Train Ticket Rule: ट्रेन का टिकट खोने या फटने पर क्या करें? ट्रेन छूट गई तो? यहां जानें सभी नियम

पब्लिक वार्ता,
न्यूज डेस्क। Train Ticket Rule: भारतीय रेलवे  देश की लाइफलाइन मानी जाती है, और इसके माध्यम से प्रतिदिन लाखों लोग अपनी मंजिल तक पहुंचते हैं। सफर के दौरान कई बार यात्रियों को टिकट खोने या फटने जैसी समस्या का सामना करना पड़ता है। ऐसे में घबराने की जरूरत नहीं है, क्योंकि रेलवे ने इस समस्या के समाधान के लिए कुछ सरल प्रक्रियाएं तय की हैं।

टिकट खोने पर क्या करें:
यदि आपका ट्रेन टिकट खो जाता है, तो सबसे पहले आपको रेलवे के आरक्षण केंद्र पर सूचना देनी चाहिए। इसके बाद आपको एक डुप्लीकेट टिकट जारी किया जाएगा। हालांकि, इसके लिए आपको शुल्क देना होगा:
– स्लीपर और सेकेंड क्लास के लिए: 50 रुपये
– अन्य श्रेणियों के लिए: 100 रुपये

इस डुप्लीकेट टिकट से आप अपनी यात्रा आराम से पूरी कर सकते हैं। ध्यान रहे कि आपको टिकट जारी करते समय मिली पर्ची को संभालकर रखना है।

टिकट फटने पर क्या करें:
यदि आपका टिकट फट जाता है या किसी कारण से खराब हो जाता है, तो आपको केवल यात्रा की कुल राशि का 25% भुगतान कर डुप्लीकेट टिकट प्राप्त हो सकता है। उदाहरण के लिए, यदि टिकट की कीमत 100 रुपये है, तो आपको केवल 25 रुपये देना होगा।

वेटिंग टिकट पर डुप्लीकेट टिकट:
वेटिंग टिकट की स्थिति में डुप्लीकेट टिकट जारी नहीं किया जाता है, क्योंकि आपको वेटिंग टिकट पर सीट नहीं मिलती है। ऐसे में आप कोच में यात्रा कर सकते हैं।

खोया टिकट मिलने पर:
अगर डुप्लीकेट टिकट लेने के बाद आपका असली टिकट मिल जाता है, तो आप ट्रेन के छूटने से पहले रेलवे काउंटर पर जाकर डुप्लीकेट टिकट वापस कर सकते हैं और अपना पैसा वापस ले सकते हैं।

ट्रेन छूटने पर:
अगर किसी कारणवश आपकी ट्रेन छूट जाती है, तो आपकी सीट अगले तीन स्टेशनों तक सुरक्षित रहती है और टीटीई द्वारा सीट कैंसिल नहीं की जा सकती।

इन उपायों को जानकर आप ट्रेन यात्रा के दौरान किसी भी असुविधा से बच सकते हैं और अपनी यात्रा को सुगम बना सकते हैं।

RSS पथ संचलन: महाराष्ट्र में RSS के जुलूस को मुस्लिम भीड़ द्वारा रोकने की कोशिश, तनाव के बाद पुलिस ने दर्ज की FIR

मुंबई – पब्लिक वार्ता,
न्यूज डेस्क।RSS पथ संचलन: दशहरा से एक दिन पहले महाराष्ट्र के रत्नागिरी में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के जुलूस यानी पथ संचलन के दौरान तनाव पैदा हो गया। जानकारी के मुताबिक जुलूस के दौरान मुस्लिम समुदाय के लोगों ने पथ संचलन को रोकने का प्रयास किया।वहीं कथित तौर पर नारेबाजी की। इससे इलाके का माहौल तनावपूर्ण हो गया। रत्नागिरी के एक पुलिस अधिकारी के मुताबिक शुक्रवार रात को कोंकण नगर इलाके में यह घटना हुई। इसके बाद पुलिस ने दो मामले दर्ज किए हैं। महाराष्ट्र विधानसभा में कणकवली से विधायक और बीजेपी नेता नितेश राणे ने एक तथाकथित वीडियो शेयर किया है, जिसमें कुछ लोगों को नारेबाजी करते हुए देखा गया था। घटना को लेकर नितेश ने वीडियो के साथ लिखा- ‘इसका हिसाब तो होगा… इंटरेस्ट के साथ’!

रत्नागिरी में शुक्रवार शाम निकला था RSS का मार्च
रत्नागिरी में शुक्रवार शाम को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता कदम ताल करते हुए घोष के साथ मार्च कर रहे थे। संघ कार्यकर्ता कतार लगाकर चल रहे थे। इसी बीच कुछ अराजक तत्वों का झुंड इस मार्च को बाधित करने की कोशिश करते हुए दिखाई दिया। मौके पर मौजूद पुलिसकर्मी उन लोगों को रोककर खड़े हुए थे, ताकि आरएसएस का मार्च निकल सके।
वीडियो में देखा गया कि संघ कार्यकर्ताओं के आते ही वहां मौजूद अराजक तत्व नारेबाजी करने लगे। उन लोगों ने धार्मिक नारे लगाए। काफी देर तक ये लोग संघ कार्यकर्ताओं के मार्च के बीच नारेबाजी करते रहे। पुलिस वहां मोर्चा संभालकर डटी हुई थी और संघ का मार्च वहां से धीरे-धीरे आगे निकल गया था। फिलहाल पुलिस ने बताया कि जब दशहरा उत्सव की पूर्व संध्या पर आरएसएस ने इलाके में पथ संचलन किया तो अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों ने कथित तौर पर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाले नारे लगाए। हालांकि कोई हिंसा नहीं हुई। मगर रात को लोगों की भीड़ थाने में जुट गई। लोगों ने आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की। अधिकारी ने बताया कि भारतीय न्याय संहिता की प्रासंगिक धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।

अभी किसी की गिरफ्तारी नहीं
पुलिस अधिकारी ने बताया कि हमने शिकायतों के आधार पर दो मामले दर्ज किए हैं। पांच आरोपियों की पहचान कर ली गई है। उन्हें नोटिस जारी कर दिए हैं। अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है।

भागवत ने विजयादशमी पर क्या कहा?
नागपुर स्थित आरएसएस मुख्यालय में संघ प्रमुख मोहन भागवत ने विजयादशमी कार्यक्रम को संबोधित किया। उन्होंने हिंदुओं से एक होने की अपील की। भागवत ने बांग्लादेश का उदाहरण दिया और कहा कि पहली बार हिंदू एकजुट हुए और अपनी रक्षा के लिए सड़कों पर उतरे। उन्होंने कहा कि जब तक अत्याचार करने की कट्टरपंथी प्रकृति बनी रहेगी तब तक न केवल हिंदू बल्कि सभी अल्पसंख्यक खतरे में रहेंगे।

कमजोरी कोई विकल्प नहीं
संघ प्रमुख ने बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हो रही हिंसा की निंदा की। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में जो कुछ हो रहा है, वह भारत के हिंदुओं के लिए भी सीख है। हमारे पड़ोसी बांग्लादेश में जो कुछ हुआ? इसके कुछ तात्कालिक कारण हो सकते हैं और जो लोग चिंतित हैं, वे इस पर चर्चा करेंगे। मगर मूल मुद्दा हिंदुओं के खिलाफ बार-बार हो रहा अत्याचार है।

भागवत ने आगे कहा कि अगर हम कमजोर हैं तो हम अत्याचार को आमंत्रित कर रहे हैं। हम जहां भी हैं, हमें एकजुट और सशक्त होने की जरूरत है। कमजोरी कोई विकल्प नहीं है।

बांग्लादेश पर भड़के भागवत
भागवत ने कहा कि बांग्लादेश में ऐसी चर्चाएं चल रही हैं कि उन्हें पाकिस्तान का साथ देना चाहिए क्योंकि उसके पास परमाणु शक्ति है और उन्हें भारत से खतरा है। उन्होंने कहा कि जिस देश को उसके निर्माण में पूरा समर्थन मिला, वह अब भारत के खिलाफ इस तरह के बयान को बढ़ावा दे रहा है।

Ratan Tata Died: उद्योग जगत के “रतन” ने कहा अलविदा, मशहूर उद्योगपति रतन टाटा ने86 वर्ष की आयु में ली अंतिम सांस

मुंबई – पब्लिक वार्ता,
न्यूज़ डेस्क| Ratan Tata Died: मशहूर उद्योगपत‍ि रतन टाटा का 86 वर्ष की आयु में निधन हो गया। बुधवार को मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में उन्होंने अपनी अंतिम सांस ली। कुछ दिनों पहले ही उन्हें तबीयत बिगड़ने के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां वे आईसीयू में थे। इससे तीन दिन पहले उनके निधन की अफवाहें सोशल मीडिया पर वायरल हो गई थीं, जिन्हें खुद रतन टाटा ने खारिज करते हुए कहा था कि वे पूरी तरह स्वस्थ हैं।

रतन टाटा, जो टाटा संस के चेयरमैन थे, का पूरा नाम रतन नवल टाटा था। उनका जन्म 28 दिसंबर 1937 को मुंबई में हुआ था। वे नवल टाटा और सूनी कमिसारीट के पुत्र थे। बचपन में माता-पिता के अलग होने के बाद, उनकी देखभाल उनकी दादी नवाजबाई टाटा ने की और उन्हें औपचारिक रूप से गोद ले लिया। रतन टाटा की परवरिश उनके सौतेले भाई नोएल टाटा के साथ हुई।

रतन टाटा न सिर्फ एक सफल उद्योगपति थे, बल्कि अपने परोपकारी कार्यों के लिए भी विख्यात थे। उनके नेतृत्व में टाटा समूह ने अद्भुत ऊंचाइयों को छुआ और वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान बनाई। चाय से लेकर जैगुआर लैंड रोवर तक, नमक बनाने से लेकर हवाई जहाज उड़ाने और होटलों के ग्रुप तक, जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में टाटा समूह की उपस्थिति महत्वपूर्ण है।

पद्म भूषण और पद्म विभूषण से सम्मानित रतन टाटा का जीवन प्रेरणादायक था। उनकी सोच और उनके निर्णय लेने की क्षमता उन्हें सबसे अलग बनाती थी। उन्होंने एक बार कहा था, “मैं सही निर्णय लेने में विश्वास नहीं करता, मैं निर्णय लेता हूं और फिर उन्हें सही साबित करता हूं।” उनका कहना था कि शक्ति और धन उनके लिए प्राथमिकता नहीं हैं, बल्कि उनका उद्देश्य समाज की भलाई करना था।

रतन टाटा का जाना उद्योग जगत और देश के लिए एक अपूरणीय क्षति है। उनका योगदान और उनकी विरासत सदैव याद की जाएगी।

Haryana Election: बीजेपी की हरियाणा में जीत के बाद राहुल गांधी के घर भेजी गई जलेबी – राजनीतिक तंज या जीत का जश्न?

हरियाणा पब्लिक वार्ता,
न्यूज़ डेस्क| Haryana Election: हरियाणा विधानसभा चुनाव (Harayana vidhan sabha election) में तीसरी बार ऐतिहासिक जीत दर्ज करने के बाद, बीजेपी ने एक दिलचस्प कदम उठाया। पार्टी ने दिल्ली के कनॉट प्लेस स्थित बीकानेरवाला स्वीट्स से कांग्रेस मुख्यालय, 24 अकबर रोड पर राहुल गांधी के लिए एक किलो जलेबी भिजवाई। यह कदम न सिर्फ राजनीतिक तंज था, बल्कि पूरे चुनावी प्रचार के दौरान चले जलेबी विवाद का अंतिम जवाब भी था।

जलेबी का चुनावी विवाद
यह सारा मामला तब शुरू हुआ जब कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गोहाना की एक रैली में स्थानीय जलेबी की तारीफ करते हुए उसे ‘सबसे अच्छी’ जलेबी बताया। उन्होंने कहा कि यह जलेबी भारत ही नहीं, पूरी दुनिया में जानी चाहिए और इस दुकान को फैक्ट्री में बदल देना चाहिए, ताकि हजारों को रोजगार मिल सके। राहुल की इस टिप्पणी ने सोशल मीडिया पर खूब सुर्खियां बटोरी, और चुनाव के दौरान जलेबी एक हॉट टॉपिक बन गई।

(BJP) बीजेपी की राजनीतिक चाल
चुनाव में कांग्रेस की हार और बीजेपी की जीत के बाद, बीजेपी ने राहुल गांधी की जलेबी टिप्पणी को लेकर तंज कसते हुए उनके घर जलेबी भेजने का फैसला किया। बीजेपी ने अपने ट्विटर हैंडल से इस घटना का जिक्र करते हुए ऑर्डर का स्क्रीनशॉट भी साझा किया, जिसमें बीकानेरवाला से ऑर्डर की गई जलेबी की कीमत 609 रुपये बताई गई थी। ट्वीट में पार्टी ने कहा, “भारतीय जनता पार्टी हरियाणा के समस्त कार्यकर्ताओं की तरफ से राहुल गांधी जी के लिए उनके घर पर जलेबी भिजवा दी है।”

जलेबी के जरिए तंज
बीजेपी नेताओं ने इस जलेबी विवाद का इस्तेमाल कांग्रेस और राहुल गांधी पर निशाना साधने के लिए किया। यूपी के एक बीजेपी नेता ने चुटकी लेते हुए कहा, “राहुल गांधी को अब जलेबी कड़वी लग रही होगी।” इस तरह, चुनावी रुझानों के बाद भी जलेबी विवाद सुर्खियों में रहा और भाजपा ने इसका उपयोग अपने विपक्षी दल पर कटाक्ष करने के लिए किया।

नतीजा
बीजेपी की जीत के बाद इस प्रतीकात्मक कदम से यह साफ है कि भारतीय राजनीति में तंज और प्रतीकों का कितना महत्व है। जलेबी, जो आमतौर पर मिठास और खुशी का प्रतीक है, यहां राजनीतिक कटाक्ष का साधन बन गई।

“Ashtami 2024: व्रत, कन्या पूजन के महत्व और शुभ मुहूर्त जानें”

पब्लिक वार्ता,
न्यूज़ डेस्क| ashtami 2024: हर वर्ष नवरात्रि का पर्व श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया जाता है, जिसमें माता दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा की जाती है। इस दौरान अष्टमी और नवमी का विशेष महत्व है, जब कन्या पूजन का आयोजन किया जाता है।

(Ashtami)अष्टमी तिथि:
इस वर्ष, शारदीय नवरात्रि 3 अक्टूबर से शुरू हो रही है और 12 अक्टूबर को समाप्त होगी। अष्टमी का व्रत 11 अक्टूबर को मनाया जाएगा, क्योंकि इस दिन अष्टमी तिथि सुबह 6:52 बजे समाप्त होगी।

कन्या पूजन का उत्तम समय:
कन्या पूजन का विशेष महत्व होता है। इस बार अष्टमी पर कन्या पूजन का शुभ समय सुबह 9 बजे से 10 बजे के बीच रहेगा।

व्रत और पूजा का शुभ मुहूर्त:
– अष्टमी तिथि: 10 अक्टूबर दोपहर 12:23 बजे से शुरू होकर 11 अक्टूबर सुबह 6:52 बजे समाप्त होगी।
– नवमी तिथि: 11 अक्टूबर सुबह 6:52 बजे से शुरू होकर 12 अक्टूबर भोर 5:12 बजे तक रहेगी।
– अष्टमी का व्रत रखने वाले श्रद्धालुओं के लिए 11अक्टूबर  का दिन पूजा और हवन के लिए शुभ है।

कन्याओं को विदाई:
कन्या पूजन के बाद, सभी कन्याओं को विदा करते समय पान, फल, दक्षिणा और लाल चुनरी अर्पित करना न भूलें। यह माता दुर्गा की कृपा का मार्ग प्रशस्त करता है।
इस नवरात्रि, श्रद्धालुओं को माता दुर्गा की आराधना में पूरी श्रद्धा के साथ शामिल होने का निमंत्रण है।

नवमी तिथि के कारण महाष्टमी और महानवमी एक ही दिन हो जा रहा

उन्होंने कहा कि क्षयवती नवमी तिथि के कारण महाष्टमी और महानवमी एक ही दिन हो जा रहा है। माता दुर्गा का प्राण- प्रतिष्ठा तिथि सप्तमी और मूल नक्षत्र के योग 9 अक्टूबर बुधवार को मध्याह्न मे किया जाएगा। सामान्यतः माता – बहन गोदी भरने का कार्य प्राण प्रतिष्ठा के साथ ही आरम्भ कर देती है जो नवमी तक चलता है। इस हिसाब से यह कार्य 9 अक्टूबर बुधवार मध्याह्न बेला से 11 अक्टूबर शुक्रवार तक कर सकते है।

हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024: भाजपा का दबदबा बरकरार, विपक्ष की चुनौतियाँ बढ़ीं

हरियाणा पब्लिक वार्ता,
न्यूज़ डेस्क| हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 के परिणाम घोषित हो गए हैं, जिसमें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने एक बार फिर अपनी स्थिति को मजबूत किया है। वर्तमान में भाजपा 45 सीटों पर आगे चल रही है, जबकि कांग्रेस 30 से अधिक सीटें जीतने में सफल रही है। अन्य क्षेत्रीय दलों, जैसे इंडियन नेशनल लोक दल (INLD), ने भी कुछ सीटों पर जीत दर्ज की है।

भाजपा की सफलता: विकास और सुशासन की जीत
भाजपा ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के नेतृत्व में विकास और सुशासन के मुद्दों को प्राथमिकता दी। पार्टी ने ग्रामीण विकास, औद्योगिक प्रगति और युवाओं के लिए रोजगार के अवसरों पर जोर दिया, जिसके परिणामस्वरूप उसे युवाओं का समर्थन मिला। इसके प्रभावी संगठन और जमीनी स्तर पर काम ने भाजपा को व्यापक सफलता दिलाई।

कांग्रेस और विपक्ष की चुनौतियाँ
विपक्षी कांग्रेस ने बेरोजगारी और महंगाई जैसे मुद्दों को उठाया, लेकिन भाजपा की विकासात्मक नीतियों के खिलाफ प्रभावी रूप से मुकाबला नहीं कर पाई। किसान आंदोलन के बावजूद, कांग्रेस को अपेक्षित समर्थन नहीं मिला। INLD और जेजेपी जैसे क्षेत्रीय दल भी अपनी पूर्व स्थिति को बनाए रखने में असफल रहे।

जातीय समीकरण और चुनावी परिणाम
हरियाणा की राजनीति में जातीय समीकरण महत्वपूर्ण रहे हैं। भाजपा ने गैर-जाट समुदायों के बीच समर्थन जुटाकर अपनी स्थिति को मजबूत किया। हालांकि, विपक्ष ने जाट मतदाताओं का समर्थन हासिल करने की कोशिश की, लेकिन भाजपा की रणनीति ने इस प्रयास को विफल कर दिया।

राजनीतिक परिदृश्य: भविष्य की संभावनाएँ
भाजपा की जीत ने यह साबित किया है कि राज्य में विकास और सुशासन की राजनीति महत्वपूर्ण है। विपक्ष को अपनी रणनीति में सुधार की आवश्यकता है। कांग्रेस को अपने नेतृत्व और एकता पर ध्यान केंद्रित करना होगा, जबकि क्षेत्रीय दलों को अपने आधार को मजबूत करने के लिए नए तरीके तलाशने होंगे। हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 के परिणाम ने भाजपा की मजबूती को स्पष्ट किया है। पार्टी की विकासात्मक नीतियाँ और संगठनात्मक क्षमताएँ उसे फिर से सत्ता में लाने में सफल रही हैं। भविष्य में, हरियाणा की राजनीति में और भी दिलचस्प बदलाव देखने को मिल सकते हैं, खासकर आगामी लोकसभा चुनावों की दृष्टि से।

RRB RPF SI 2024: रेलवे की इस वैकेंसी में क्या है आपके आवेदन की स्थिति, आपका फॉर्म हुआ स्वीकृत या खारिज?

RRB RPF SI भर्ती के लिए लाखों उम्मीदवारों ने किया था आवेदन, अब जानिए आपका फॉर्म हुआ स्वीकृत या नहीं

पब्लिक वार्ता,
न्यूज डेस्क। RRB RPF SI 2024: रेलवे भर्ती बोर्ड (RRB) ने RPF सब-इंस्पेक्टर (SI) भर्ती 2024 के लिए आवेदन की स्थिति जारी कर दी है। उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट rrbapply.gov.in पर जाकर अपनी आवेदन स्थिति जांच सकते हैं।

आवेदन की स्थिति कैसे चेक करें?
1. RRB की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
2. लॉगिन करें और आवेदन स्थिति के लिंक पर क्लिक करें।
3. अपनी आवश्यक जानकारी दर्ज करें और सबमिट करें।
4. आपकी आवेदन स्थिति स्क्रीन पर प्रदर्शित होगी।

आवेदन की स्थिति के विभिन्न प्रकार
अनंतिम रूप से स्वीकृत: आपका आवेदन प्रारंभिक स्क्रीनिंग पास कर गया है।
शर्तों के साथ अनंतिम रूप से स्वीकृत: आपके आवेदन को कुछ शर्तों के साथ स्वीकार किया गया है।
अस्वीकृत: आपका आवेदन स्वीकार नहीं किया गया है।

RRB जल्द ही RPF SI भर्ती परीक्षा की तारीख की घोषणा करेगा।

Singham Again Trailer: इतिहास रचते हुए बना सबसे ज्यादा देखा जाने वाला हिंदी फिल्म का ट्रेलर

पब्लिक वार्ता,
न्यूज डेस्क।Singham Again Trailer: रोहित शेट्टी द्वारा निर्देशित फिल्म सिंघम अगेन का ट्रेलर रिलीज होते ही धूम मचा चुका है। इसने मात्र 24 घंटों के अंदर 138 मिलियन व्यूज हासिल कर इतिहास रच दिया है। इस संख्या ने इसे अब तक का सबसे ज्यादा देखा जाने वाला हिंदी फिल्म का ट्रेलर बना दिया है, जो कि सभी प्लेटफॉर्म्स पर प्राप्त हुआ है।

सिंघम अगेन की जबरदस्त एक्शन और ड्रामा से भरपूर झलकियों ने दर्शकों को बांधे रखा है। अजय देवगन, जो एक बार फिर बाजीराव सिंघम के दमदार किरदार में नजर आ रहे हैं, ने अपने फैंस की उम्मीदों पर खरा उतरते हुए ट्रेलर में धमाकेदार वापसी की है। इस बार फिल्म की कहानी और भी बड़ी और भव्य लग रही है, जिसमें देशभक्ति, अपराध, और न्याय की लड़ाई प्रमुख रूप से उभरकर आ रही है।

सिंघम अगेन का ट्रेलर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर वायरल हो चुका है, जिसमें दर्शक इसे बार-बार देख रहे हैं। फिल्म के प्रति लोगों की दीवानगी और अजय देवगन के स्टाइलिश एक्शन सीक्वेंस ने दर्शकों को और उत्साहित कर दिया है।

रोहित शेट्टी के निर्देशन में बनी इस फिल्म की सिनेमाघरों में रिलीज के लिए प्रशंसक बेताबी से इंतजार कर रहे हैं, और ट्रेलर की इस शानदार सफलता ने फिल्म की रिलीज से पहले ही इसे सुपरहिट बना दिया है।

RRB ALP Exam 2024: नवंबर में होगी सीबीटी 1 परीक्षा, जानिए कैसे होगा आवेदन

पब्लिक वार्ता,
न्यूज डेस्क। RRB ALP Exam 2024:  रेलवे भर्ती बोर्ड (आरआरबी) ने असिस्टेंट लोको पायलट (एएलपी) भर्ती परीक्षा की संभावित तारीखों का ऐलान कर दिया है। इस भर्ती के माध्यम से लगभग 6000 पदों को भरा जाएगा।
महत्वपूर्ण तारीखें:
सीबीटी 1 परीक्षा: 25 नवंबर 2024 से 29 नवंबर 2024 तक
आवेदन प्रक्रिया: 20 जनवरी से 19 फरवरी 2024 तक

परीक्षा का पैटर्न:
एएलपी भर्ती परीक्षा दो चरणों में होगी:
1. सीबीटी 1: यह कंप्यूटर आधारित परीक्षा होगी जिसमें सामान्य ज्ञान, गणित, तार्किक अभिक्षमता आदि विषय शामिल होंगे।
2. सीबीटी 2: इस चरण में अधिक तकनीकी विषयों पर आधारित प्रश्न पूछे जाएंगे।
एडमिट कार्ड:
एडमिट कार्ड परीक्षा से लगभग 10 दिन पहले जारी किए जाएंगे। उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट rrbapply.gov.in पर जाकर अपना एडमिट कार्ड डाउनलोड कर सकते हैं।

चयन प्रक्रिया:
उम्मीदवारों का चयन निम्नलिखित चरणों में होगा:
1. सीबीटी 1
2. सीबीटी 2
3. कंप्यूटर आधारित टेस्ट
4. दस्तावेज सत्यापन
5. मेडिकल परीक्षण
अन्य महत्वपूर्ण बातें:
लाखों उम्मीदवारों ने इस भर्ती के लिए आवेदन किया है।
रेलवे भर्ती बोर्ड जल्द ही परीक्षा की आधिकारिक तारीखों की घोषणा करेगा।
उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वे आधिकारिक वेबसाइट पर नियमित रूप से अपडेट्स की जांच करते रहें।
यह खबर उन सभी उम्मीदवारों के लिए महत्वपूर्ण है जो रेलवे में असिस्टेंट लोको पायलट बनने का सपना देखते हैं।

India vs Bangladesh Highlights, 1st T20I: भारत ने बांग्लादेश को सात विकेट से हराकर 1-0 की बढ़त बनाई; हार्दिक, वरुण, अर्शदीप चमके

ग्वालियर – पब्लिक वार्ता,
न्यूज डेस्क। India vs Bangladesh Highlights, 1st T20I: भारत और बांग्लादेश के बीच तीन मैचों की टी20 सीरीज के पहले मुकाबले में भारत ने बांग्लादेश को 7 विकेट से शिकस्त दी। यह जीत भारत के युवा खिलाड़ियों के शानदार प्रदर्शन और टीम के सामूहिक प्रयास का परिणाम थी। गेंदबाजों ने जहां बांग्लादेश को 127 रनों पर सीमित कर दिया, वहीं भारतीय बल्लेबाजों ने 12वें ओवर में ही लक्ष्य हासिल कर लिया, जो इस मैच की एकतरफा स्थिति को दर्शाता है।

6 अक्टूबर, 2024 को खेले गए पहले टी20 मैच में भारत ने बांग्लादेश को 7 विकेट से हरा दिया। यह मुकाबला ग्वालियर के न्यू माधवराव सिंधिया क्रिकेट स्टेडियम में हुआ, जहां भारतीय टीम ने बांग्लादेश को पूरी तरह दबाव में रखते हुए शानदार प्रदर्शन किया।

गेंदबाजों का जलवा
भारत की जीत में सबसे बड़ा योगदान उसके गेंदबाजों का रहा। पहले बल्लेबाजी करने उतरी बांग्लादेश की टीम 127 रनों पर सिमट गई। तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह ने 3 विकेट लेकर बांग्लादेश के शीर्ष क्रम को झकझोर दिया, जिसमें लिटन दास और परवेज होसैन इमोन जैसे मुख्य बल्लेबाज शामिल थे। अर्शदीप ने पिच से मिल रही स्विंग का भरपूर फायदा उठाया और अपनी बॉलिंग से बांग्लादेश को शुरुआती झटके दिए।

इसके अलावा, तीन साल बाद भारतीय टीम में लौटे वरुण चक्रवर्ती ने भी 3 विकेट झटके और मध्यक्रम को तहस-नहस कर दिया। अपने डेब्यू मैच में तेज गेंदबाज मयंक यादव ने भी शानदार गेंदबाजी करते हुए एक विकेट लिया और अपने करियर की शुरुआत एक मेडन ओवर से की, जो बेहद प्रभावशाली रहा।

बल्लेबाजों का दमदार प्रदर्शन
128 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत संतुलित रही। हालांकि, असली चमक देखने को मिली मध्यक्रम में जब कप्तान सूर्यकुमार यादव (Suryakumar Yadav), संजू सैमसन और हार्दिक पंड्या ने आक्रामक अंदाज में बल्लेबाजी की। सूर्यकुमार यादव ने तेज़ गति से रन बटोरते हुए 29 रन बनाए, जबकि संजू सैमसन ने भी 29 रनों का महत्वपूर्ण योगदान दिया।

मैच का असली मोमेंट तब आया जब हार्दिक पंड्या ने 16 गेंदों में ताबड़तोड़ 39 रन ठोक दिए और भारत को 49 गेंद शेष रहते हुए जीत दिलाई। उनके साथ डेब्यू कर रहे नितीश कुमार रेड्डी ने भी 16 रन बनाकर महत्वपूर्ण साझेदारी निभाई, और दोनों ने मिलकर भारत को आराम से जीत की ओर अग्रसर किया।

भारत का मजबूत आगाज
यह जीत भारतीय टीम के आत्मविश्वास को बढ़ाने वाली है, खासकर पहले टी20 मैच में। गेंदबाजों ने जहां बांग्लादेश की बल्लेबाजी को रोक दिया, वहीं बल्लेबाजों ने तेजी से लक्ष्य हासिल कर लिया। हार्दिक पंड्या (Hardik Pandya) और अर्शदीप सिंह (Arshdeep Singh) के  प्रदर्शन ने यह साफ किया कि टीम के पास प्रतिभा और संतुलन दोनों मौजूद हैं।

इस शानदार जीत के बाद भारत अब अगला मैच 9 अक्टूबर को दिल्ली में खेलेगा, जहां टीम की कोशिश सीरीज को सील करने की होगी।

खिलाड़ियों की मुख्य प्रदर्शन
– अर्शदीप सिंह: 3/14 (3.5 ओवर)
– वरुण चक्रवर्ती: 3/31 (4 ओवर)
– हार्दिक पंड्या: 39* (16 गेंद)
– सूर्यकुमार यादव: 29 (17 गेंद)

इस जीत ने यह साफ कर दिया है कि भारत की युवा टीम न केवल मजबूत है, बल्कि आने वाले मैचों में और भी बेहतर प्रदर्शन की क्षमता रखती है।