Ratlam News: श्री मारू भांबी समाज रतलाम ने धूमधाम से मनाया हिंदू नववर्ष, हुआ ध्वज पूजन, चल समारोह और महाआरती

रतलाम- पब्लिक वार्ता,

न्यूज़ डेस्क। Ratlam News: श्री मारू भांबी समाज रतलाम द्वारा हिंदू नववर्ष गुड़ी पड़वा के शुभ अवसर पर भव्य आयोजन किया गया। हाट की चौकी स्थित प्राचीन बाबा रामदेव जी मंदिर परिसर में ध्वज पूजन, चल समारोह और महाआरती के बाद स्नेह भोज का आयोजन किया गया, जिसमें समाज के वरिष्ठ जनों, महिलाओं और युवाओं ने बड़ी संख्या में भाग लिया।  

इस अवसर पर समाज के नव निर्वाचित अध्यक्ष झमक पड़ियार, उपाध्यक्ष नंद किशोर खांबु, मांगीलाल अनखे, सचिव रविन्द्र गहलोत, सह सचिव जगदीश मातोरिया, कोषाध्यक्ष दीपेश पड़ियार और सह कोषाध्यक्ष प्रभुलाल राठौड़ सहित अन्य पदाधिकारियों का स्वागत किया गया। कार्यक्रम में समन्वयक गोलू भुमारचा, युवा प्रकोष्ठ प्रमुख हरिश बामनिया तथा कार्यकारिणी सदस्य पूर्व अध्यक्ष बद्रीलाल पुनवर, कन्हैया लाल बोका, राजेश बोचा, दिनेश पडियार, महेश सोलंकी, विजय बोका, सावन राठौर, रमेश कथिरिया और बहादुर खांबू भी उपस्थित रहे।  

समाजजनों ने समिति द्वारा कराए गए पारदर्शी निर्वाचन और धर्मशाला परिसर के विकास कार्यों की सराहना की। समाज सचिव रविन्द्र गहलोत ने कार्यक्रम की जानकारी प्रदान की।  

Ratlam News: श्री मारू भांबी समाज रतलाम: ऐतिहासिक चुनाव में झमक पडियार बने अध्यक्ष, 98% मतदान दर्ज  

रतलाम- पब्लिक वार्ता,

न्यूज़ डेस्क। Ratlam News: श्री मारू भांबी समाज, रतलाम शहर अध्यक्ष पद के लिए बेलेट पेपर के माध्यम से ऐतिहासिक चुनाव संपन्न हुआ, जिसमें झमक पडियार को समाज का नया अध्यक्ष चुना गया। इस चुनाव में समाज के दो उम्मीदवारों ने अपना नामांकन दाखिल किया था।  

मतदान की प्रक्रिया समाज के बाबा रामदेव जी मंदिर परिसर में आयोजित की गई, जहां समाजजन ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और रिकॉर्ड 98% मतदान दर्ज किया गया। चुनाव प्रक्रिया को निष्पक्ष एवं पारदर्शी रूप से संपन्न कराने के लिए पूर्व अध्यक्ष बद्रीलाल पुनवर और बगदीराम मदेल ने निर्वाचन अधिकारी की भूमिका निभाई।  

नवनिर्वाचित अध्यक्ष झमक पडियार का कार्यकाल तीन वर्षों का रहेगा, जिसमें वे समाज के विकास और संगठन को मजबूत करने की दिशा में कार्य करेंगे। समाज में इस ऐतिहासिक चुनाव को लेकर काफी उत्साह देखने को मिला और नवनिर्वाचित अध्यक्ष को शुभकामनाएं देने वालों का तांता लगा रहा।  

समाज के इस ऐतिहासिक चुनाव से यह स्पष्ट है कि समाजजन अपनी एकजुटता और लोकतांत्रिक व्यवस्था के प्रति जागरूक हैं।