Ratlam News: कल हनुमान जन्मोत्सव पर 1 लाख 11 हजार 111 हनुमान चालीसा पाठ का सामूहिक आयोजन, तैयारियां पूरी

रतलाम- पब्लिक वार्ता,

न्यूज़ डेस्क । Ratlam News: शहर में धार्मिक आस्था और सामाजिक एकता का अनुपम संगम देखने को मिल रहा है। सेवावीर सामाजिक कल्याण समिति द्वारा चलाए जा रहे हनुमान चालीसा सामूहिक पाठ अभियान ने 185 मंगलवार पूरे कर एक नया अध्याय रच दिया है। इस बार समिति ने हनुमान जन्मोत्सव के पावन अवसर पर 1,11,111 हनुमान चालीसा पाठ का ऐतिहासिक संकल्प लिया है, जो न केवल धार्मिक श्रद्धा का प्रतीक है, बल्कि समाज को एकजुट करने का सशक्त माध्यम भी बन रहा है।

पिछले वर्ष 2 वर्ल्ड रिकॉर्ड, इस बार लक्ष्य तीन गुना बड़ा

पिछले वर्ष सेवावीर परिवार ने 51,000 पाठों का लक्ष्य लेकर यह अभियान शुरू किया था, जिसके साथ रतलाम ने दो वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम किए। इस वर्ष संख्या लगभग तीन गुनी कर दी गई है, जो इस बात का संकेत है कि अभियान ने जन-जन में उत्साह और श्रद्धा की नई लहर पैदा की है।

व्यापक प्रचार-प्रसार से जागरूकता बढ़ाने का प्रयास

अभियान की सफलता सुनिश्चित करने के लिए सेवावीर समिति ने विभिन्न प्रचार माध्यमों का सहारा लिया है। शहर भर में ऑटो, बस, मंदिरों और सार्वजनिक स्थलों पर पोस्टर, बैनर और फ्लेक्स लगाए जा रहे हैं। वहीं सोशल मीडिया के माध्यम से भी इस पवित्र मुहिम को जन-जन तक पहुंचाया जा रहा है।

समाज के प्रबुद्धजनों से मिल रहा समर्थन

समिति ने समाज के प्रमुख व्यक्तियों, संत-महात्माओं और बुद्धिजीवियों से भी आग्रह किया है कि वे वीडियो संदेश के माध्यम से लोगों को इस अभियान से जोड़ें। शहर के विभिन्न क्षेत्रों में बैठकों का आयोजन कर सामाजिक, धार्मिक और राजनीतिक संगठनों का सहयोग भी लिया जा रहा है।

ऐतिहासिक आयोजन में समाज की भागीदारी

शहर का हर वर्ग इस ऐतिहासिक संकल्प को सफल बनाने के लिए उत्साहपूर्वक भागीदारी निभा रहा है। युवाओं से लेकर वरिष्ठजनों तक में विशेष उत्साह देखा जा रहा है। सेवावीर समिति का मानना है कि सामूहिक प्रयास से यह धार्मिक संकल्प एक प्रेरणास्पद इतिहास रचेगा।

सेवावीर परिवार का भावनात्मक आव्हान

समिति ने समस्त समाजजनों से इस अभियान में सक्रिय भागीदारी का अनुरोध करते हुए कहा है कि यह केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि समाज को एकजुट करने का अवसर है। आइए, हम सभी मिलकर 1,11,111 हनुमान चालीसा पाठों के इस महान संकल्प को पूर्ण करें और रतलाम को अध्यात्म व एकता की नई पहचान दिलाएं।

श्री हनुमान प्राकट्योत्सव : शहर के बड़ा हनुमानजी व मेहंदीकुई बालाजी सहित सभी मंदिर पर रहेगी धूम, 51 हजार हनुमान चालीसा पाठ से गूंजेगा पोलो ग्राउंड

इस बार बन रहे दो विशेष योग, कैसे करे हनुमानजी की आराधना…

पब्लिक वार्ता – रतलाम,
जयदीप गुर्जर। 23 अप्रैल मंगलवार को हनुमान प्राकट्योत्सव ( Hanuman jayanti) धूमधाम से मनाया जाएगा। इसको लेकर नगर व जिले के प्रमुख हनुमान मंदिरों में तैयारियां पुरी हो चुकी है। हनुमान प्राकट्योत्सव मंगलवार को है। इस दिन सुबह से लेकर शाम तक मंदिरों में कई धार्मिक आयोजन एवं अनुष्ठान किए जाएंगे।

शहर के माणकचौक स्थित बड़ा हनुमानजी मंदिर साहू बावड़ी पर सुबह 7 बजे मंगला आरती होगी। भगवान हनुमानजी का विशेष श्रृंगार होगा। दोपहर 1 बजे श्रीराम मारुति यज्ञ शुरू होगा। जिसके समापन के बाद रात 8 बजे महा आरती कर प्रसादी वितरण का कार्यक्रम किया जाएगा। नगर निगम स्थित मेहन्दीकुई बालाजी मंदिर पर दोपहर 12 बजे पांच दिवसीय श्रीराम मारुति यज्ञ की पूर्णाहुति दी जाएगी। जिसके बाद शहर में शोभायात्रा निकाली जाएगी जो मंदिर पर आकर समाप्त होगी। भगवान बालाजी की महाआरती के बाद प्रसादी वितरण का कार्यक्रम होगा। बड़बड़ हनुमान मंदिर पर 5 दिवसीय मेले का समापन हनुमान प्राकट्योत्सव पर होगा।

नगर में श्री हनुमान प्राकट्योत्सव पर श्री मंगलनाथ महाकाल रक्तदान मंडल – सेवा वीर परिवार द्वारा 51 हजार हनुमान चालीसा पाठ का आयोजन किया जाएगा। शहर के नेहरू स्टेडियम(पोलो ग्राउंड) में होने वाले इस कार्यक्रम की तैयारी पूरी कर ली गई है। आयोजन से पूर्व रविवार को शाम 5 बजे महलवाड़ा से आमंत्रण वाहन रैली भी निकाली गई। मंडल के पंकज भाटी ने बताया कि मंगलवार सुबह 7.30 बजे भक्तों का आना शुरू होगा। 8 बजे हनुमान चालीसा (hanuman chalisa) पाठ शूर कर दिया जाएगा। कार्यक्रम में करीब 15 हजार लोगों के आने का अनुमान है।

बन रहे विशेष योग, हनुमानजी होंगे प्रसन्न
प्रभु श्रीराम के परम् भक्त चिरंजीवी श्री हनुमान जी का प्राकट्य चैत्र शुक्ल प्रतिपदा पक्ष की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है। इस दिन हनुमान जी की विशेष पूजा करने का प्रावधान है, ऐसा करके हम अपने जीवन में आने वाली तमाम बाधाओं को दूर कर सकते हैं। इस दिन विशेष तरह के प्रयोगों से हम ग्रहों को भी शांत कर सकते है। इस बार हनुमान जयंती 23 अप्रैल मंगलवार यानी कल मनाई जाएगी। पूर्णिमा तिथि इस बार 23 अप्रैल यानी कल सुबह 3 बजकर 25 मिनट से शुरू होगी और तिथि का समापन 24 अप्रैल, बुधवार को सुबह 5 बजकर 18 मिनट पर होगा। हनुमान जयंती इस बार बहुत खास मानी जा रही है दरअसल, हनुमान जयंती पर कुछ खास संयोग बनने जा रहे है। हनुमान जयंती मंगलवार को होने के साथ ही इस दिन हनुमान जयंती चित्रा नक्षत्र और वज्र योग का संयोग बनने जा रहा है।

ऐसी मान्यता है कि हनुमान जी (Hanuman Ji) आज भी कलयुग में जीवित रूप से मौजूद है। वहीं जो भी उनकी उपासना करता है उसे बल, बुद्धि, विधा, वैभव, कीर्ति और धन की प्राप्ति होती है। अगर आप भी बजरंगबली को प्रसन्न करना चाहते हैं और अपने जीवन के संकटों को दूर करना चाहते हैं, तो हनुमान जन्मोत्सव के दिन विधिवत उनकी पूजा करे।

ऐसे करे विधी विधान से पूजा – पाठ

  • हनुमान जयंती के दिन उत्तर पूर्व दिशा में चौकी पर लाल कपड़ा रखें।
  • फिर उसके बाद हनुमान जी के साथ भगवान श्रीराम के चित्र की स्थापना करें।
  • फिर हनुमान जी को लाल और श्रीराम को पीले फूल चढ़ाएं।
  • फिर हनुमान जी को सिंदूर का चोला और राम जी को चंदन, कुमकुम का तिलक लगाएं। इसके बाद घी का दीपक जलाएं और विधिवत पूजा करें।
  • पहले प्रभु श्रीराम के मंत्र ‘ऊं राम रामाय नम: का जाप करें। और फिर हनुमान जी के मंत्र ‘ऊं हं हनुमते नम:’ का जाप करे। यह 11, 21, 51 या 101 कितनी भी बार अपनी श्रद्धा अनुसार कर सकते है।
  • इसके बाद सुंदरकांड और हनुमान चालीसा का पाठ करें। इसके बाद श्रीराम जी के नाम का जप और स्तुति भी करे।
  • फिर हनुमान जी को लड्डूओं का भोग लगाएं और आखिरी में आरती करें।

(Disclaimer : यह लेख व पूजन विधि धार्मिक मान्यताओं पर या ज्योतिष जानकारों के अनुसार है।)

समाज जागरण : सेवावीरों ने किया 121वां सामुहिक हनुमान चालीसा पाठ, मांगल्य मंदिर पर हुआ तुलसी पूजन

पब्लिक वार्ता – रतलाम,
जयदीप गुर्जर। नगर की सेवावीर सामाजिक कल्याण समिति द्वारा संचालित श्रीमंगलनाथ महाकाल रक्तदान मण्डल द्वारा सामुहिक हनुमान चालीसा पाठ का क्रम लगातार जारी है। मंडल के सदस्य प्रत्येक मंगलवार को निश्चित मंदिर का चुनाव कर वहां के क्षेत्रवासियों के साथ मिलकर सुबह 8 बजे चालीसा पाठ करते है। इस मंगलवार हनुमान चालीसा का 121वां सामुहिक पाठ किया गया। यह पाठ इंडस्ट्रियल एरिया क्षेत्र स्थित मांगल्य मंदिर (जेवीएल मंदिर) पर रखा गया। साथ ही मंदिर में उपस्थित लोगों ने तुलसी पूजन भी किया।

चालीसा का पाठ करते मंडल सदस्य

कार्यक्रम की जानकारी देते हुए मंडल प्रचार प्रमुख अतुल जैन ने बताया की प्रति मंगलवार किये जाने वाले इस आयोजन का उद्देश्य समस्त सदस्यों को एकत्रित कर समाज हित के कार्य करने हेतु समाज को जाग्रत करना है। तुलसी पूजन करने के पहले सभी को तुलसी के औषधिय गुणों व धार्मिक मान्यता व वैज्ञानिक रूप से उसका महत्व बताया गया। 

अयोध्या नहीं जा सकते, तो यही मनाए उत्सव
मण्डल द्वारा समस्त समाज से आग्रह किया गया कि 22 जनवरी के दिन सभी लोगो का अयोध्या जाना संभव नही है इसलिए अपने-अपने क्षेत्र के धार्मिक स्थलों, जैन मंदिर, गुरुद्वारा आदि स्थानों पर अपनी परंपरा एवं मान्यता के अनुसार पूजन अर्चन करे। प्रभात फेरिया निकाले, दीपावली मना कर प्रभु श्रीराम की आराधना करे।

जेवीएल मंदिर में उपस्थित भक्तगण