HANUMAN JAYANTI : रतलाम में होगा 51 हजार हनुमान चालिसा पाठ, 11 हजार लोग होंगे शामिल – PUBLIC VARTA

PUBLIC VARTA : 23 अप्रैल 2024 के दिन देशभर में श्री हनुमान जन्मोत्सव मनाया जाएगा। इस दिन मध्यप्रदेश के रतलाम शहर में सामुहिक  51 हजार हनुमान चालिसा पाठ का आयोजन होगा। यह आयोजन मंगलनाथ महाकाल रक्तदान मंडल – सेवा वीर परिवार द्वारा किया जाएगा। जिसमें करीब 11 हजार लोग शामिल होंगे। कार्यक्रम शहर के नेहरू स्टेडियम (पोलो ग्राउंड) में सुबह 7.30 बजे शुरू होगा। कार्यक्रम को लेकर तैयारियां अंतिम चरण में पहुंच चुकी है। सोशल मीडिया पर हर तरफ कार्यक्रम का प्रचार प्रसार तेजी से हो रहा है। हनुमान भक्तों में कार्यक्रम की सहभागिता को लेकर खासी रुची भी देखी जा रही है।

कार्यक्रम कैसे व कब होगा। सामुहिक 51 हजार पाठ का जो लक्ष्य लिया गया है उसकी गिनती कैसे होगी। लोगों की संख्या का अनुमान कैसे लगाया जाएगा? और भी कई सवालों के जवाब जानने के लिए पब्लिक वार्ता ने मंडल के प्रमुख पंकज भाटी से विशेष बातचीत की। पंकज सामाजिक कार्यकर्ता है और सभी धार्मिक कार्यों में आगे रहते है। ब्लड डोनेशन कैंप के लिए जाने जाने वाले पंकज अब हनुमान चालिसा पाठ के लिए जाने जाते है। विगत ढाई वर्षो से पंकज भाटी द्वारा प्रत्येक मंगलवार को शहर के हनुमान मंदिर पर जाकर हनुमान चालिसा का पाठ किया जा रहा है। अब तक इनके साथी शहर के ही अलग – अलग 150 हनुमान मंदिरों में सामुहिक पाठ कर चुके है। और जानने के लिए देखिए वीडियो –

 

समाज जागरण : सेवावीरों ने किया 121वां सामुहिक हनुमान चालीसा पाठ, मांगल्य मंदिर पर हुआ तुलसी पूजन

पब्लिक वार्ता – रतलाम,
जयदीप गुर्जर। नगर की सेवावीर सामाजिक कल्याण समिति द्वारा संचालित श्रीमंगलनाथ महाकाल रक्तदान मण्डल द्वारा सामुहिक हनुमान चालीसा पाठ का क्रम लगातार जारी है। मंडल के सदस्य प्रत्येक मंगलवार को निश्चित मंदिर का चुनाव कर वहां के क्षेत्रवासियों के साथ मिलकर सुबह 8 बजे चालीसा पाठ करते है। इस मंगलवार हनुमान चालीसा का 121वां सामुहिक पाठ किया गया। यह पाठ इंडस्ट्रियल एरिया क्षेत्र स्थित मांगल्य मंदिर (जेवीएल मंदिर) पर रखा गया। साथ ही मंदिर में उपस्थित लोगों ने तुलसी पूजन भी किया।

चालीसा का पाठ करते मंडल सदस्य

कार्यक्रम की जानकारी देते हुए मंडल प्रचार प्रमुख अतुल जैन ने बताया की प्रति मंगलवार किये जाने वाले इस आयोजन का उद्देश्य समस्त सदस्यों को एकत्रित कर समाज हित के कार्य करने हेतु समाज को जाग्रत करना है। तुलसी पूजन करने के पहले सभी को तुलसी के औषधिय गुणों व धार्मिक मान्यता व वैज्ञानिक रूप से उसका महत्व बताया गया। 

अयोध्या नहीं जा सकते, तो यही मनाए उत्सव
मण्डल द्वारा समस्त समाज से आग्रह किया गया कि 22 जनवरी के दिन सभी लोगो का अयोध्या जाना संभव नही है इसलिए अपने-अपने क्षेत्र के धार्मिक स्थलों, जैन मंदिर, गुरुद्वारा आदि स्थानों पर अपनी परंपरा एवं मान्यता के अनुसार पूजन अर्चन करे। प्रभात फेरिया निकाले, दीपावली मना कर प्रभु श्रीराम की आराधना करे।

जेवीएल मंदिर में उपस्थित भक्तगण