Special Train: पश्चिम रेलवे ने दीपावली और छठ पूजा के दौरान यात्रियों की अतिरिक्त भीड़ को देखते हुए रतलाम मंडल से होकर गुजरने वाली दो त्‍यौहार विशेष ट्रेनों का परिचालन करने का निर्णय लिया है। इन ट्रेनों को विशेष किराये पर संचालित किया जाएगा, जिससे यात्रियों को राहत मिल सके।

1.अहमदाबाद-जयनगर-अहमदाबाद त्‍यौहार स्‍पेशल ट्रेन:
गाड़ी संख्‍या 09467 अहमदाबाद-जयनगर स्‍पेशल ट्रेन 25 अक्‍टूबर, 2024 को अहमदाबाद से शाम 4:35 बजे प्रस्थान करेगी। यह ट्रेन रतलाम मंडल के रतलाम (रात 10:00 बजे), नागदा (रात 10:38 बजे) और उज्‍जैन (रात 11:45 बजे) होते हुए 27 अक्‍टूबर को सुबह 7:30 बजे जयनगर पहुंचेगी। वापसी में, गाड़ी संख्‍या 09468 जयनगर-अहमदाबाद स्‍पेशल 27 अक्‍टूबर, 2024 को सुबह 10:30 बजे जयनगर से चलेगी और 28 अक्‍टूबर को रतलाम मंडल के उज्‍जैन (शाम 4:55 बजे), नागदा (शाम 5:55 बजे), और रतलाम (शाम 7:00 बजे) होते हुए 29 अक्‍टूबर को सुबह 1:10 बजे अहमदाबाद पहुंचेगी।

इस ट्रेन का दोनों दिशाओं में रतलाम, नागदा, उज्जैन, प्रयागराज छिवकी, पाटलिपुत्र, दरभंगा, मधुबनी समेत कई प्रमुख स्टेशनों पर ठहराव दिया गया है। यह ट्रेन फर्स्‍ट एसी, सेकंड एसी, थर्ड एसी, स्‍लीपर एवं सामान्‍य श्रेणी के कोच के साथ चलेगी। ट्रेन संख्या 09467 की बुकिंग 24 अक्टूबर, 2024 से शुरू होगी।

2. उधना-गया-वडोदरा त्‍यौहार स्‍पेशल ट्रेन:
गाड़ी संख्‍या 09011 उधना-गया स्‍पेशल 25 अक्‍टूबर, 2024 को रात 10:00 बजे उधना से प्रस्थान करेगी। यह ट्रेन रतलाम मंडल के दाहोद (रात 2:50 बजे), रतलाम (सुबह 5:00 बजे), नागदा (सुबह 5:50 बजे), उज्जैन (सुबह 7:10 बजे) और मक्‍सी (सुबह 8:00 बजे) होते हुए अगले दिन सुबह 7:00 बजे गया पहुंचेगी। वापसी में, गाड़ी संख्‍या 09012 गया-वडोदरा स्‍पेशल 27 अक्‍टूबर, 2024 को सुबह 10:00 बजे गया से चलेगी और 28 अक्‍टूबर को रतलाम मंडल के मक्‍सी (सुबह 7:55 बजे), उज्जैन (सुबह 8:40 बजे), नागदा (सुबह 9:25 बजे), रतलाम (सुबह 10:00 बजे) और दाहोद (सुबह 11:30 बजे) होते हुए दोपहर 2:00 बजे वडोदरा पहुंचेगी।

इस ट्रेन का दोनों दिशाओं में वडोदरा, गोधरा, रतलाम, नागदा, उज्जैन, प्रयागराज छिवकी और डेहरी ओन सोन समेत कई प्रमुख स्टेशनों पर ठहराव रहेगा। यह ट्रेन सेकंड एसी, थर्ड एसी, स्‍लीपर और सामान्‍य श्रेणी कोचों के साथ चलेगी।  ट्रेन संख्या 09011 की बुकिंग भी 24 अक्टूबर, 2024 से शुरू होगी।

रतलाम मंडल जनसंपर्क अधिकारी खेमराज मीना ने बताया यात्रियों से अनुरोध है कि ट्रेन के ठहराव और संरचना संबंधी विस्तृत जानकारी के लिए www.enquiry.indianrail.gov.in पर अवलोकन करें।

Rail Waiting Ticket: GNWL या PQWL, कौन सी टिकट होती है पहले कंफर्म, समझें ट्रेन की वेटिंग टिकटों का पूरा फंडा

नई दिल्ली- पब्लिक वार्ता,
न्यूज़ डेस्क : Rail Waiting Ticket: भारत में ट्रेन यात्रा सबसे सस्ती और पसंदीदा साधन है, लेकिन सीटों की मांग हमेशा बनी रहती है। खासकर त्योहारों जैसे दिवाली और छठ के दौरान टिकट की मांग अपने चरम पर होती है। इस दौरान, बहुत से यात्रियों को कंफर्म टिकट नहीं मिल पाता और वे वेटिंग लिस्ट में शामिल हो जाते हैं। कई यात्री वेटिंग टिकट से परिचित होते हैं, परंतु कम ही लोग जानते हैं कि ये कितने प्रकार की होती हैं और किस वेटिंग लिस्ट से कंफर्म टिकट मिलने के चांस ज्यादा होते हैं।

जब ट्रेन की सभी सीटें बुक हो जाती हैं, तब रेलवे वेटिंग टिकट जारी करता है, ताकि कोई यात्री टिकट कैंसिल करता है तो वह सीट वेटिंग लिस्ट में शामिल किसी अन्य यात्री को मिल सके। वेटिंग टिकट मुख्य रूप से चार प्रकार की होती हैं—जनरल वेटिंग लिस्ट (GNWL), रिमोट लोकेशन वेटिंग लिस्ट (RLWL), पूल्ड कोटा वेटिंग लिस्ट (PQWL), और तत्काल कोटा वेटिंग लिस्ट (TQWL)। आइए, जानते हैं किस वेटिंग लिस्ट के कंफर्म होने की कितनी संभावना होती है।

जनरल वेटिंग लिस्ट (GNWL)
GNWL उस स्थिति में जारी की जाती है, जब यात्री ट्रेन के ओरिजिन स्टेशन से यात्रा कर रहा हो। उदाहरण के लिए, अगर आप दिल्ली से मुंबई जाने वाली ट्रेन का टिकट दिल्ली से बुक करते हैं, तो आपको GNWL मिलेगा। इस वेटिंग लिस्ट के कंफर्म होने के चांस सबसे ज्यादा होते हैं, क्योंकि इसमें ओरिजिन और डेस्टिनेशन स्टेशनों के लिए सीटों की संख्या अधिक होती है।

रिमोट लोकेशन वेटिंग लिस्ट (RLWL)
RLWL वेटिंग लिस्ट उन यात्रियों के लिए होती है जो बीच के महत्वपूर्ण स्टेशनों से टिकट बुक करते हैं। उदाहरण के लिए, अगर कोई व्यक्ति हावड़ा से दिल्ली जाने वाली ट्रेन में पटना से यात्रा करता है, तो उसे RLWL मिलेगा। इस लिस्ट के कंफर्म होने के चांस GNWL के मुकाबले कम होते हैं।

पूल्ड कोटा वेटिंग लिस्ट (PQWL)
PQWL उन यात्रियों के लिए होती है, जो ट्रेन के शुरू और अंत के बीच के स्टेशनों से यात्रा करते हैं। यह वेटिंग टिकट छोटे स्टेशनों से बुक की जाती है, और इसके कंफर्म होने की संभावना भी काफी कम होती है।

तत्काल कोटा वेटिंग लिस्ट (TQWL)
तत्काल कोटा में वेटिंग टिकट तब जारी की जाती है, जब तत्काल टिकट बुक करते समय कंफर्म सीट नहीं मिलती। यह सबसे कम संभावनाओं वाली वेटिंग लिस्ट होती है, क्योंकि इसके लिए कोई अलग कोटा नहीं होता।

Train Time: वडोदरा मंडल में ब्लॉक के चलते ट्रेनों का परिचालन प्रभावित

भोपाल – पब्लिक वार्ता,
न्यूज़ डेस्क । Train Time: पश्चिम रेलवे के वडोदरा मंडल में आणंद-गोधरा खंड के दोहरीकरण कार्य हेतु प्रस्तावित ब्लॉक के कारण रतलाम मंडल से होकर गुजरने वाली कई ट्रेनें प्रभावित होंगी। यात्रियों की सुविधा और सुगम यात्रा के मद्देनजर कुछ ट्रेनों के मार्ग में बदलाव किया गया है, जबकि कुछ ट्रेनें आंशिक रूप से रद्द रहेंगी। प्रभावित ट्रेनों का विवरण इस प्रकार है:

1. गाड़ी संख्या 09350 (दाहोद-आणंद स्पेशल) 
   यह ट्रेन 24 अक्टूबर तक दाहोद से गोधरा के बीच ही चलेगी, जबकि गोधरा से आणंद के बीच इसका परिचालन रद्द रहेगा।

2. गाड़ी संख्या 20935 (गांधीधाम-इंदौर एक्सप्रेस)
   यह ट्रेन 21 अक्टूबर को गांधीधाम से इंदौर के लिए परिवर्तित मार्ग से चलेगी। नया मार्ग: गांधीधाम-विरमगाम-अहमदाबाद-आणंद-बाजवा-छायापुरी-गोधरा-रतलाम-उज्जैन-इंदौर।

3. गाड़ी संख्या 19320 (इंदौर- वेरावल एक्सप्रेस)
   22 अक्टूबर को इंदौर से वेरावल के लिए चलने वाली यह ट्रेन भी परिवर्तित मार्ग से चलेगी। नया मार्ग: इंदौर-उज्जैन-रतलाम-गोधरा-छायापुरी-बाजवा-आणंद-अहमदाबाद-विरमगाम।

4. गाड़ी संख्या 09452 (भागलपुर-गांधीधाम स्पेशल)
   21 अक्टूबर को भागलपुर से गांधीधाम के लिए चलने वाली इस ट्रेन का मार्ग भी परिवर्तित किया गया है। नया मार्ग: गोधरा-छायापुरी-बाजवा-आणंद-गीर-अहमदाबाद।

यात्रियों से अनुरोध है कि वे यात्रा से पहले अपने ट्रेन शेड्यूल की जानकारी अवश्य प्राप्त कर लें। रेलवे ने यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए यह बदलाव किए हैं।