Train Ticket Rules: दिवाली से पहले रेलवे का बड़ा फैसला, 60 दिन में होगा अब टिकट रिज़र्वेशन!

नई दिल्ली – पब्लिक वार्ता,
न्यूज डेस्क। Train Ticket Rules: भारतीय रेलवे ने दिवाली से पहले ट्रेन टिकटों की कालाबाजारी पर अंकुश लगाने के लिए बड़ा कदम उठाया है। यात्रियों की सुविधाओं और टिकटों की पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए रेलवे ने टिकट बुकिंग के नियमों में अहम बदलाव किया है। रेलवे ने गुरुवार को घोषणा की कि 1 नवंबर 2024 से एडवांस में टिकट बुकिंग की समय सीमा 120 दिनों से घटाकर 60 दिन कर दी जाएगी। रेलवे अधिकारियों के अनुसार यह कदम टिकटों की कालाबाजारी पर लगाम लगाने और टिकट वितरण प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी बनाने के उद्देश्य से उठाया गया है।

नए नियमों के तहत बदलाव
अब तक भारतीय रेलवे (Indian Railways) यात्रियों को 120 दिन पहले से ट्रेन टिकट बुक करने की सुविधा देता था, लेकिन 1 नवंबर से यह समय सीमा घटाकर 60 दिन कर दी जाएगी। इसका मतलब है कि यात्री अब अपनी यात्रा के लिए 60 दिन पहले तक ही टिकट बुक कर सकेंगे। इस 60 दिन की अवधि में यात्रा की तारीख को शामिल नहीं किया जाएगा। 31 अक्टूबर तक पुरानी व्यवस्था यानी 120 दिन की एडवांस बुकिंग का नियम लागू रहेगा।

कालाबाजारी पर रोक लगाने का प्रयास
ट्रेन टिकटों की कालाबाजारी लंबे समय से एक गंभीर समस्या रही है। त्योहारों और छुट्टियों के दौरान ट्रेन टिकटों की भारी मांग होती है, जिससे कई बार टिकट दलालों द्वारा कालाबाजारी की जाती है। एडवांस बुकिंग की समय सीमा को कम करने से रेलवे को उम्मीद है कि इस समस्या पर काफी हद तक काबू पाया जा सकेगा। कम समय में टिकट बुकिंग से दलालों द्वारा बड़ी संख्या में टिकट खरीदकर उन्हें ऊंचे दामों पर बेचने की गुंजाइश कम होगी।

यात्रियों को होगा सीधा लाभ
रेलवे के इस कदम से यात्रियों को सीधा लाभ मिलने की संभावना है। पहले, 120 दिन पहले बुक किए गए टिकटों की कालाबाजारी की संभावना अधिक थी, जिससे असली यात्रियों को टिकट पाने में कठिनाई होती थी। अब 60 दिन की बुकिंग अवधि से यात्रियों के लिए टिकट प्राप्त करना अधिक सुलभ होगा और उन्हें उचित दरों पर यात्रा करने का मौका मिलेगा। इसके अलावा, इस बदलाव से रेलवे को भी टिकट वितरण प्रणाली को अधिक सुगम और पारदर्शी बनाने में मदद मिलेगी।

त्योहारी सीजन के मद्देनजर निर्णय
यह बदलाव खासतौर पर दिवाली और अन्य प्रमुख त्योहारों के मद्देनजर लिया गया है, जब देशभर में रेल यात्रा की मांग चरम पर होती है। इस समय यात्रियों की भारी भीड़ होती है, और कालाबाजारी की घटनाएं बढ़ जाती हैं। नए नियम लागू होने से टिकटों की कालाबाजारी रोकने में काफी हद तक सफलता मिलने की उम्मीद है। रेलवे ने इस निर्णय को लागू करने से पहले सभी यात्रियों को इस बदलाव की जानकारी देने का प्रयास किया है ताकि उन्हें किसी भी प्रकार की असुविधा न हो।

Train Time Table: दिवाली से पहले कई ट्रेनों का मार्ग बदला, पश्चिम और उत्तर मध्य रेलवे में यार्ड रिमॉडलिंग कार्य नूं,

भोपाल – पब्लिक वार्ता,
न्यूज डेस्क। Train Time Table: पश्चिम और उत्तर मध्य रेलवे के विभिन्न मंडलों में यार्ड रिमॉडलिंग कार्य के चलते कई महत्वपूर्ण ट्रेनें प्रभावित हो रही हैं। रेलवे प्रशासन द्वारा जारी सूचना के अनुसार, जबलपुर मंडल के कटनी-सिंगरौली खंड में गोंदवाली स्टेशन के यार्ड रिमॉडलिंग कार्य और प्रयागराज मंडल के प्रयागराज रेलवे स्टेशन पर ब्लॉक के कारण कई ट्रेनों का मार्ग परिवर्तित किया गया है। इन ट्रेनों में कई प्रमुख गाड़ियां शामिल हैं, जो अलग-अलग तारीखों पर अपने निर्धारित मार्ग से हटकर नए मार्गों से संचालित होंगी।

पश्चिम मध्य रेलवे में प्रभावित ट्रेनें
पश्चिम मध्य रेलवे के रतलाम मंडल से गुजरने वाली निम्नलिखित ट्रेनें परिवर्तित मार्ग से चलेंगी:

1. गाड़ी संख्या 19608 मदार जंक्शन-कोलकाता एक्सप्रेस 21 एवं 28 अक्टूबर को कटनी मुडवारा-सतना-प्रयागराज छिवकी- पं. दीनदयाल उपाध्याय जं. होते हुए चलेगी। 
2. गाड़ी संख्या 19607 कोलकाता-मदार एक्सप्रेस 17 एवं 24 अक्टूबर को गढ़वा रोड-सोननगर-पं. दीनदयाल उपाध्याय जं.-प्रयागराज छिवकी होते हुए चलेगी। 
3. गाड़ी संख्या 18009 संतरागाछी-अजमेर एक्सप्रेस 18 एवं 25 अक्टूबर को गढ़वा रोड-पं. दीनदयाल उपाध्याय जं.-प्रयागराज छिवकी मार्ग से जाएगी। 
4. गाड़ी संख्या 18010 अजमेर-संतरागाछी एक्सप्रेस 20 एवं 27 अक्टूबर को कटनी मुड़वारा-सतना-प्रयागराज छिवकी मार्ग से चलेगी। 
5. गाड़ी संख्या 19413 अहमदाबाद-कोलकाता एक्सप्रेस 23 अक्टूबर को कटनी मुड़वारा-सतना-प्रयागराज छिवकी मार्ग से चलेगी। 
6. गाड़ी संख्या 19414 कोलकाता-अहमदाबाद एक्सप्रेस 19 एवं 26 अक्टूबर को गढ़वा रोड-पं. दीनदयाल उपाध्याय जं.-प्रयागराज छिवकी मार्ग से जाएगी।

उत्तर मध्य रेलवे में प्रभावित ट्रेनें 
उत्तर मध्य रेलवे के प्रयागराज मंडल में भी ब्लॉक के कारण कुछ ट्रेनें प्रभावित हुई हैं:

1. गाड़ी संख्या 09067 उधना-बरौनी स्पेशल 17 अक्टूबर को इटावा-कानपुर सेंट्रल-लखनऊ-जंघई-वाराणसी मार्ग से चलेगी। 
2. गाड़ी संख्या 09068 बरौनी-उधना स्पेशल 18 अक्टूबर को वाराणसी-जंघई-लखनऊ-कानपुर सेंट्रल-इटावा मार्ग से संचालित होगी।

विशेष जानकारी:
उक्त ट्रेनें अपने परिवर्तित मार्गों से गुजरते समय कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन पर ठहराव लेंगी। रेलवे प्रशासन ने यात्रियों से अपील की है कि वे इन परिवर्तनों का ध्यान रखें और यात्रा से पहले ट्रेन की स्थिति की जानकारी प्राप्त करें।

Train Ticket Rule: ट्रेन का टिकट खोने या फटने पर क्या करें? ट्रेन छूट गई तो? यहां जानें सभी नियम

पब्लिक वार्ता,
न्यूज डेस्क। Train Ticket Rule: भारतीय रेलवे  देश की लाइफलाइन मानी जाती है, और इसके माध्यम से प्रतिदिन लाखों लोग अपनी मंजिल तक पहुंचते हैं। सफर के दौरान कई बार यात्रियों को टिकट खोने या फटने जैसी समस्या का सामना करना पड़ता है। ऐसे में घबराने की जरूरत नहीं है, क्योंकि रेलवे ने इस समस्या के समाधान के लिए कुछ सरल प्रक्रियाएं तय की हैं।

टिकट खोने पर क्या करें:
यदि आपका ट्रेन टिकट खो जाता है, तो सबसे पहले आपको रेलवे के आरक्षण केंद्र पर सूचना देनी चाहिए। इसके बाद आपको एक डुप्लीकेट टिकट जारी किया जाएगा। हालांकि, इसके लिए आपको शुल्क देना होगा:
– स्लीपर और सेकेंड क्लास के लिए: 50 रुपये
– अन्य श्रेणियों के लिए: 100 रुपये

इस डुप्लीकेट टिकट से आप अपनी यात्रा आराम से पूरी कर सकते हैं। ध्यान रहे कि आपको टिकट जारी करते समय मिली पर्ची को संभालकर रखना है।

टिकट फटने पर क्या करें:
यदि आपका टिकट फट जाता है या किसी कारण से खराब हो जाता है, तो आपको केवल यात्रा की कुल राशि का 25% भुगतान कर डुप्लीकेट टिकट प्राप्त हो सकता है। उदाहरण के लिए, यदि टिकट की कीमत 100 रुपये है, तो आपको केवल 25 रुपये देना होगा।

वेटिंग टिकट पर डुप्लीकेट टिकट:
वेटिंग टिकट की स्थिति में डुप्लीकेट टिकट जारी नहीं किया जाता है, क्योंकि आपको वेटिंग टिकट पर सीट नहीं मिलती है। ऐसे में आप कोच में यात्रा कर सकते हैं।

खोया टिकट मिलने पर:
अगर डुप्लीकेट टिकट लेने के बाद आपका असली टिकट मिल जाता है, तो आप ट्रेन के छूटने से पहले रेलवे काउंटर पर जाकर डुप्लीकेट टिकट वापस कर सकते हैं और अपना पैसा वापस ले सकते हैं।

ट्रेन छूटने पर:
अगर किसी कारणवश आपकी ट्रेन छूट जाती है, तो आपकी सीट अगले तीन स्टेशनों तक सुरक्षित रहती है और टीटीई द्वारा सीट कैंसिल नहीं की जा सकती।

इन उपायों को जानकर आप ट्रेन यात्रा के दौरान किसी भी असुविधा से बच सकते हैं और अपनी यात्रा को सुगम बना सकते हैं।

Train Cancelled : यात्री ध्यान दे! दिवाली के पहले कई ट्रेनें निरस्त, इन ट्रेनों के मार्ग और समय में किया परिवर्तन

रतलाम – पब्लिक वार्ता,
न्यूज डेस्क। Train Cancelled: उत्तर मध्य रेलवे प्रयागराज मंडल द्वारा प्रयागराज रेलवे स्टेशन पर यार्ड रिमॉडलिंग और अन्य कार्यों के कारण रतलाम मंडल से गुजरने वाली कई ट्रेनों पर प्रभाव पड़ेगा। इनमें से कई ट्रेनें रद्द की गई हैं, जबकि अन्य के रूट बदल दिए गए हैं। ऐसे में दिवाली के लिए पहले से टिकट बुक कर चुके यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ेगा। त्योहार के दौरान यात्रा में आए इस व्यवधान से यात्रियों की कठिनाइयां बढ़ने की संभावना है।

निरस्त होने वाली ट्रेनें
– 16 अक्टूबर को ट्रेन नंबर 09061 उधना-ग़ाज़ीपुर सिटी स्पेशल
– 18 अक्टूबर को ट्रेन नंबर 09062 गाज़ीपुर सिटी-उधना स्पेशल
-17 अक्टूबर को ट्रेन नंबर 09525 हापा-नाहरलगुन स्पेशल
– 19 अक्टूबर को ट्रेन नंबर 09526 नाहरलगुन-हापा स्पेशल

परिवर्तित मार्ग से चलने वाली ट्रेन
– 18 एवं 20 अक्टूबर ट्रेन नंबर 20941 बांद्रा टर्मिनस-गाजीपुर सिटी एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग कानपुर सेंट्रल-उन्नाव-मां बेल्हादेवी धाम प्रतापगढ़-जंघई के रास्ते चलाई जाएगी।
– 20 अक्टूबर को ट्रेन नंबर 20942 गाजीपुर सिटी-बांद्रा टर्मिनस एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग जंघई-मां बेल्हादेवी धाम प्रतापगढ़ -उन्नाव-कानपुर सेंट्रल के रास्ते चलाई जाएगी।
– 16 अक्टूबर को ट्रेन नंबर 09447 अहमदाबाद – पटना स्पेशल परिवर्तित मार्ग कानपुर सेंट्रल- लखनऊ- पं.दीनदयाल उपाध्याय जं के रास्ते चलाई जाएगी।
– 18 अक्टूबर को ट्रेन नंबर 09448 पटना-अहमदाबाद स्पेशल परिवर्तित मार्ग कानपुर सेंट्रल- लखनऊ- पं.दीनदयाल उपाध्याय जं के रास्ते चलाई जाएगी।
– 17 अक्टूबर को ट्रेन नंबर 22468 गांधीनगर कैपिटल – वाराणसी एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग वाराणसी – लखनऊ -कानपुर सेंट्रल- गोविंदपुरी – भीमसेन के रास्ते चलाई जाएगी।
– 21 अक्टूबर को ट्रेन नंबर 20416 इंदौर – वाराणसी सुपर-फास्ट एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग वाराणसी – लखनऊ – कानपुर सेंट्रल- गोविंदपुरी – भीमसेन के रास्ते चलाई जाएगी।
– 20 अक्टूबर को ट्रेन नंबर 20415 वाराणसी – इंदौर सुपर-फास्ट एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग वाराणसी – लखनऊ – कानपुर सेंट्रल- गोविंदपुरी – भीमसेन के रास्ते चलाई जाएगी।
– 17 अक्टूबर को ट्रेन नंबर 22969 ओखा – बनारस सुपरफास्ट एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग जंघई – लखनऊ – कानपुर सेंट्रल के रास्ते चलाई जाएगी।
– 19 अक्टूबर को ट्रेन नंबर 22970 बनारस – ओखा सुपरफास्ट एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग जंघई – लखनऊ – कानपुर सेंट्रल के रास्ते चलाई जाएगी।

शॉर्ट टर्मिनेट होने वाली ट्रेनें
– 17 से 20 अक्टूबर तक ट्रेन नंबर 14115 डॉ. आंबेडकर नगर- प्रयागराज एक्सप्रेस खजुराहो स्टेशन तक चलेगी।
– 18 से 21 अक्टूबर ट्रेन नंबर 14116 प्रयागराज -डॉ. अंबेडकरनगर एक्सप्रेस खजुराहो से चलगी।
– 18 अक्टूबर को ट्रेन नंबर 09117 सूरत-सूबेदारगंज साप्ताहिक स्पेशल फ़तेहपुर तक चलेगी।
– 19 अक्टूबर को ट्रेन नंबर 09118 सूबेदारगंज – सूरत साप्ताहिक स्पेशल फ़तेहपुर से चलेगी।

इन ट्रेन के आने – जाने के समय में किया परिवर्तन
1. वेरावल-जबलपुर एक्सप्रेस (11463/11465): 
   – वेरावल से 17 अक्टूबर 2024 से: 
     – नागदा आगमन: 01:32 बजे, प्रस्थान: 01:35 बजे 
     – उज्जैन आगमन: 02:30 बजे, प्रस्थान: 02:40 बजे 
   – 19 अक्टूबर 2024 से इसी समय के अनुसार चलेगी।

2. जयपुर-हैदराबाद एक्सप्रेस (12719): 
   – 18 अक्टूबर 2024 से जयपुर से: 
     – उज्जैन आगमन: 02:15 बजे, प्रस्थान: 02:20 बजे 

3. हिसार-हैदराबाद एक्सप्रेस (17019): 
   – 22 अक्टूबर 2024 से जयपुर से: 
     – नागदा आगमन: 01:19 बजे, प्रस्थान: 01:21 बजे 
     – उज्जैन आगमन: 02:15 बजे, प्रस्थान: 02:20 बजे 

4. जब्बलपुर-वेरावल एक्सप्रेस (11464): 
   – 17 अक्टूबर 2024 से जबलपुर से: 
     – उज्जैन आगमन: 23:50 बजे, प्रस्थान: 00:00 बजे 

5. जबलपुर-वेरावल एक्सप्रेस (11466): 
   – 17 अक्टूबर 2024 से जबलपुर से: 
     – उज्जैन आगमन: 23:50 बजे, प्रस्थान: 00:00 बजे 

जनसंपर्क अधिकारी खेमराज मीणा ने यात्रियों से अनुरोध किया  है कि वे उपरोक्त परिवर्तनों को ध्यान में रखते हुए अपनी यात्रा की योजना बनाएं। विस्तृत जानकारी के लिए यात्री [Indian Railways की वेबसाइट] (http://www.enquiry.indianrail.gov.in) पर जा सकते हैं।

Train Reschedule: लूप लाइन कार्य के कारण दो ट्रेनों का मार्ग बदला, यात्रा से पहले इस वेबसाईट पर चेक जरूर करे

रतलाम – पब्लिक वार्ता,
न्यूज डेस्क। पश्चिम मध्य रेलवे के जबलपुर मंडल के कछपुरा रेलवे स्टेशन पर लूप लाइन डालने के लिए प्रस्तावित ब्लॉक के कारण रतलाम मंडल से होकर गुजरने वाली दो ट्रेनों का मार्ग परिवर्तित किया गया है। यह परिवर्तन 06, 08 और 09 अक्टूबर को प्रभावी रहेगा।

जनसंपर्क अधिकारी खेमराज मीणा ने बताया कि गाड़ी संख्या 11464 जबलपुर-वेरावल एक्सप्रेस 06, 08 और 09 अक्टूबर को जबलपुर से वाया कटनी मुड़वारा-बीना-भोपाल मार्ग से चलेगी। वहीं, गाड़ी संख्या 11463 वेरावल-जबलपुर एक्सप्रेस 06 और 08 अक्टूबर को वेरावल से वाया भोपाल-बीना-कटनी मुड़वारा होते हुए अपने गंतव्य जबलपुर तक जाएगी। यात्रियों से अनुरोध है कि वे यात्रा की जानकारी के लिए रेलवे की आधिकारिक वेबसाइट www.enquiry.indianrail.gov.in पर जाकर अवलोकन करें और अपनी यात्रा की योजना के अनुसार मार्ग परिवर्तनों का ध्यान रखें।

MP News: रतलाम में डीजल से भरी मालगाड़ी के टैंकर हुए बेपटरी, बाल्टियों में भरकर ले गए लोग, ट्रेन सेवाएं प्रभावित

रतलाम -पब्लिक वार्ता,
जयदीप गुर्जर। MP News: गुरुवार रात रतलाम-नागदा रेल मार्ग पर एक डीजल से भरी मालगाड़ी के दो टैंकर बेपटरी हो गए, जिससे एक टैंकर आधा पलट गया। हादसे की सूचना मिलते ही रतलाम रेल मंडल (Ratlam Rail Division) के अधिकारी और दुर्घटना रिलीफ ट्रेन तुरंत मौके पर पहुंच गए। अधिकारियों ने घटना स्थल पर माइक से अनाउंसमेंट कर लोगों को सतर्क किया, कि कोई भी व्यक्ति आसपास बीड़ी-सिगरेट न पिए और मालगाड़ी से दूर रहे, ताकि किसी बड़े हादसे को रोका जा सके। जनसंपर्क अधिकारी खेमराज मीना ने बताया कि रतलाम डीआरएम रजनीश कुमार ने इस घटना की जांच के आदेश दिए हैं। एक अन्य अधिकारी ने बताया कि उज्जैन और कोटा जाने वाली ट्रेनों के लिए डाउन लाइन पर यातायात बहाल कर दिया गया है।

यह दुर्घटना रतलाम के घटला ब्रिज के पास रात लगभग 10 बजे हुई, जब मालगाड़ी रतलाम से नागदा की ओर जा रही थी। घटनास्थल रतलाम रेलवे स्टेशन (Ratlam Junction) से मात्र 1 किमी की दूरी पर स्थित है। हादसे के बाद मालगाड़ी के टैंकर को पटरी पर लाने की कोशिश जारी रही, जिससे रेलवे लाइन पर यातायात को सामान्य किया जा सके। अगले दिन शुक्रवार को सुबह 10 बजे ट्रेक को सही करते हुए गाड़ियों का परिचालन शुरू किया गया।

डीजल रिसाव से हड़कंप, बाल्टियों में भर ले गए डीजल
दुर्घटना के बाद एक टैंकर से रात भर डीजल रिसता रहा, डीजल ट्रेक के पास नालियों में बहता रहा। जिसका लोगों ने फायदा उठाया। सुबह होते ही आसपास के लोग बाल्टियां और बर्तन लेकर पहुंचे और नालियों में बह रहे डीजल को इकट्ठा कर अपने साथ ले गए। जिसके हाथ में जो आया चाहे बाल्टी हो, टंकी हो या पानी भरने का कैंपर लेकर नाली के पास पहुंच गए। यह सब रेल अधिकारियों व पुलिस के सामने होता रहा। रेलवे को हुए इस आर्थिक नुकसान का भी आंकलन किया जाएगा।

बेपटरी हुआ डीजल से भरा वैगन

रेल सेवाएं प्रभावित, कई ट्रेनें रि-शेड्यूल करना पड़ी
हादसे के कारण दिल्ली-मुंबई डाउन लाइन पर ट्रेन सेवाएं प्रभावित हुईं, जिससे कई ट्रेनें रतलाम और आसपास के स्टेशनों पर रोकी गईं। रात 12 बजे के बाद अप लाइन से ट्रेनों का संचालन शुरू हुआ, जिसमें मुंबई-दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस समेत अन्य ट्रेनों को निकालने में सफलता मिली। हालांकि, डाउन लाइन बाधित रही लेकिन अगले दिन सुबह 10 बजे तक स्थिति सामान्य कर दी गई। इससे कई यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। दिल्ली-मुंबई मार्ग पर मालगाड़ियां पटरी से उतरने पर डीआरएम रजनीश कुमार ने कहा कि ट्रेन के तीन डिब्बे पटरी से उतरी हैं एक तो डिब्बे को उठा लिया गया है दूसरा वाले में थोड़ा दिक्कत है और तीसरा वाला भी माइनर है वो भी जल्द उठा लिया जाएगा। सारे सबूत इकट्ठा किए जा रहे हैं। हम कोई ट्रेनें रद्द नहीं कर रहे हैं बस थोड़ी ट्रेनों में देरी हो सकती है। ये ट्रेन राजकोट से आ रही थी और भोपाल के पास बकनिया जा रही थी। पेट्रोलियम पदार्थ रिसाव हो रहा है लेकिन हम लोग सावधानी बरत रहे हैं। जांच की टीम काम कर रही है।

पांच ट्रेनों को रि-शेड्यूल किया गया:
– गाड़ी संख्या 09546 नागदा-रतलाम स्पेशल (01 घंटा देरी से)
– गाड़ी संख्या 09545 रतलाम-नागदा (1.30 घंटा देरी से)
– गाड़ी संख्या 19341 नागदा-बिना (1.30 घंटा देरी से)
– गाड़ी संख्या 09382 रतलाम-दाहोद (02 घंटा देरी से)
– गाड़ी संख्या 09350 दाहोद-आनंद (02 घंटा देरी से)

प्रशासन की तत्परता और कार्रवाई
रात 1 बजे कलेक्टर राजेश बाथम, अपर कलेक्टर आर.एस. मंडलोई, एसडीएम अनिल भाना और अन्य अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए। बांगरोद इंडियन ऑयल डिपो से भी अधिकारियों को बुलाया गया, और सुरक्षा के लिए आरपीएफ के जवानों को तैनात किया गया। वैगन को हटाने के लिए जेसीबी, क्रेन और पाइप की व्यवस्था की गई। साथ ही, रेत की बोरियां भी मंगवाई गईं ताकि किसी अन्य हादसे से बचा जा सके।

Festival Special Train: त्योहारों पर रेलवे चलाएगा 500 से अधिक स्पेशल ट्रेन, भीड़ से बचने के लिए पहले कर ले ये काम

1 अक्टूबर से 30 नवंबर तक 6,000 से अधिक फेरे चलाने वाली 519 फेस्टिवल स्पेशल ट्रेनों का होगा संचालन, पश्चिम रेलवे चलाएगा 86 स्पेशल ट्रेनें।

पब्लिक वार्ता,
न्यूज डेस्क। Festival Special Train: दुर्गा पूजा, दिवाली और छठ पूजा के त्योहारी सीजन में यात्रियों की सुगम आवाजाही के लिए भारतीय रेलवे Indian Railways) ने 1 अक्टूबर से 30 नवंबर 2024 तक 6,000 से अधिक फेरे चलाने वाली 519 फेस्टिवल स्पेशल ट्रेनों का संचालन शुरू किया है। रेलवे द्वारा हर साल त्योहारों के अवसर पर विशेष ट्रेनों का संचालन किया जाता है, लेकिन इस बार बढ़ती मांग को ध्यान में रखते हुए ट्रेनों की संख्या में भारी वृद्धि की गई है।

1. कुल 519 फेस्टिवल स्पेशल ट्रेनें: भारतीय रेलवे द्वारा इस बार 519 स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया जाएगा, जो पूरे देश में यात्रियों की यात्रा को सुगम बनाएगी।
  
2. 6,000 से अधिक फेरे: ये स्पेशल ट्रेनें 6,000 से अधिक फेरे लगाएंगी, जिससे लाखों यात्री अपने गंतव्यों तक आसानी से पहुंच सकेंगे।

3. पश्चिम रेलवे में यह सुविधा:
    – 86 स्पेशल ट्रेनें: पश्चिम रेलवे (western railways) ने 86 फेस्टिवल स्पेशल ट्रेनों की घोषणा की है।
    – 1,380 से अधिक फेरे: इन ट्रेनों द्वारा कुल 1,382 फेरे लगाए जाएंगे, जो पूरे भारतीय रेलवे में सबसे अधिक हैं।
    – मुंबई और सूरत से प्रमुख संचालन: मुंबई और सूरत/उधना से 14 जोड़ी ट्रेनों का संचालन किया जा रहा है। इसके अलावा सूरत से होकर 20 अन्य स्पेशल ट्रेनें भी गुजरेंगी।
   
4. उत्तर प्रदेश, बिहार और अन्य राज्यों के लिए विशेष ध्यान: त्योहारों के दौरान सबसे अधिक भीड़ उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, उत्तर भारत और उत्तर-पूर्व के राज्यों की ओर बढ़ती है। रेलवे ने इन गंतव्यों के लिए अधिक ट्रेनों का संचालन सुनिश्चित किया है।

5. विशेष ट्रेनों की सूची (List Of Special Train):
    – मुंबई सेंट्रल, बांद्रा टर्मिनस, सूरत, अहमदाबाद, वडोदरा, राजकोट, वापी और इंदौर से विभिन्न गंतव्यों के लिए विशेष ट्रेनें चल रही हैं।
    – अहमदाबाद से चलने वाली ट्रेनें उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल की ओर प्रमुख गंतव्यों के लिए यात्रा करेंगी।
 
पश्चिम रेलवे द्वारा संचालित प्रमुख ट्रेनें:
– मुंबई से देश के प्रमुख गंतव्यों तक: मुंबई से उत्तर प्रदेश, बिहार और अन्य प्रमुख राज्यों तक यात्रियों के लिए विशेष ट्रेनें संचालित हो रही हैं।
– सूरत/उधना से अतिरिक्त ट्रेनों का संचालन: सूरत/उधना से 8 जोड़ी स्पेशल ट्रेनें चलाई जा रही हैं, ताकि वहां के यात्रियों की बढ़ती मांग को पूरा किया जा सके।

पिछले साल की तुलना में वृद्धि:
– पिछले साल भारतीय रेलवे ने कुल 4,429 फेरे लगाए थे। इस वर्ष इसमें भारी वृद्धि की गई है और कुल 6,000 फेरे लगाने का लक्ष्य रखा गया है।
 
यात्रियों के लिए सलाह:
– चूंकि त्योहारों के दौरान यात्रियों की संख्या अधिक होती है, इसलिए यात्रा की योजना पहले से बना लेना और समय रहते टिकट बुक करना आवश्यक है।
– टिकट की बुकिंग IRCTC की वेबसाइट और रेलवे स्टेशनों पर उपलब्ध है।
 
भारतीय रेलवे द्वारा इस वर्ष फेस्टिवल स्पेशल ट्रेनों की संख्या में वृद्धि यात्रियों की भीड़ को ध्यान में रखते हुए की गई है। ये ट्रेनें यात्रियों को दुर्गा पूजा, दिवाली और छठ पूजा के अवसर पर उनके गंतव्य तक आरामदायक और सुविधाजनक यात्रा प्रदान करेंगी। यात्रा की योजना और ट्रेन की समय सारणी की जानकारी रेलवे की वेबसाइट या मोबाइल ऐप पर उपलब्ध है।

AIR TRAIN: दिल्ली एयरपोर्ट पर चलेगी देश की पहली एयर ट्रेन, यात्रियों को मिलेगी बड़ी राहत

नई दिल्ली – पब्लिक वार्ता,
न्यूज डेस्क। Air Train in Delhi:  दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (IGI) पर यात्रियों के लिए जल्द ही एक नई और अत्याधुनिक सुविधा उपलब्ध होने वाली है। दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (DIAL) ने घोषणा की है कि एयरपोर्ट के टर्मिनल 1 से टर्मिनल 2 और 3 के बीच अब देश की पहली एयर ट्रेन चलाई जाएगी। यह ऑटोमेटेड पीपल मूवर (APM) सिस्टम, यात्रियों को जाम और समय की कमी से बचाने के उद्देश्य से लाया जा रहा है, ताकि यात्री टर्मिनलों के बीच फ्री में सफर कर सकें और उनकी फ्लाइट छूटने का खतरा न रहे।

क्या है एयर ट्रेन की खासियत?
दिल्ली एयरपोर्ट पर आने वाले लाखों यात्रियों के लिए यह एक बड़ी राहत साबित होगी। इस नई *एयर ट्रेन* का मुख्य उद्देश्य टर्मिनलों के बीच कनेक्टिविटी को बढ़ाना है, जिससे यात्रियों को टर्मिनल 1 से टर्मिनल 2 या 3 पर पहुंचने में लगने वाले समय और जाम की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा।

APM की मुख्य विशेषताएं:
– ऑटोमेटेड सिस्टम: यह एयर ट्रेन पूरी तरह से ऑटोमेटेड होगी, यानी इसे चलाने के लिए किसी मैन्युअल ऑपरेशन की आवश्यकता नहीं होगी।
– एलिवेटेड ट्रैक: एयर ट्रेन का ट्रैक *एलिवेटेड* होगा, जिससे सड़क यातायात से कोई बाधा नहीं होगी।
– फ्री यात्रा: यात्रियों के लिए इस एयर ट्रेन में सफर मुफ्त होगा, जो टर्मिनलों के बीच तेजी से आवाजाही में सहायक साबित होगी।
   एयर ट्रेन की लॉन्चिंग और निर्माण
इस प्रोजेक्ट के लिए *डिजाइन, निर्माण, वित्त, संचालन और हस्तांतरण मॉडल* के आधार पर कार्य किया जाएगा। DIAL ने इसके लिए पहले ही टेंडर जारी कर दिए हैं और आने वाले महीनों में इस परियोजना पर तेजी से काम शुरू हो सकता है।

IGI एयरपोर्ट: देश का सबसे व्यस्त हवाई अड्डा
इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट देश का सबसे व्यस्त हवाई अड्डा है, जहां रोज़ाना हजारों यात्री घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों के लिए आते-जाते हैं। तीन टर्मिनलों वाले इस एयरपोर्ट पर यातायात में बढ़ोतरी के कारण टर्मिनल 1 और 2/3 के बीच कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने की ज़रूरत महसूस की जा रही थी। एयर ट्रेन के माध्यम से यह समस्या काफी हद तक हल हो जाएगी।

इस नई सुविधा से यात्रियों का सफर और भी सुगम और तेज़ हो जाएगा। दिल्ली एयरपोर्ट पर एयर ट्रेन के आने से यातायात का दबाव कम होगा और यात्रियों के लिए समय की बचत भी होगी।

कुछ ऐसी दिखाई देगी एयर ट्रेन

IRCTC & Indian Railways: पटरी पर दौड़ता लग्जरी होटल है यह ट्रेन, चोंका देगी “गर्वी गुजरात” की यात्री सुविधाएं!, जानिए कब से होगी शुरू

अत्याधुनिक सुविधाओं से लेस है IRCTC की ये टूरिस्ट ट्रेन, शॉवर, क्यूबिकल्स, सेंसर-आधारित वॉशरूम, और फुट मसाजर जैसी सुविधाएं, गुजरात के ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और धार्मिक स्थलों की कराएगी सेर.

नई दिल्ली – पब्लिक वार्ता,
जयदीप गुर्जर। भारतीय रेल, पर्यटन को एक नई दिशा देने के उद्देश्य से लगातार नई पहल कर रही है। इसी कड़ी में इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन (IRCTC) द्वारा “गर्वी गुजरात” भारत गौरव डीलक्स एसी टूरिस्ट ट्रेन (GARVI GUJARAT TRAIN) का संचालन 1 अक्टूबर 2024 से किया जाएगा। इस खास ट्रेन का उद्देश्य पर्यटकों को गुजरात के ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और धार्मिक स्थलों से परिचित कराना है। इस ट्रेन में पहली बार वडनगर को भी शामिल किया गया है, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का गृहनगर भी है।

“गर्वी गुजरात” ट्रेन की शुरुआत दिल्ली रेलवे स्टेशन से होगी। अगर आप बुकिंग करवाते है और दिल्ली नहीं पहुंच सकते तो सफदरजंग, गुड़गांव, रेवाड़ी, रींगस, फुलेरा, अजमेर रेलवे स्टेशन से आप इस ट्रेन में चढ़ सकते है और गुजरात की अपनी यात्रा पर निकल सकते है। जिसके बाद ट्रेन का स्टॉपेज अहमदाबाद, मोढेरा, पाटन, वडनगर, वडोदरा, केवड़िया, वेरावल (सोमनाथ),  दीव, द्वारका रहेगा। द्वारका के बाद ट्रेन वापस दिल्ली के लिए रवाना हो जाएगी। इसके किराए से जुड़ी जानकारी फिलहाल रेलवे ने नहीं दी है। IRCTC की वेबसाइट या हेल्पलाइन से आप बाकी अन्य जानकारी ले सकते है।

ऐसा है ट्रेन में बना फ़ूड रेस्टोरेंट

ट्रेन की सुविधाएं और प्रमुख आकर्षण
“गर्वी गुजरात” भारत गौरव टूरिस्ट ट्रेन अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है, जिसमें एसी-1, एसी-2 और एसी-3 श्रेणी के कोच हैं। कुल 150 पर्यटक इस ट्रेन में सफर कर सकेंगे। यात्रियों के लिए खानपान की व्यवस्था दो डाइनिंग रेस्टोरेंट्स और एक आधुनिक रसोई में की जाएगी। सुरक्षा के लिहाज से सभी कोचों में सीसीटीवी कैमरे और सुरक्षा गार्ड तैनात किए गए हैं। इस ट्रेन में शॉवर क्यूबिकल्स, सेंसर-आधारित वॉशरूम, और फुट मसाजर जैसी सुविधाएं भी उपलब्ध होंगी।

गुजरात के प्रमुख स्थलों का दौरा
ट्रेन की यात्रा का कुल समय 10 दिनों का है, जिसमें पर्यटक गुजरात के प्रमुख धार्मिक और विरासत स्थलों का दौरा करेंगे। अहमदाबाद में पर्यटक साबरमती आश्रम और अक्षरधाम मंदिर का दौरा करेंगे। इसके बाद मोढेरा सूर्य मंदिर, रानी की वाव, और सहस्त्रलिंग तालाब जैसे ऐतिहासिक स्थानों का भ्रमण किया जाएगा। वडनगर में कीर्ति तोरण, हाटकेश्वर मंदिर और शर्मिष्ठा झील जैसे दर्शनीय स्थल ट्रेन की यात्रा के प्रमुख आकर्षण होंगे। इसके साथ ही वडनगर रेलवे स्टेशन भी पर्यटकों को दिखाया जाएगा। पावागढ़ में महाकाली मंदिर (Pavagadh) और यूनेस्को द्वारा मान्यता प्राप्त चंपानेर पावागढ़ पुरातत्व पार्क भी यात्रा का हिस्सा होंगे।

अन्य धार्मिक स्थल
ट्रेन की यात्रा में द्वारकाधीश मंदिर (Dwarka), नागेश्वर ज्योतिर्लिंग, सोमनाथ मंदिर (Somnath Jyotirling), और दीव किला भी शामिल हैं। केवडिया में ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ और लेजर शो भी पर्यटकों को दिखाया जाएगा। यह ट्रेन लगभग 3,500 किलोमीटर का सफर तय करेगी और 10वें दिन दिल्ली लौट आएगी।

फूल ऐसी ट्रेन है गर्वी गुजरात, 10 दिनों का रहेगा सफर

भारत गौरव ट्रेनों का संचालन
भारत गौरव टूरिस्ट ट्रेनें भारतीय रेल द्वारा शुरू की गई एक खास पहल है, जिसका उद्देश्य देश के धार्मिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक स्थलों का प्रचार-प्रसार करना है। देश भर में अब तक 24 राज्यों में 180 से अधिक भारत गौरव टूरिस्ट ट्रेनों का संचालन किया जा चुका है, जिनमें 80,000 से अधिक यात्री सफर कर चुके हैं।

DP Wires incident: डीपी वायर्स के अरविंद कटारिया और मैनेजर विजय सोनी के खिलाफ कोर्ट में आपराधिक मामला दर्ज, श्रम न्यायालय में भी चलेगा केस

रतलाम – पब्लिक वार्ता,
जयदीप गुर्जर। औद्योगिक क्षेत्र में हुई एक मजदूर की दुखद मौत के मामले में शहर की प्रतिष्ठित डीपी वायर्स (DP Wires) लिमिटेड के मालिक अरविंद कटारिया और प्रबंधक विजय सोनी के खिलाफ रतलाम की मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी अदालत में आपराधिक मामला दर्ज किया गया है। यह मामला 22 वर्षीय कर्मचारी नितिन सरोज की मौत के बाद औद्योगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा विभाग द्वारा दायर किया गया है।

गौरतलब है की 3 जुलाई, 2024 को नितिन सरोज, जो कि डी. पी. वायर्स में रात्रिकालीन शिफ्ट में वायर ड्राइंग मशीन पर कार्यरत था, करंट लगने से उसकी जान चली गई। घटना सुबह करीब 6 बजे हुई, जब कारखाने में बारिश का पानी फैलने से नितिन करंट की चपेट में आ गया। नितिन की शिफ्ट समाप्त होने से मात्र डेढ़ घंटा पहले ही यह हादसा हुआ था।

जांच और प्रबंधन की लापरवाही
घटना की जांच औद्योगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा विभाग के करखाना निरीक्षक हिमांशु सोलोमन ने की। जांच में पाया गया कि कारखाने में कारखाना अधिनियम 1948 की धारा 7ए-2सी एवं नियम 73 का उल्लंघन हुआ है। इसके चलते संचालक अरविंद कटारिया और प्रबंधक विजय सोनी को जिम्मेदार ठहराया गया। दोनों के खिलाफ आपराधिक वाद दायर किया गया है, जिसमें दोष सिद्ध होने पर एक लाख रुपए का जुर्माना, दो साल की सजा, या दोनों हो सकते हैं।

श्रम न्यायालय में भी केस
औद्योगिक अधिनियम के अनुसार, मृतक श्रमिक के परिवार को क्षतिपूर्ति प्रदान करने का प्रावधान है। इसी के तहत नितिन के आश्रितों को मुआवजा दिलाने के लिए श्रम न्यायालय में भी मामला दर्ज किया गया है।

परिवार की स्थिति और मजदूरों का आक्रोश
मिर्जापुर, उत्तर प्रदेश से रतलाम आकर बसे नितिन का परिवार शिवनगर क्षेत्र में रहता है। उसके परिवार में एक 8 महीने का बेटा भी है। इस घटना के बाद उद्योग के मजदूरों में काफी आक्रोश है। उनका कहना है कि उद्योग में सुरक्षा मानकों की अनदेखी होती है और सभी मजदूर जान जोखिम में डालकर काम करने को मजबूर हैं। यह घटना न केवल उद्योग के सुरक्षा मानकों पर सवाल उठाती है, बल्कि प्रशासन और प्रबंधन की लापरवाही की भी गंभीरता को दर्शाती है। अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि अदालत और श्रम न्यायालय इस मामले में क्या निर्णय लेते हैं।