भोपाल- पब्लिक वार्ता,
न्यूज़ डेस्क। Ladli Behna Yojana: मध्य प्रदेश में महिलाओं को आर्थिक सहायता प्रदान करने वाली लाड़ली बहना योजना की 23वीं किस्त का इंतजार अब लंबा होता जा रहा है। योजना के तहत हर माह की 10 तारीख को लाभार्थी महिलाओं के खातों में राशि ट्रांसफर की जाती रही है, लेकिन इस बार 11 अप्रैल गुजर जाने के बाद भी अब तक महिलाओं के खातों में पैसा नहीं पहुंचा है।
इस देरी को लेकर महिलाओं के बीच बेचैनी बढ़ रही है, वहीं कांग्रेस ने इसे लेकर राज्य सरकार पर तीखा हमला बोला है।
जीतू पटवारी का हमला: सरकार की नीयत पर उठाया सवाल
प्रदेश कांग्रेसाध्यक्ष जीतू पटवारी ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर एक पोस्ट के जरिए राज्य सरकार पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने लिखा—
“लाड़ली बहना योजना की किस्त को लेकर पहले बड़े-बड़े होर्डिंग देखने को मिलते थे, लिखा रहता था, ‘लाड़ली बहनों 10 तारीख आ रही है!’ लेकिन, इस बार 10 तारीख को लाड़ली बहनों के खाते में पैसे ही नहीं आए! क्या कर्ज में कमी हो गई या सरकार की नीयत बदल गई?”
पटवारी ने आगे लिखा कि सरकार विधानसभा में साफ कर चुकी है कि ₹1250 की मासिक राशि को ₹3000 प्रतिमाह तक नहीं बढ़ाया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि 60 वर्ष की उम्र पूरी कर चुकीं 3 लाख 19 हजार 991 महिलाओं के नाम पोर्टल से हटा दिए गए हैं, जबकि 15,748 महिलाओं के नाम उनकी मृत्यु के बाद हटाए गए हैं।
फिर उठाई मांग: आयु सीमा घटाएं, ₹3000 करें भुगतान
पटवारी ने मांग की है कि लाभार्थियों की न्यूनतम आयु सीमा 21 से घटाकर 18 वर्ष की जाए और 60 वर्ष की अधिकतम सीमा को बढ़ाकर 65 किया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि जिन महिलाओं के नाम हटाए गए हैं, उन्हें पुनः जोड़ा जाए और तत्काल ₹3000 प्रतिमाह भुगतान शुरू किया जाए।
सरकार की चुप्पी से बढ़ी चिंता
राज्य सरकार की ओर से अभी तक किस्त में देरी को लेकर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। हर महीने नियमित रूप से मिलने वाली राशि न मिलने से महिलाओं के बीच चिंता और असमंजस की स्थिति बनी हुई है।