बंदूकधारी भगवती: 62 साल की बुजुर्ग महिला पुलिस थाने में लेकर पहुंची बंदूक, देखकर हर कोई रह गया दंग!

जानिए क्या है पूरा मामला…

पब्लिक वार्ता – शाजापुर,
अजय वर्मा। थाने के बाहर जब एक बुजुर्ग महिला दोनाली बंदूक कंधे पर टांगकर पहुंची तो हर कोई हैरानी से उसे देख रहा था। सभी के मन में यही सवाल था की आखिर यह बंदूकधारी महिला है कौन और बंदूक लेकर थाने में क्यों आई है। कहीं यह फूलन देवी की तरह कोई…! लेकिन यह ना तो फूलन देवी है ना ही उस प्रकार की किसी गतिविधियों में शामिल है। यह बुजुर्ग महिला बहुत ही सामान्य परिवेश से है। यह केवल कानून का पालन करते हुए अपने पास रखा हथियार जमा कराने थाने पहुंची है। यह हथियार इस बुजुर्ग महिला के स्वर्गीय पिता की निशानी है जो आज तक उसके पास सुरक्षित है।

मामला मध्यप्रदेश के शाजापुर का है। लालपुरा निवासी 62 वर्षीय बुजुर्ग महिला ने आगामी लोकसभा चुनाव के चलते अपनी 12 बोर की लाइसेंसी बंदूक कोतवाली थाने में जमा करवाई। महिला का नाम भगवती बाई है। नगर में रहने वाली भगवती बाई दूसरे घरों में जाकर घरेलू कामकाज कर अपना जीवन यापन करती है। उनका मानना है की पिता के देहांत के बाद अपनी सुरक्षा के लिए उनकी बंदूक का लाइसेंस अपने नाम करवा लिया।

थाने पर मौजूद बंदूकधारी महिला व पुलिस स्टाफ

भगवती बाई ने बताया की पिता झालाजी मालवीय चौकीदार थे और मैं उनकी इकलौती संतान थी। मैंने शादी नहीं की। पिता की मौत के बाद उनकी इस बंदूक को अपने पास ही रखने का निर्णय किया। जब पिता की मृत्यु हुई तब मेरी उम्र 30 वर्ष थी। मेरे अकेले रहने के कारण सुरक्षा की दृष्टि से मैंने उनकी बारह बोर का लाइसेंस अपने नाम करवाया। में भरण पोषण के लिए मजदूरी का काम करती हूं। पिता की मृत्यु के बाद से अकेले रहने का फैसला किया, इसलिए सुरक्षा के लिए भी बंदूक रखना पड़ी। भगवती इस बंदूक का उपयोग साल में 1- 2 बार करती भी है, व उसकी नियमित साफ-सफाई का भी ख्याल रखती है।

एसआई जया सुनेरी ने बताया आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद थाने में हथियार जमा करवाए जा रहे है। एक 60 वर्षीय बुजुर्ग महिला ने अपने नाम पर दर्ज बारह बोर की बंदूक जमा करवाई। अभी तक कोतवाली थाने में 116 बंदूकें जमा हो चुकी है और जिन लोगों के पास लायसेंसी हथियार है, उन्हें भी जमा करने के निर्देश दिए गए है।