रतलाम – पब्लिक वार्ता,
जयदीप गुर्जर। MP News: भागदौड़ भरी लाइफ स्टाइल के बीच पुलिसकर्मी परिवार के लिए अपना समय ना के बराबर दे पाते है। चाहे वह कोई प्रमुख त्यौहार हो या घर – समाज के पारिवारिक कार्यक्रम। बहुत कम ही ऐसा होता है जब एक पुलिस जवान ठीक ढंग से उनका लुत्फ ले पाया हो। इसी पुलिसिया भागदौड़ के बीच एक महिला पुलिसकर्मी की भावनाओं का ध्यान कैसे पूरे स्टाफ ने रखा इसका एक जीवंत उदाहरण देखने में आया है, जो अब चारो और चर्चा का विषय बन गया है। हर कोई पुलिस की इस पहल का समर्थन कर रहा है। आपको बता दे शहर में एकमात्र थाना डीडी नगर है जो आईएसओ सर्टिफाइड है, तत्कालिक एसपी राहुल लोढा के प्रयासो से थाने को सर्वश्रेष्ठ होने का सर्टिफिकेट भी मिल चुका है।
दरअसल मध्यप्रदेश के रतलाम शहर में डीडी नगर थाना क्षेत्र में पदस्थ महिला कांस्टेबल शानू जमरा मां बनने जा रही है। लेकिन उनके पिता के नहीं होने से उन्हें इसकी कमी खुब खलने लगी। क्योंकि एक महिला के मां बनने से पूर्व गोद भराई का कार्यक्रम होता है। जिसमें पिता की अहम भूमिका होती है। थाने के स्टाफ को जब इस बात का पता चला तो उन्होंने पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ गोद भराई का आयोजन करने की ठानी। आपको बता दे धार जिले की रहने वाली शानू जमरा पिछले छह महीने से डीडी नगर थाने में पदस्थ हैं। शानू के पिता का निधन हो चुका है। कार्यक्रम में मेहंदी से लेकर अन्य पारंपरिक रस्में पूरे रीति-रिवाजों के साथ निभाई गईं। इस आयोजन ने साबित कर दिया कि पुलिस विभाग केवल एक पेशा नहीं, बल्कि एक बड़ा परिवार भी है।
टीआई ने निभाई पिता की भूमिका
गोद भराई के कार्यक्रम में थाना प्रभारी रविंद्र दंडोतिया ने पिता की भूमिका निभाई। थाने को सजाया गया
थाने के पूरे स्टाफ ने परिवार जैसा माहौल बनाया। नाच गाना हुआ, मिठाई बांटी गई और खाना भी रखा गया। शानू ने भावुक होकर बताया, “थाने के सभी स्टाफ ने मुझे बहन की तरह अपनाया और मेरे साथ परिवार जैसा व्यवहार किया। यह मेरे लिए बहुत खास और यादगार क्षण है।”
रतलाम एसपी अमित कुमार ने इस अनूठी पहल की सराहना करते हुए कहा कि यह पुलिस विभाग के भीतर पारिवारिक और सहयोगी माहौल का प्रतीक है। उन्होंने पूरे थाना स्टाफ की इस भावनात्मक पहल की प्रशंसा की और कहा कि इस तरह की घटनाएं पुलिसकर्मियों के बीच मानवीय मूल्यों को बढ़ावा देती हैं। गौरतलब है की एसपी अमित कुमार ने कुछ दिनों पहले पुलिसकर्मियों की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए उनके जन्मदिन पर एक दिन की छुट्टी देने के निर्देश जारी किए थे। जिससे उनके मानसिक स्वास्थ को राहत मिल सके। एसपी अमित कुमार की इस पहल की भी जमकर तारीफ हुई थी।