
नई दिल्ली- पब्लिक वार्ता,
न्यूज़ डेस्क। Mahakumbh 2025: नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार रात भीषण भगदड़ मच गई, जिसमें 18 लोगों की मौत हो गई, जबकि 25 से अधिक यात्री घायल हो गए। हादसा प्रयागराज महाकुंभ में जाने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ के कारण हुआ। घायलों को लोक नायक, कलावती सरण और लेडी हार्डिंग सहित अन्य अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जहां कई की हालत गंभीर बनी हुई है।
कैसे हुई भगदड़
यह घटना प्लेटफार्म नंबर 14 और 15 पर हुई, जहां से रात 8:05 बजे शिवगंगा एक्सप्रेस को रवाना होना था। इसी दौरान, एक अन्य ट्रेन प्लेटफार्म नंबर 15 पर पहुंच गई, जिससे पहले से मौजूद यात्रियों की भीड़ और बढ़ गई। धक्का-मुक्की के कारण अचानक भगदड़ मच गई।
– नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर अजमेरी गेट की तरफ से प्रवेश के लिए मुख्य रास्ता प्लेटफार्म नंबर 16 से होकर जाता है, जहां एस्केलेटर और सीढ़ियां हैं।
– शनिवार को छुट्टी के कारण प्रयागराज जाने वाले यात्रियों की संख्या अधिक थी।
– जनरल टिकट काउंटर रात तक खुले रहे, जिससे भीड़ लगातार बढ़ती रही।
रातभर चला पोस्टमॉर्टम, पुलिस ने संभाला मोर्चा
मृतकों के परिजनों को जल्द शव सौंपने के लिए पुलिस ने रातभर पोस्टमॉर्टम की प्रक्रिया करवाई।
– लोक नायक अस्पताल में 18 मौतों की पुष्टि हुई।
– कलावती सरण में दो और लेडी हार्डिंग में एक व्यक्ति की मौत हुई।
– रात में ही 12 से अधिक शवों का पोस्टमॉर्टम कराया गया।
सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल
हादसे के वक्त स्टेशन पर रेलवे पुलिस और आरपीएफ के कुछ ही कर्मचारी मौजूद थे, जो इतनी भारी भीड़ को नियंत्रित नहीं कर सके।
– स्टेशन पर स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस और भुवनेश्वर राजधानी सहित कई ट्रेनें देरी से चल रही थीं, जिससे भीड़ बढ़ती गई।
– भगदड़ के बाद पुलिस और दमकल की चार गाड़ियां मौके पर पहुंचीं, लेकिन घायलों की संख्या इतनी अधिक थी कि एंबुलेंस की कमी हो गई।
प्रशासन की लापरवाही या अव्यवस्था
इस हादसे ने रेलवे स्टेशन पर भीड़ नियंत्रण और आपदा प्रबंधन की खामियों को उजागर कर दिया है। सवाल यह उठ रहा है कि क्या रेलवे प्रशासन ने महाकुंभ को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं किए थे? इस घटना की जांच के आदेश दे दिए गए हैं।