MTFE ठगी मामला : रतलाम पुलिस ने खंगाली कंपनी की जड़, कर्नाटक के युवक को किया गिरफ्तार, कई देशों में लगा चुकी है चुना

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40 लाख रुपये पुलिस ने प्रयास कर रुकवाए, जल्द ही थाने में जमा करवाए QR कोड की प्रिंट

पब्लिक वार्ता – रतलाम,
जयदीप गुर्जर। मंदसौर, नीमच व रतलाम समेत कई जिलो के नागरिक एप्लिकेशन से पैसा डबल करने में ठगी का शिकार हुए है। ऐसी एक कंपनी का नाम MTFE (एमटीएफई) था। जिसने लोगो के साथ अरबो रुपये की धोखाधड़ी की। लोगो की शिकायत पर रतलाम एसपी राहुल कुमार लोढा ने आम जनता से अवैध तरिके से रुपये जमा करने व अधिक रुपये देने का लालच देकर फ्राड करने वाली फर्जी कम्पनियों के विरुद्ध कार्रवाई का अभियान शुरू किया। इसके लिए एएसपी राकेश खाखा, सीएसपी जावरा दुर्गेश आर्मो , सीएसपी रतलाम अभिनव वारंगें, सायबर सेल, थाना प्रभारी औ.क्षे. जावरा, थाना प्रभारी स्टेशन रोड़ के नेतृत्व में टीम गठीत की गयी थी। आज प्रेस वार्ता कर पुलिस ने इस मामले में बड़ा खुलासा किया। साथ ही ठगी का शिकार हुए लोगों के लिए एक फॉरमेट भी जारी किया। जिससे पुलिस उन लोगों का पैसा वापस दिलाने में मदद कर सके।
            
मामले की जानकारी देते हुए एसपी राहुल कुमार लोढा ने बताया की टीम ने थाना औ.क्षैत्र जावरा पर में पहले से गिरफ्तार आरोपियों  के मेमोरेण्डम, काल डिटेल, बैंक खाते जानकारी एवं तकनिकी साक्ष्य के आधार पर दूसरे अन्य आरोपियों की तलाश की। इसमे MTFE फर्जी कम्पनी के अपराध मे संदेही कम्पनी कलिन स्केम प्रायवेट लिमिटेड कम्पनी का मालिक योगानंन्दा का नाम सामने आया। जो दिनांक 23 सितंबर को MTFE फर्जी कम्पनी की जानकारी लेने के लिए रतलाम आया हुआ था। पुलिस ने मुखबीर की सूचना व फोटो के आधार पर पकडा एवं पुछताछ की तो उसने अपना नाम योगानन्दा बांबोरे पिता चंन्द्रशेखऱ राव उम्र 41 साल निवासी फ्लेट नम्बर 102 सेकंड फ्लोर 0258 ललीता गौरी जया नगर, थाना जया नगर, बैंगलौर, कर्नाटक का होना बताया। पुलिस ने बताया कि आरोपी योगानन्द ने अपनी कम्पनी कलिन स्केम प्रायवेट लिमिटेड के द्वारा पहले से गिरफ्तार आरोपी हुजैफा जमाली निवासी नीमच म.प्र. के साथ मिलकर उक्त MTFE फर्जी कम्पनी के वित्तिय लेनदेन को करना स्वीकार किया। यह कंपनी कई देशों में भी इस तरह की ठगी कर चुकी है। वहां की एजेंसिया भी जांच में जुटी है।

देखे वीडियो : क्या बोले रतलाम एसपी

पुलिस के अनुसार दिनांक 21 सितंबर को फरियादी अशरफ पिता रौनक अली उम्र 30 वर्ष निवासी धाबाई जी का वास, रतलाम ने गोविंद सिंह चंद्रावत निवासी जवाहर नगर रतलाम व संदीप टाक निवासी प्रतापगढ़ राजस्थान के खिलाफ रिपोर्ट करवाई। फरियादी के अनुसार दोनों ने दोगुने का लालच देकर धोखाधड़ी करते हुए MTFE कम्पनी आनलाईन एप के माध्यम से रुपये जमा करवाए। पुलिस ने जब जांच की तो शिकायत सही मिली। मामले में थाना स्टेशन रोड पुलिस ने धारा 406,420,120(बी) भादवि , 21(1), 21(2), 21(3) अनियमित जमा योजना प्रतिबंध अधिनियम 2019 में मामला पंजिबद्ध कर आरोपी गोविंदसिंह पिता रतनसिंह चंद्रावत व संदीप पिता फकिरचंद टांक को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में दोनों ने  आमलोगो को भारी फायदा कमाने का लालच देकर लोगो से कनाडा देश की कम्पनी का भारत में अनाधिकृत रुप से संचालित एक एप में MTFE फर्जी कम्पनी को संचालित कर रुपया जमा करना बताया। दोनो ने रुपयों का गबन कर भाग जाने की बात भी कही। एसपी के अनुसार फर्जी एमटीएफई कम्पनी के संबंध में और भी खुलासे होने की पूरी संभावना है। मामले में जांच टीम के औद्योगीक क्षेत्र जावरा टीआई प्रकाश गडरिया, एसआई रघुवीर जोशी, एसआई राकेश मेहरा, सायबर सेल प्रभारी एसआई अमित शर्मा, आरक्षक विपुल भावसार की सराहनीय भूमिका रही।

इस तरह से फॉरमेट जमा करवाए :
MTFE कम्पनी से जुड़े लोग जिन्होंने एमटीएफई कम्पनी के एप्लिकेशन को डाउनलोड कर उसमें पैसा लगाया है। पुलिस ने ऐसे लोगों से उक्त जानकारी मांगी है। जिससे उनका पैसा वापस लाने में सहायता हो सके। सायबर सेल प्रभारी अमित शर्मा ने बताया कि व्यक्ति अपना एमटीएफई का क्यूआर कोड (QR CODE) जिसमें टीआरसी-20 का एड्रेस है, उसका स्क्रीनशॉट लेकर उसकी प्रिंट निकाल ले। उस प्रिंट को हमारे द्वारा जारी फॉरमेट में अपने पास के थाने पर जमा करावे। प्रिंट का लेमिनेशन जरूर करवाए। 3 दिन में यह प्रक्रिया कर लेवे। इसके लिए थानों पर अलग से डेस्क बनाई गई है।

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