50 हजार लोगों को मिलेगा रोजगार, दिल्ली- मुंबई एक्सप्रेस वे यानी 8 लेन से होगा जुड़ाव, 1848.86 करोड़ रुपये होंगे खर्च
रतलाम – पब्लिक वार्ता,
जयदीप गुर्जर। अब इंदौर, पीथमपुर, धार, देवास, झाबुआ, उज्जैन, खण्डवा, बुरहानपुर, नीमच, मंदसौर के बाद रतलाम में भी 1800 हेक्टेयर में नया बड़ा औद्योगिक क्षेत्र बनने जा रहा है। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने रतलाम प्रवास के दौरान रतलाम में मेगा औद्योगिक पार्क विकसित करने की घोषणा की थी। इस नए औद्योगिक क्षेत्र में इंडस्ट्रियल पार्क , टेक्सटाइल्स पार्क के साथ लॉजिस्टिक हब बनाए जाएंगे। आपको बता दे कि शहर विधायक चेतन्य काश्यप लगातार शहर को उद्योगों से जोड़ने के प्रयास में थे। अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को मध्य प्रदेश के दौरे के दौरान रतलाम इंडस्ट्रियल पार्क की आधारशिला रखेंगे। रतलाम के पास प्रस्तावित बिबडौद निवेश क्षेत्र में बुनियादी कामों के लिए एमपीआइडीसी (MPIDC) ने 16 करोड़ रुपये का टेंडर जारी करने के बाद वर्क ऑर्डर भी दे दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बीना में होने वाले कार्यक्रम से वर्चुअल रतलाम इंडस्ट्रियल पार्क की आधारशिला रखेंगे। यह पार्क रतलाम के लिए बड़ी सौगात है।
शहर से करीब 8 किलोमीटर दूर बिबड़ौद-जुलवानिया विशेष निवेश क्षेत्र की आधारशिला प्रधानमंत्री मोदी द्वारा रखी जाएगी। खास बात यह है कि यहां किसी भी उद्योग की बाध्यता नहीं है, यानी हर प्रकार का उद्योग यहां लगाया जा सकेगा। इसके चलते लाजिस्टिक, टैक्सटाइल, रैनवियर, फार्मा, प्रोडक्शन, एजूकेशन, डीपी सहित सभी प्रकार के उद्योग लग सकेंगे।
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे से बड़ा फायदा :
मेगा पार्क में कपड़ा, ऑटोमोबाइल, फार्मास्यूटिकल्स जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों के लिए एक प्रमुख केंद्र बनाने की अवधारणा की गई है। यह पार्क दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे (delhi – mumbai Xpress way) से बेहतर तरीके से जुड़ा होगा और पूरे क्षेत्र के आर्थिक विकास को बढ़ावा देगा। रतलाम का यह निवेश क्षेत्र लाजिस्टिक हब के रूप में विकसित होगा। प्रदेश शासन ने पहले चरण के लिए 462 करोड़ रुपये आवंटित कर दिए है। इसके विकास के लिए एमपीआइडीसी (MPIDC) को नोडल एजेंसी बनाया गया है।
मिलेगा रोजगार, 1 हजार से अधिक उद्योग :
पार्क में छोटे-बड़े 1000 उद्योग आने की संभावना है, जिससे प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष तौर पर करीब 50 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा। दिल्ली-मुंबई 8 लेन एक्सप्रेस-वे के चालू होने के बाद निवेश क्षेत्र की मांग की असल तस्वीर सामने आने लगेगी। विभागीय स्तर पर भी इसका इंतजार किया जा रहा है। दरअसल रतलाम शहर दिल्ली व मुंबई के मध्य में स्थित है। जिस कारण दोनों महानगरों के औद्योगिक क्षेत्रों से जुड़ी सामग्री की आपूर्ति को लेकर यहां डिपो स्थापित होने की संभावना बढ़ गई है। यहां समय की बचत होगी, जो दूरी सड़क के रास्ते 13 में तय की जाती आ रही है वो अब करीब 8 घण्टे में तय की जा सकेगी।
निवेश क्षेत्र में एक नजर में :
यह निवेश क्षेत्र 1482.53-हेक्टेयर शासकीय भूमि पर तैयार होगा। निवेश क्षेत्र की संपूर्ण भूमि शासकीय है। पार्क को मूर्त रूप देने के लिए1848.86 करोड़ रुपये विकास कार्य के लिए खर्च होंगे। 462 करोड़ रुपये का आवंटन पहले चरण में हो चुका है। 16 करोड़ के कामों का टेंडर शुरुआत में हो चुका है। इसमें बिबडौद 724.23हेक्टेयर, सरवनी खुर्द 28.660हेक्टेयर, जामथुन 2.15000हेक्टेयर, जुलवानिया 87.030हेक्टेयर, पलसोड़ी 634.523हेक्टेयर, रामपुरिया 5.940हेक्टेयर गांवो की भूमि का उपयोग होगा।