सीएसपी रात में अचानक पहुंचे रेलवे स्टेशन, ऑटो ड्राइवर को दीए जरूरी निर्देश, देखे वीडियो –
पब्लिक वार्ता – रतलाम,
जयदीप गुर्जर। उज्जैन में विगत दिनों हुआ मासूम के साथ दरिंदगी का मामला पूरे देश में गरमाया हुआ है। लोग आरोपियों की तत्काल फांसी की मांग कर रहे है। उज्जैन में मासूम के साथ हुए रेप केस में एक आरोपी ऑटो ड्राइवर भारत सोनी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। घटना के बाद अब रतलाम पुलिस भी महिला सुरक्षा को लेकर खासी सजग व सतर्क नजर आ रही है। इसको लेकर रतलाम पुलिस ने एक बेहद अच्छी व अभिनव पहल की शुरुआत की। उज्जैन में ऑटो ड्राइवर के घटना में शामिल होने के बाद अब रतलाम में ऑटो ड्राइवरों पर पुलिस ने नजर रखने की ठानी है। जिससे भविष्य में इस तरह की घटना से बचा जा सके और समाज में सुरक्षा का भाव बना रहे।
शनिवार देर रात शहर सीएसपी अभिनव बारंगे ने रेलवे स्टेशन पहुंचकर औचक निरीक्षण किया। अचानक सीएसपी के पहुंचने से रेलवे स्टेशन क्षेत्र में सभी अचंभे में पड़ गए। सीएसपी बारंगे ने वहां मौजूद ऑटो ड्राइवरों को जब बुलाया तो उनमें से अधिकतर ड्राइवर अपना वाहन छोड़कर भाग निकले। जिसके बाद सीएसपी ने ऑटो ड्राइवरों को समझाइश देकर वापस बुलवाया।
सीएसपी बारंगे ने पब्लिक वार्ता को बताया की ऑटो ड्राइवर को यह निर्देश दिए गए की ऑटो में यदि कोई महिला या बालिका बैठती है तो उनके परिजनों से पहले एक बार बात कर ले। परिजनों को ड्राइवर अपनी व ऑटो रिक्शा की फोटो शेयर कर नाम आदि की जानकारी जरूर दे। परिजनों को यह आश्वासन देदे की उनकी बेटी या पत्नी सुरक्षित गंतव्य पर पहुंच जाएगी। अगर परिजन नहीं है तो नजदीकी थाने में यह उक्त सवारी व गंतव्य स्थल की जानकारी देदे। जिससे समाज में सुरक्षा की भावना बढ़ेगी। सीएसपी ने मौके पर ऑटो रिक्शा के नियमों के पालन की हिदायत देते हुए कागज भी जांचे। मौजूद ड्राइवरों के पास कागज पूरे नहीं मिलने पर अगली बार कठोर कार्रवाई की चेतावनी दी। पुलिस अब रिक्शा यूनियन के माध्यम से ड्राइवरों के नाम, नंबर आदि की एक सूची बनाकर अपने पास रखेगी। इसके अलावा शहर के प्रत्येक रिक्शा ड्राइवर तक इन निर्देशों को पहुंचाकर इनका पालन करवाया जाएगा। जिससे उज्जैन जैसी किसी भी घटना के घटित होने से बचा जा सके।
12 साल की पीड़िता को गोद लेंगे इंस्पेक्टर वर्मा :
उज्जैन महाकाल थाने के इंस्पेक्टर अजय वर्मा ने अपनी दरियादिली दिखाती हुए रेप पीड़िता को गोद लेने की बात कही है। उन्होंने यह भी कहा कि यदि बच्ची के घरवालों की मर्जी होगी तब ही वह बच्ची को गोद लेंगे। टीआई ने बताया कि पीड़ित बच्ची के कराहने की आवाज सुनकर वह बेहद विचलित हो गए थे। महाकाल थाने के टीआई अजय वर्मा ने पीड़ित बच्ची को गोद लेकर उसकी पढ़ाई-लिखाई का खर्च वहन करने की बात कही है। टीआई ने कहा, पीड़ित बच्ची के कराहने की आवाज से मेरा मन द्रवित हो गया। मैंने उसी समय संकल्प लिया कि इस बच्ची को संरक्षण प्रदान करूंगा। उस बच्ची को मैंने पूर्ण सुरक्षा प्रदान करने का संकल्प लिया है।गोद लेने की कानूनी प्रक्रिया मुझे मालूम नहीं है, लेकिन उसके विवाह, स्वास्थ्य, शिक्षा की जिम्मेदारी मेरी है। उसको पूरा करेंगे।