चुनावी रण का आगाज : मध्यप्रदेश समेत 5 राज्यों की चुनावी तारीखों का एलान, आचार संहिता लागू
जानिए चुनाव आयोग की पूरी तैयारियां

पब्लिक वार्ता – नई दिल्ली/भोपाल,
जयदीप गुर्जर। देश के 5 राज्यों में आखिरकार विधानसभा 2023 के चुनावी रण का आगाज हो चुका है। राजस्थान, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम में विधानसभा चुनाव होने है। चुनावों की तारीखों का ऐलान हो गया है। मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) राजीव कुमार ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि छत्तीसगढ़ में दो फेज में 7 और 17 नवंबर को वोटिंग होगी। मध्यप्रदेश में 17 नवंबर और राजस्थान में 23 नवंबर को सिंगल फेज में चुनाव होगा। वहीं मिजोरम में 7 नवंबर और तेलंगाना में 30 नवंबर को एक ही फेज में वोटिंग होगी। पांचों राज्यों का रिजल्ट एक दिन 3 दिसंबर को एक साथ घोषित होगा। मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि इन राज्यों में कुल 16.14 करोड़ वोटर्स हैं। इनमें 8.2 करोड़ पुरुष, 7.8 करोड़ महिला वोटर्स हैं। 2023 में 60.2 लाख नए वोटर्स है जो पहली बार वोट डालेंगे।

आचार संहिता में रहेगी ये बंदिशें :
नई सरकारी योजनाओं और कार्यक्रमों की घोषणा नहीं हो सकेंगी।
मंत्री-विधायक सरकारी गाड़ी का इस्तेमाल नहीं कर सकेंगे।
सरकारी योजनाओं के बैनर, पोस्टर्स, सरकारी वेबसाइट से मुख्यमंत्री,मंत्रियों व अन्य राजनेताओं के पोस्टर हटाए जाएंगे।
किसी भी प्रोजेक्ट का शिलान्यास या उद्घाटन नहीं हो सकेगा।

आचार संहिता का इन कामों पर नहीं होगा असर :
जनता को जो सरकारी योजना शुरू हो चुकी हैं, उनका लाभ मिलता रहेगा।
सरकार कोई तबादला नहीं कर पाएगी, लेकिन चुनाव आयोग अफसरों के तबादले कर सकेगा।
सीएम- मंत्री रूटीन काम ही कर सकेंगे।
सरकारी दफ्तर में जनता से जुड़े सामान्य काम पहले जैसे ही चलते रहेंगे।

5 राज्यों में आयोग की ऐसी रहेगी व्यवस्था :
5 राज्यों की 679 विधानसभा सीटों के लिए 1.77 लाख पोलिंग स्टेशन बनाए गए हैं।
60.2 लाख नए मतदाता पहली बार वोट डालेंगे। इनकी उम्र 18 से 19 साल के बीच है। इसके अलावा 15.39 लाख वोटर ऐसे हैं, जो 18 साल पूरे करने जा रहे हैं और जिनके पहले से आवेदन प्राप्त हो चुके हैं।
17,734 मॉडल बूथ, 621 पोलिंग बूथों को दिव्यांग कर्मचारी संभालेंगे। 8192 पोलिंग बूथों पर महिलाएं कमान संभालेंगी।
1.01 लाख पोलिंग बूथ पर वेबकास्टिंग होगी। आदिवासियों के स्पेशल बूथ होंगे। 2 किलोमीटर के अंदर पोलिंग बूथ होंगे।
छत्तीसगढ़-उड़ीसा बॉर्डर पर चांदमेता और जगदलपुर बस्तर में बसे तुलसी डोंगरी हिल एरिया में पहली बार पोलिंग बूथ बनाया गया है। यहां पहले ग्रामीणों को वोट करने के लिए 8 किमी चलकर बूथ तक जाना पड़ता था।
राजस्थान में माझोली बाड़मेर में बूथ 5 किमी दूर था। 49 वोटर्स के लिए नया बूथ 2023 के चुनाव के लिए बनाया गया है।
सी विजिल ऐप से चुनावी गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी। लोग ऐप के जरिए शिकायत कर सकेंगे।
मध्यप्रदेश में देवगांव और मंडला जिले के बिछिया में 350 वोटर्स के लिए बूथ बनाया जाएगा। ये बूथ SDM हेडक्वॉर्टर्स से 40 किमी दूर है। मध्यप्रदेश में ही नंदिया और नर्मदापुरम के पिपरिया में जिला मुख्यालय में 165 किमी दूर पोलिंग बूथ बनाए गए हैं। पोलिंग पार्टी को देनवा नदी पार करके जाना होगा। इसके पहले उसे अलग गाड़ी से देनवा के किनारे तक पहुंचाया जाएगा।