रतलाम- पब्लिक वार्ता,
न्यूज़ डेस्क। Ratlam News: पश्चिम रेलवे के अंतर्गत आने वाला रतलाम रेलवे स्टेशन इस वर्ष अपने शताब्दी वर्ष में प्रवेश कर रहा है। इस ऐतिहासिक अवसर को लेकर 14 नवंबर 2025 को स्टेशन पर भव्य “स्टेशन महोत्सव” का आयोजन किया जाएगा। इस दिन स्टेशन परिसर में ऐतिहासिक और सांस्कृतिक झलक से सजा समारोह देखने लायक होगा।
रतलाम रेलवे स्टेशन का रेल इतिहास 150 वर्ष से अधिक पुराना है। पुरातन स्टेशन भवन लगभग 100 वर्ष पुराना है, जो अपनी इंडो–सारसेनिक स्थापत्य कला, झरोखों और मेहराबों की सुंदरता के लिए जाना जाता है। यह भवन आज भी रतलाम शहर की ऐतिहासिक पहचान का प्रतीक है।

रेल संपर्क की गौरवगाथा:
रतलाम रेल मंडल का इतिहास होलकर, सिंधिया और राजपुताना–मालवा रेलवे से जुड़ा है। वर्ष 1870–76 में महाराजा तुकोजीराव होलकर द्वितीय द्वारा खंडवा–इंदौर रेल लाइन शुरू की गई थी। इसके बाद इंदौर–नीमच रेल लाइन (1871–80) और नीमच–नसीराबाद लाइन (1881) से यह क्षेत्र मजबूत रेल नेटवर्क से जुड़ गया। वर्ष 1881–82 में इन सभी का एकीकरण कर राजपुताना–मालवा रेलवे का गठन किया गया।
रतलाम में पहली मीटर गेज लाइन 1874 में और ब्रॉड गेज लाइन 1893 में प्रारंभ हुई। रतलाम–नागदा–उज्जैन सेक्शन पर ब्रॉड गेज लाइन 1896 में खोली गई।

शताब्दी समारोह के आकर्षण:
मंडल रेल प्रबंधक अश्वनी कुमार ने बताया कि 14 नवंबर को होने वाले समारोह में कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे—
- मुख्य अतिथि द्वारा 100 बैलून छोड़कर शुभारंभ
- हेरिटेज फोटो और आर्टिफैक्ट प्रदर्शनी
- शताब्दी वॉल का अनावरण और हिलियम बैलून रेजिंग
- रेलवे सुरक्षा बल की बाइक परेड, जिसमें सिविल डिफेंस, स्काउट-गाइड और स्कूली बच्चों की भागीदारी
- आदिवासी लोक नृत्य प्रदर्शन
- ड्राइंग एवं क्विज प्रतियोगिता के विजेताओं को ट्रॉफी
- शताब्दी वर्ष गार्ड का उद्घाटन
- विशेष डाक कवर का विमोचन
- रतलाम स्टेशन मैगजिन का रीलिज
डीआरएम ने कहा कि यह उत्सव केवल स्टेशन की यात्रा नहीं बल्कि रतलाम की रेल विरासत, विकास और गौरवशाली परंपरा का उत्सव है। इस मौके पर वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक हीना वी. केवलरामानी और वरिष्ठ मंडल यांत्रिक इंजीनियर भजन लाल मीना भी मौजूद रहेंगे।
