Ratlam News: राष्ट्रीय दूध दिवस के पहले अमूल रैली पहुंची रतलाम, पर्यावरण जागरूकता का दिया संदेश

रतलाम – पब्लिक वार्ता,
न्यूज़ डेस्क । Ratlam News: स्वच्छ पर्यावरण के प्रति जागरूकता फैलाने और नागरिकों को क्लीन फ्यूल की जानकारी देने के उद्देश्य से गुजरात मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन ‘अमूल’ द्वारा आयोजित रैली का रतलाम में भव्य स्वागत किया गया। यह रैली गांधीनगर से शुरू होकर रतलाम पहुंची, जहां सैलाना रोड और स्टेशन रोड पर इसे नागरिकों और गणमान्य व्यक्तियों ने उत्साहपूर्वक स्वागत किया। 

रैली में शामिल युवाओं ने बताया कि अमूल की स्थापना श्वेत क्रांति के जनक वर्गीस कुरियन ने की थी। अब पर्यावरण संरक्षण के लिए अमूल ने गोबर से बायोगैस उत्पादन की पहल की है। कंपनी भविष्य में किसानों से गोबर खरीदकर बायोगैस का उत्पादन करेगी, जो स्वच्छ ऊर्जा के साथ पर्यावरण को संरक्षित रखने में सहायक होगा। 

रतलाम में रैली के दौरान रैली दल ने स्थानीय रतलामी सेव नमकीन के निर्माण प्रक्रिया को समझा और इसका स्वाद भी लिया। अनिल गादिया समेत अन्य स्थानीय नागरिकों ने भी रैली का गर्मजोशी से स्वागत किया। 

26 नवंबर को राष्ट्रीय दूध दिवस के अवसर पर दिल्ली में इस रैली का समापन होगा। रैली का उद्देश्य देशभर में नागरिकों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करना और स्वच्छ ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देना है।

MP News: मां नर्मदा संरक्षण यात्रा: पर्यावरण जागरूकता का संदेश लेकर 2 जनवरी से होगी शुरू

खंडवा/हरदा – पब्लिक वार्ता,
जयदीप गुर्जर। MP News: पर्यावरण संरक्षण और मां नर्मदा जी के तटीय क्षेत्रों के संवर्धन के उद्देश्य को लेकर रुपई ग्रुप मध्यप्रदेश और अमृतवन संरक्षण फाउंडेशन के नेतृत्व में एक विशेष यात्रा का आयोजन किया जा रहा है। यह मां नर्मदा संरक्षण संभावना यात्रा 2 जनवरी 2025 से शुरू होकर 22 जनवरी 2025 तक जारी रहेगी। 

इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य नर्मदा नदी के संरक्षण और पर्यावरण संरक्षण को लेकर जनमानस में जागरूकता फैलाना है। यात्रा के दौरान बुद्धिजीवी वर्ग के 20 सदस्य नर्मदा तट पर बसे गांवों और शहरों से होकर गुजरेंगे। इन स्थानों पर किसानों, युवाओं और प्रशासनिक अधिकारियों से संवाद कर उनके विचारों को साझा किया जाएगा। 

संरक्षण के लिए चिंतन और संवाद
इस यात्रा के आयोजन के पीछे रुपई ग्रुप के संरक्षक और पर्यावरणविद गौरीशंकर मुकाती जी की प्रमुख भूमिका है। यात्रा के दौरान संगोष्ठियों और विचार-विमर्श के जरिए नर्मदा तटीय क्षेत्रों में संरक्षण और संवर्धन की संभावनाओं पर मंथन किया जाएगा। 
यात्रा में भाग लेने वाले सभी सदस्य समाज के चिंतनशील और बुद्धिजीवी वर्ग से हैं, जो पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ाने और संरक्षण के लिए ठोस योजना तैयार करने का कार्य करेंगे। 

यात्रा की विशेषताएं
– यात्रा गुजरात और मध्यप्रदेश के उन क्षेत्रों से होकर गुजरेगी, जहां से नर्मदा नदी का जल बहता है। 
– नर्मदा तटीय क्षेत्र के किसानों और युवाओं से संवाद कर उनके सुझावों को समझा जाएगा। 
– यात्रा के बाद पर्यावरण संरक्षण की एक व्यापक योजना तैयार की जाएगी, जो नर्मदा जी के दीर्घकालिक संरक्षण और संवर्धन में मददगार होगी। 

हर जिले में बन रही टोलियां
यात्रा के सफल संचालन के लिए हर जिले में विशेष टोलियां बनाई जा रही हैं, जो यात्रा के उद्देश्यों को जन-जन तक पहुंचाने का कार्य करेंगी। 

रुपई ग्रुप के सदस्य राजा मलगाया ने बताया कि यात्रा का उद्देश्य केवल पर्यावरण जागरूकता तक सीमित नहीं है, बल्कि भविष्य के लिए एक ठोस रणनीति तैयार करना भी है, ताकि मां नर्मदा के संरक्षण के साथ-साथ पर्यावरण संतुलन को भी बनाए रखा जा सके। 

यह यात्रा समाज और प्रकृति के बीच बेहतर समन्वय स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल साबित हो सकती है।

MP News: प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के लिए फार्मर रजिस्ट्री अनिवार्य, दिसंबर से पहले जरूर कर ले ये काम!

रतलाम – पब्लिक वार्ता,
न्यूज़ डेस्क। MP News: प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM Kisan Samman Nidhi) का लाभ लेने के लिए अब फार्मर रजिस्ट्री बनवाना अनिवार्य कर दिया गया है। दिसंबर 2024 के बाद केवल फार्मर आईडी के आधार पर ही योजना का लाभ दिया जाएगा। कलेक्टर राजेश बाथम ने किसानों से अपील की है कि वे समय रहते अपनी फार्मर रजिस्ट्री करवा लें। 

फार्मर रजिस्ट्री कैसे बनवाएं?
1. आधार कार्ड से अपना मोबाइल नंबर लिंक करें। 
2. नजदीकी सीएससी केंद्र या गांव के पटवारी के माध्यम से फार्मर रजिस्ट्री करवा सकते हैं। 
3. किसान स्वयं https://mpfr.agristack.gov.in पर जाकर आधार ओटीपी के माध्यम से रजिस्ट्री कर सकते हैं। 
4. मोबाइल ऐप के माध्यम से भी रजिस्ट्री की जा सकती है:
   – Farmer Registry MP (किसानों के लिए) 
   – Farmer Sahayak MP (स्थानीय युवाओं के लिए)। 

फार्मर रजिस्ट्री के उद्देश्य और लाभ
फार्मर रजिस्ट्री के जरिए किसानों को विभिन्न योजनाओं का लाभ पारदर्शी और सरल तरीके से उपलब्ध कराया जाएगा। इसके तहत: 
– योजना का लाभ सत्यापन के बिना: बार-बार सत्यापन की आवश्यकता नहीं होगी। 
– कृषि सेवाओं की सुगमता: कृषि ऋण और न्यूनतम समर्थन मूल्य पर पंजीयन में आसानी। 
– योजनाओं का लाभ: प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना, सैचुरेशन फसल बीमा योजना आदि का लाभ लेने में सहूलियत। 
– सटीक योजना निर्धारण: किसानों का डेटा तैयार कर योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन। 

प्रचार-प्रसार के निर्देश
एसएलआर अभिषेक मालवीय ने बताया कि फार्मर आईडी भविष्य में अन्य सरकारी योजनाओं के लिए भी अनिवार्य होगी। जिले के मैदानी अधिकारियों को किसानों की अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित करने और रजिस्ट्री प्रक्रिया को तेजी से पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं। 

पोर्टल और ऐप के माध्यम से करें रजिस्ट्री
किसान अपनी फार्मर रजिस्ट्री https://mpfr.agristack.gov.in पोर्टल या Farmer Registry MP और Farmer Sahayak MP मोबाइल ऐप्स के जरिए पूरी कर सकते हैं। 

किसान अपनी फार्मर रजिस्ट्री जल्द करवाकर प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना और अन्य लाभकारी योजनाओं का लाभ सुगमता से प्राप्त कर सकते हैं।