रतलाम – पब्लिक वार्ता
जयदीप गुर्जर। Ratlam News: सी.एम. राइज विनोबा स्कूल में एक महत्वपूर्ण अकादमिक संवाद का आयोजन किया गया, जिसमें विभिन्न शैक्षणिक अवधारणाओं पर विस्तार से चर्चा की गई। कार्यक्रम का नेतृत्व उप-प्राचार्य गजेंद्र सिंह राठौर ने किया, जिन्होंने स्कूल की विश्व के टॉप-3 विद्यालयों में शामिल होने की चुनौतीपूर्ण यात्रा और सफलता की कहानी साझा की।
उन्होंने “सायकल ऑफ ग्रोथ” और “विनोबा मॉडल ऑफ पेरेंटल इंगेजमेंट” के साथ-साथ शिक्षकों के पेशेवर विकास द्वारा विद्यार्थियों और समुदाय में आए सकारात्मक बदलावों पर भी चर्चा की। इसके अलावा, श्री राठौर ने वैश्विक संस्था टी-फोर एजुकेशन द्वारा स्कूल को एक ‘स्ट्रांग स्कूल कल्चर’ के रूप में चिन्हित किए जाने के पैरामीटर्स पर भी प्रकाश डाला।
कार्यक्रम के दौरान, शिक्षक शोभा ओझा और मीनाक्षी अग्रवाल ने अपने व्यक्तिगत अनुभव साझा किए, जिससे कई शिक्षक भाव-विभोर हो गए।
त्रैमासिक परीक्षा परिणाम की समीक्षा करते हुए शिक्षक राजाराम सेकवाडिया, भावना रावत, और हर्षिता सोलंकी ने बोर्ड और स्थानीय परीक्षाओं के परिणामों पर विस्तृत प्रस्तुति दी। प्राचार्य संध्या वोरा ने भी संवाद को संबोधित किया, जबकि संचालन हीना शाह ने किया और आभार सुनीता पंवार ने व्यक्त किया।
इस संवाद में कुल 30 शिक्षकों ने भाग लिया और यह कार्यक्रम शिक्षकों के लिए एक प्रेरणादायक और ज्ञानवर्धक सत्र साबित हुआ।
Daily Archives: 01/10/2024
MP News: नेताओं के आश्वासन से त्रस्त जनता बोली -“हमें बना दो विधायक!”, नाले में उतरने पर क्यों हुए मजबूर रहवासी
भोई मोहल्ले के लोगों का अनोखा विरोध: पुलिया निर्माण नहीं होने पर नाले में धरना, महापौर ने दिया एक महीने में काम शुरू करने का आश्वासन!
रतलाम – पब्लिक वार्ता,
न्यूज डेस्क। MP News: शहर के भोई मोहल्ले के निवासी पुलिया निर्माण में हो रही देरी से नाराज होकर अनोखे ढंग से विरोध प्रदर्शन पर उतर आए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा छह माह पहले वर्चुअली भूमिपूजन किए जाने के बावजूद पुलिया का निर्माण अब तक शुरू नहीं हुआ, जिससे नाराज होकर मोहल्ले के लोगों ने नाले में उतरकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने नाले में तख्त लगाकर एक घंटे तक धरना दिया, जिसके बाद महापौर प्रहलाद पटेल और अन्य अधिकारियों ने आकर उन्हें एक महीने में काम शुरू करने का आश्वासन दिया।
नाले में उतरकर प्रदर्शन
भोई मोहल्ले के निवासियों की मांग थी कि ऊंकाला रोड की तरफ जाने वाली पुलिया का निर्माण जल्द शुरू हो। हालांकि पुलिया निर्माण के टेंडर हो चुके हैं, लेकिन निगम अधिकारियों ने अब तक निर्माण कार्य शुरू नहीं किया। मार्च महीने में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुलिया निर्माण का वर्चुअल भूमिपूजन किया था, लेकिन उसके बाद से कोई प्रगति नहीं हुई। इस देरी से नाराज होकर स्थानीय निवासियों ने नाले में उतरकर विरोध प्रदर्शन किया, वहीं महिलाओं ने काजीपुरा के बीच सड़क पर बैठकर जाम लगा दिया। प्रदर्शनकारियों में पुरुषों के साथ-साथ महिलाएं भी शामिल थीं, जिन्होंने निगम अधिकारियों पर अनदेखी का आरोप लगाते हुए कहा कि कई बार शिकायत करने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई। विरोध की जानकारी मिलने पर नायब तहसीलदार आशीष उपाध्याय मौके पर पहुंचे और लोगों को समझाने की कोशिश की, लेकिन वे मानने को तैयार नहीं थे। इसके बाद नगर निगम इंजीनियर जीके जायसवाल भी पहुंचे और उन्होंने भी लोगों को समझाने की कोशिश की।
मुझे एक दिन का विधायक बना दो!
प्रदर्शन के दौरान मोहल्ले के निवासी विक्रम ने कहा, “मेरा हाथ जोड़कर निवेदन है विधायक जी, अगर आपसे पुलिया नहीं बन रही हो तो मुझे एक दिन का विधायक बना दो, मैं पुल भी बना दूंगा और रतलाम को स्वच्छ भी बना दूंगा।” गौरतलब है कि विधानसभा और नगरीय निकाय चुनावों से पहले स्थानीय लोगों ने पुलिया निर्माण की मांग को लेकर चुनाव बहिष्कार व प्रदर्शन जैसे कदम भी उठाए थे। लेकिन तब चुनाव सर मंडराता देख आश्वासन की घुट्टी पिलाकर भाजपा नेताओं ने जैसे तैसे रहवासियों को मना लिया था। जिसके बाद शहर विधायक और केबिनेट मंत्री चेतन्य कश्यप की मौजूदगी में पुलिया निर्माण का वर्चुअल उद्घाटन भी किया गया था, लेकिन आज तक निर्माण कार्य शुरू नहीं हो सका।
महापौर का एक महीने में काम शुरू करने का वादा
लोगों के आक्रोश को देखते हुए पार्षद यास्मीन शेरानी भी मौके पर पहुंचीं। कुछ देर बाद महापौर प्रहलाद पटेल पहुंचे और लोगों से बातचीत की। उन्होंने एक महीने के भीतर काम शुरू करने का आश्वासन दिया, जिसके बाद प्रदर्शनकारियों ने धरना समाप्त किया। हालांकि, क्षेत्रवासियों ने चेतावनी दी कि अगर एक महीने के भीतर काम शुरू नहीं हुआ, तो वे फिर से आंदोलन करेंगे।
एंबुलेंस तक नहीं आ पाती
भोई मोहल्ले के निवासी विक्रम भोई, राम भोई, ईश्वर भोई, बबलू भोई, संगीता बाई, सुनीता बाई, ज्योति बाई, मनीषा बाई, और दुर्गाबाई समेत अन्य लोगों का कहना है कि पुलिया नहीं होने से उन्हें आने-जाने में बहुत परेशानी होती है। मौजूदा रास्ता इतना संकरा है कि एंबुलेंस भी वहां से नहीं गुजर सकती। अगर ऊंकाला रोड की तरफ से पुलिया बन जाती है, तो पूरे क्षेत्र के लोगों को बड़ी राहत मिलेगी।
आश्वासन के बाद प्रदर्शन समाप्त
महापौर द्वारा एक महीने में पुलिया निर्माण शुरू करने के आश्वासन के बाद ही प्रदर्शनकारियों ने अपना धरना समाप्त किया। हालांकि, रहवासियों ने स्पष्ट किया कि अगर वादा पूरा नहीं हुआ, तो वे चुनाव के समय इस मुद्दे को फिर से उठाएंगे और बड़ा आंदोलन करेंगे।
सर्व पितृ अमावस्या : श्राद्ध कर्म में किन नियमों का करना होगा पालन और पितरों को प्रसन्न करने के क्या है उपाय?, जानिए…
पब्लिक वार्ता,
न्यूज डेस्क। सनातन धर्म में सर्व पितृ अमावस्या (Sarv Pitra Amavasya) का विशेष महत्व है। यह दिन उन पितरों के श्राद्ध के लिए होता है, जिनकी मृत्यु तिथि ज्ञात नहीं होती। साल 2024 में सर्व पितृ अमावस्या 2 अक्टूबर, बुधवार को पड़ेगी। इसे पितृ विसर्जनी अमावस्या भी कहा जाता है। इस दिन किए गए श्राद्ध कर्म और दान-पुण्य से पितृ दोष भी समाप्त होता है और पितरों को शांति मिलती है। लेकिन श्राद्ध कर्म के कुछ महत्वपूर्ण नियम होते हैं, जिनका पालन करना जरूरी है। आइए जानते हैं गरुड़ पुराण के अनुसार सर्व पितृ अमावस्या पर क्या करना चाहिए और क्या नहीं।
सर्व पितृ अमावस्या पर क्या करें?
1. काले तिल का प्रयोग: श्राद्ध कर्म में काले तिल का प्रयोग अनिवार्य माना गया है। तर्पण करते समय और पिंड बनाते समय काले तिल का उपयोग अवश्य करें। मान्यता है कि काले तिल में तीर्थों का जल होता है, जिससे पितर तृप्त होते हैं।
2. ब्राह्मण भोज: इस दिन ब्राह्मणों को भोजन कराने से पितरों को शांति मिलती है। ब्राह्मण भोज पितरों की संतुष्टि के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है।
3. कुश का उपयोग: श्राद्ध करते समय या तर्पण देते समय कुश का उपयोग करें। गरुड़ पुराण के अनुसार, कुश का तर्पण आत्मा को शांति प्रदान करता है।
4. भूखे को भोजन कराएं: इस दिन कोई भूखा व्यक्ति दरवाजे पर आ जाए, तो उसे भोजन जरूर कराएं। पितृ पक्ष में पितर किसी भी रूप में आ सकते हैं।
5. पंचबलि निकालें: ब्राह्मण भोज से पहले पंचबलि निकालने की परंपरा का पालन करें। पंचबलि का अर्थ है 5 प्राणियों—गाय, कुत्ता, कौवा, देवता और चींटियों के लिए भोजन निकालना।
6. गीत का पाठ करें: सर्व पितृ अमावस्या के दिन गीत का पाठ करना बहुत लाभकारी माना जाता है।
7. दान-पुण्य करें: इस दिन धन, वस्त्र, अनाज और काले तिल का दान करने से पितर खुश होते हैं और वंश वृद्धि का आशीर्वाद देते हैं।
सर्व पितृ अमावस्या पर क्या न करें?
1. रात्रि में भोजन न कराएं: श्राद्ध का भोजन कभी भी रात में न कराएं। यह अशुभ माना जाता है।
2. तामसिक भोजन न करें: इस दिन घर के सदस्यों को तामसिक भोजन से परहेज करना चाहिए।
3. मौन व्रत रखें: ब्राह्मण भोज के दौरान मौन रहना चाहिए और बिना अपशब्दों का प्रयोग किए शांतिपूर्ण माहौल बनाए रखना चाहिए।
4. स्टील के बर्तनों का प्रयोग न करें: श्राद्ध का भोजन केले के पत्तों या स्टील के बर्तनों में नहीं परोसना चाहिए। चांदी, तांबे, कांसे के बर्तनों में भोजन परोसें।
5. कर्ज लेकर श्राद्ध न करें: यह ध्यान रखें कि श्राद्ध का आयोजन कर्ज लेकर नहीं करना चाहिए।
6. किसी का अपमान न करें: इस दिन किसी का अपमान नहीं करना चाहिए और अपशब्दों से बचना चाहिए।
श्राद्ध कर्म ऐसा भी: 400 लावारिस अस्थियां एक साथ चढ़ी ट्रेन में, हरिद्वार पहुंची, लेकिन किसने दिलाया मोक्ष!
रतलाम – पब्लिक वार्ता,
जयदीप गुर्जर। श्राद्ध कर्म ऐसा भी: रतलाम जंक्शन पर सामान्य तौर पर लोग ट्रेन में चढ़ते उतरते देखे है। लेकिन क्या आपने कभी अस्थियों को ट्रेन में सफर करते देखा है? यहां एक अस्थि नहीं बल्कि 408 अस्थियां ट्रेन में सफर कर हरिद्वार पहुंची। ट्रेन में किसी शख्स के पास इतनी अधिक संख्या में अस्थियों को देखकर हर यात्री हैरान हो गया। हम बात कर रह है रतलाम के जनसेवी सुरेशसिंह तंवर की। सुरेशसिंह अपने साथी रवि तंवर के साथ ट्रेन में 408 लावारिस मृतकों की अस्थियां लेकर सवार हुए। इतनी अस्थियां देखकर ट्रेन के यात्री भी हिचकिचा गए। लेकिन जब उन्होंने इसकी कहानी सुनी तो सभी ने सराहना की।
सुरेशसिंह ने 408 लावारिस और असहाय व्यक्तियों की अस्थियों को हरिद्वार पहुंचकर पवित्र गंगा नदी में विधि-विधान से विसर्जित किया। यह कार्यक्रम क्षत्रिय खंगार उत्थान समिति रतलाम के बैनर तले आयोजित किया गया। श्राद्ध पक्ष के दौरान सुरेश तंवर पिछले 28 वर्षों से लगातार यह पुण्य कार्य कर रहे हैं, जिसमें उन्होंने अब तक 2800 से अधिक लावारिस और असहाय लोगों की अस्थियों को मां गंगा की गोद में समर्पित किया है।
रतलाम से 400 अस्थि कलश लेकर हरिद्वार पहुंचे
इस वर्ष, सुरेश सिंह तंवर ने रतलाम के जवाहर नगर मुक्तिधाम से 408 अस्थि कलश लेकर ट्रेन के माध्यम से हरिद्वार की यात्रा की। हरकी पैड़ी पर विधि-विधान से पूजा-अर्चना करने के बाद इन अस्थियों का गंगा नदी में तर्पण और विसर्जन किया गया। सुरेश तंवर का यह प्रयास उन लोगों के लिए मोक्ष का मार्ग प्रदान करता है, जिनके परिवार या परिजन उनकी अस्थियों का विसर्जन करने के लिए नहीं आ सके।
बड़े भाई के लापता होने के बाद से जारी है सेवा
सुरेश तंवर ने इस पुनीत कार्य की शुरुआत 28 साल पहले की थी, जब उनके बड़े भाई सोहन सिंह अचानक लापता हो गए थे। भाई की अनुपस्थिति और उनके बारे में अज्ञात स्थिति ने सुरेश को मानसिक रूप से काफी प्रभावित किया। इस चिंता और तनाव ने सुरेश को अनजान लोगों की अस्थियों का तर्पण करने की प्रेरणा दी, ताकि उनके भाई की खैरियत और मानसिक शांति सुनिश्चित हो सके। इस सेवा के माध्यम से सुरेश ने उन लावारिस व्यक्तियों की अस्थियों का विसर्जन करना शुरू किया, जिनके परिवार का कोई अता-पता नहीं था या जिनके परिजन उनकी अस्थियों को नहीं लेने आए।
भाई के लौटने के बाद भी जारी रहा पुण्य कार्य
इस अद्वितीय सेवा का परिणाम भी सुरेश को मिला, जब 24 साल बाद उनके भाई सोहनसिंह सकुशल वापस घर लौट आए। हालांकि, कोरोना काल के दौरान उनके भाई का निधन हो गया, लेकिन सुरेश ने अपने इस पुनीत कार्य को जारी रखा। आज, यह प्रयास न केवल सुरेश का व्यक्तिगत अभियान है, बल्कि समाज के कई लोगों का सहयोग भी उन्हें मिल रहा है।
कोरोना काल में भी जारी रहा कार्य
कोरोना महामारी के दौरान जब कई परिवार अपने मृतकों की अस्थियां लेने नहीं आ सके, तब सुरेश सिंह तंवर और उनकी टीम ने आगे बढ़कर उन अस्थियों का भी तर्पण किया। यह कार्य समाज सेवा और मानवता की मिसाल के रूप में उभर कर आया है। सुरेश सिंह के साथियों का कहना है कि वे इस अभियान को अनवरत जारी रखेंगे ताकि कोई भी लावारिस व्यक्ति मोक्ष से वंचित न रहे।
आम जनता का सहयोग बढ़ता जा रहा है
इस पवित्र सेवा के लिए अब सुरेश तंवर को आमजन से भी व्यापक सहयोग मिल रहा है। सुरेश के इस प्रयास से कई समाजसेवी और संगठनों ने भी जुड़ना शुरू कर दिया है। लोग आर्थिक मदद और अन्य संसाधनों के जरिए इस नेक कार्य में भागीदारी निभा रहे हैं। हरिद्वार में अस्थियों के विसर्जन के दौरान भी स्थानीय लोग और पुजारी इस पहल की सराहना करते हुए सुरेश सिंह की सेवाओं का आदर करते हैं।
समाजसेवा की मिसाल
रतलाम के सुरेश सिंह तंवर ने समाज सेवा के क्षेत्र में जो योगदान दिया है, वह निस्संदेह अनूठा है। असहाय और लावारिस लोगों के अंतिम संस्कार और उनकी अस्थियों का विसर्जन, उनके द्वारा की जा रही एक अनोखी पहल है, जिसे हर किसी ने सराहा है। आज, जब 408 लावारिस अस्थियां हरिद्वार पहुंचीं और गंगा में विसर्जित की गईं, तब सुरेश सिंह की 28 वर्षों की समाजसेवा की इस यात्रा ने फिर एक नया अध्याय लिख दिया।
Ratlam News: ड्रोन से पुलिस रखेगी चप्पे – चप्पे पर नजर, नवरात्रि से पहले दुर्गा पंडालों और गरबा स्थलों की सुरक्षा सुनिश्चित
रतलाम – पब्लिक वार्ता,
न्यूज डेस्क। Ratlam News: आगामी नवरात्रि और अन्य प्रमुख त्योहारों के दौरान शहर में शांति और सौहार्दपूर्ण माहौल बनाए रखने के लिए रतलाम पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्थाओं को मजबूत करने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। पुलिस अधीक्षक अमित कुमार (Ips Amit Kumar) के नेतृत्व में जिले भर में सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की जा रही है। दुर्गा प्रतिमा स्थापना स्थलों और गरबा पंडालों का में सीसीटीवी कैमरों से नजर रखी जाएगी। शहर के गरबा स्थल, पांडालों व संवेदनशील क्षेत्रों में ड्रोन से नजर रखी जाएगी। गरबा आयोजकों को पुरुषों के साथ महिला वोलेंटियर रखने के निर्देश दिए गए। गरबा समापन होने के बाद महिलाओं व बालिकाओं के घर पहुंचने तक पुलिस की गश्त जारी रहेगी।
पुलिस अधीक्षक अमित कुमार शहर समेत ग्रामीण क्षेत्रों में पहुंचकर विभिन्न क्षेत्रों में जनसंवाद कर जनता की समस्याएं सुन रहे है। उन्होंने पुलिस अधिकारियों को लोगों की समस्याओं के समाधान के निर्देश दिए। पुलिस अधीक्षक ने आयोजकों से भी मुलाकात की। उनसे आगामी नवरात्रि और अन्य त्योहारों के दौरान सुरक्षा बनाए रखने के लिए पुलिस का सहयोग करने की अपील की। पुलिस अधीक्षक अमित कुमार ने कहा की त्योहारों के दौरान किसी भी प्रकार की अवांछित गतिविधि को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और ऐसे कृत्य करने पर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
त्योहारों के दौरान पुलिस की मुस्तैदी
नवरात्रि और आगामी त्योहारों के लिए रतलाम पुलिस ने शहरभर में सुरक्षा को मजबूत करने के लिए पुलिस बल की तैनाती की है। संवेदनशील और प्रमुख स्थानों पर विशेष पुलिस बल तैनात किए जा रहे हैं। सीसीटीवी कैमरों के साथ पुलिसकर्मी भी हर महत्वपूर्ण स्थल पर मौजूद रहेंगे ताकि किसी भी अप्रिय घटना को तुरंत रोका जा सके। पुलिस ने लोगों से भी अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत पुलिस को दें।
पुलिस बरत रही विशेष सतर्कता
पिछले कुछ वर्षों में नवरात्रि जैसे त्योहारों के दौरान सांप्रदायिक तनाव की घटनाएं सामने आई हैं। इसे ध्यान में रखते हुए इस बार रतलाम पुलिस ने विशेष सतर्कता बरती है। जिले व आसपास के क्षेत्रों में सांप्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ने की कोशिशों को रोकने के लिए पुलिस बल ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। पुलिस अधीक्षक ने दुर्गा पंडालों और गरबा स्थलों पर जाकर वहां की सुरक्षा व्यवस्थाओं का जायजा लिया और आयोजकों से बातचीत की। उन्होंने आयोजकों को सीसीटीवी कैमरे लगाने, प्रवेश और निकास द्वार पर सुरक्षा की कड़ी निगरानी करने के निर्देश दिए।
गुंडे-बदमाशों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई
नवरात्रि और अन्य त्योहारों को ध्यान में रखते हुए पुलिस महानिदेशक भोपाल के निर्देशानुसार रतलाम जिले में कॉम्बिंग गश्त की गई। इस अभियान के तहत पुलिस ने विभिन्न थाना क्षेत्रों में गुंडों, बदमाशों और असामाजिक तत्वों पर नजर रखी और उन्हें गिरफ्तार किया जा रहा है। इस दौरान पुलिस ने कुल 81 से ज्यादा वारंटों की तामील कराई, जिनमें 7 स्थाई वारंट और 74 गिरफ्तारी वारंट शामिल थे। इसके अलावा, जिले के 29 जिलाबदर बदमाशों को चेक किया गया। पुलिस अधीक्षक अमित कुमार के नेतृत्व में रतलाम जिले के सभी अनुभागों में इस प्रकार की कार्रवाई जारी रहेगी।
बलवा ड्रिल का आयोजन
शहर में शांति और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस ने विशेष तैयारियों के तहत बलवा ड्रिल का भी आयोजन किया। 29 सितंबर को जिला मुख्यालय स्थित पुलिस लाइन ग्राउंड पर इस ड्रिल का आयोजन किया गया, जिसमें रतलाम और जावरा अनुभाग के पुलिसकर्मियों को ट्रेनिंग दी गई। बलवा मॉक ड्रिल के दौरान पुलिस ने दंगाइयों को नियंत्रित करने के विभिन्न तरीकों का अभ्यास किया। लाठी पार्टी, टियर गैस पार्टी, राइफल पार्टी और मेडिकल पार्टी जैसी टीमों ने मिलकर अभ्यास किया। इस दौरान पुलिसकर्मियों को सिखाया गया कि वे पथराव और हिंसक विरोध प्रदर्शनों के दौरान किस प्रकार खुद को सुरक्षित रखते हुए कानून व्यवस्था को कायम रख सकते हैं।
जनसंवाद और सुरक्षा में जनता की भागीदारी पर जोर
पुलिस अधीक्षक अमित कुमार ने इस अवसर पर जनसंवाद के माध्यम से लोगों से अपील की कि वे पुलिस का सहयोग करें और त्योहारों के दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखने में योगदान दें। उन्होंने कहा कि पुलिस और जनता के बीच बेहतर समन्वय ही शहर में शांति और सुरक्षा सुनिश्चित कर सकता है।
Ratlam News: बच्ची से दरिंदगी का मामला, सांईश्री स्कूल कांड में SIT करेगी जांच, अन्य परिजनों के बयान दर्ज
रतलाम – पब्लिक वार्ता,
न्यूज डेस्क। Ratlam News: शहर के 80 फीट रोड स्थित सांईश्री एकेडमी स्कूल में 5 वर्षीय मासूम बच्ची के साथ यौन उत्पीडन में रतलाम एसपी अमित कुमार ने SIT (स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम) गठित की है। मामले में सांईश्री स्कूल के संचालक (डायरेक्टर) राकेश देसाई, प्रिंसिपल श्वेता विंचुरकर सहित अन्य दोषी स्टॉफ के खिलाफ लापरवाही बरतने को लेकर एफआईआर (FIR) हो सकती है! 5 सदस्यीय SIT टीम की जांच सीएसपी अभिनव बारंगे को सौंपी गई है। परिजनों के आक्रोश को देखते हुए जिला प्रशासन ने स्कूल को सील कर मामले की निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया।
बता दें कि दो दिन पूर्व रतलाम के 80 फीट सड़क स्थित साईंश्री स्कूल में यूकेजी में पढ़ाई करने वाली 5 वर्षीय बच्ची के साथ यौन उत्पीडन का मुकदमा बाल अपचारी (नाबालिग) के खिलाफ औद्योगिक थाने में दर्ज हुआ था। सांई श्री स्कूल प्रबंधन के खिलाफ घटना उजागर होने के बाद लापरवाही को लेकर नाराजगी देखी जा रही थी। इसके बाद भी स्कूल प्रबंधन ने घटना की निन्दा किए बगैर रोजमर्रा की तरह सोमवार को स्कूल खोल दिया। नाराज परिजन जब प्रबंधन से घटना सहित अपने बच्चों की सुरक्षा की मांग को लेकर चर्चा करने पहुंचे, तब प्रबंधन का बर्ताव गैर जिम्मेदाराना देखने को मिला। इसके बाद परिजनों की भीड़ जमा होने लगी और उन्होंने स्कूल प्रबंधन के खिलाफ नाराजी जताते हुए 80 फीट सड़क पर बैठ प्रदर्शन शुरू कर दिया था। मौके पर हंगामा बढ़ता देख एएसपी राकेश खाखा ने आक्रोशित परिजन से चर्चा कर उन्हें शांत करने के अलावा स्कूल को अपने सामने सील करवाया था। मामले में एएसपी राकेश खाखा ने कहा स्कूल प्रबंधन के खिलाफ परिजनों और साक्ष्यों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। मामले को चिह्नित एवं सनसनीखेज प्रकरण में शामिल किया गया है, ताकि जल्द से जल्द चालान कोर्ट में प्रस्तुत किया जा सके।
यह खबर भी पढ़िए…
Ratlam News: 5 वर्षीय मासूम के साथ यौन उत्पीड़न मामला, सांईश्री एकेडमी के बाहर अभिभावकों का जमकर प्रदर्शन – PUBLIC वार्ता
CLICK HERE👇🏻
https://publicvarta.com/ratlam-news-sexual-harassment-case-with-5-year-old-innocent-parents-protest-outside-saishree-academy/
LPG Cylinder Price Hike: सिलेंडर के दामों में बढ़ोतरी: अक्टूबर की पहली तारीख को महंगाई का झटका, महंगे पड़ेंगे शादी – त्योहार!
नई दिल्ली – पब्लिक वार्ता,
न्यूज डेस्क। LPG Cylinder Price Hike: अक्टूबर महीने की शुरुआत में ही महंगाई की मार ने लोगों को झटका दिया है। ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने 19 किलोग्राम वाले कमर्शियल LPG सिलेंडर के दामों में बढ़ोतरी कर दी है। कमर्शियल गैस सिलेंडर की कीमत में 48.5 रुपये का इजाफा किया गया है, जो कि आज से लागू हो गया है।
दिल्ली में 19 किलोग्राम सिलेंडर की नई कीमत
इस बढ़ोतरी के बाद राजधानी दिल्ली में 19 किलोग्राम के कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर की कीमत 1740 रुपये हो गई है। इसके पहले 1 सितंबर को कंपनियों ने कमर्शियल सिलेंडर की कीमतों में 39 रुपये का इजाफा किया था। हालांकि, जुलाई में कंपनियों ने इन कीमतों में 30 रुपये की कटौती की थी।
त्योहारों पर बढ़ेगी महंगाई
त्योहारी सीजन के शुरू होने से पहले ही इस मूल्यवृद्धि ने व्यापारियों और उपभोक्ताओं की जेब पर अतिरिक्त भार डाल दिया है। ऐसे में यह महंगाई का नया दौर त्योहारी खरीदारी और व्यापारियों की लागत को प्रभावित कर सकता है।
घरेलू सिलेंडर की कीमतों में बदलाव नहीं
हालांकि, इस बार घरेलू उपयोग के लिए 14.2 किलोग्राम वाले LPG सिलेंडर की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया गया है।
Govinda injured: बॉलीवुड अभिनेता गोविंदा के घुटने में लगी गोली, ICU में भर्ती, हालत खतरे से बाहर
पब्लिक वार्ता,
न्यूज डेस्क। बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता गोविंदा (Actor Govinda) के साथ एक दुर्घटना हो गई, जिसमें उनके घुटने में गोली लग गई। यह घटना मंगलवार सुबह करीब 4.45 बजे हुई, जब वे अपनी लाइसेंसी रिवॉल्वर को साफ कर रहे थे। गलती से रिवॉल्वर उनके हाथ से गिर गई और गोली सीधे उनके घुटने में लग गई।
घटना के तुरंत बाद, गोविंदा को मुंबई के Criti Care अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने सफलतापूर्वक उनके पैर से गोली निकाल दी। फिलहाल उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है और उन्हें ICU में रखा गया है। अस्पताल से अब तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन गोविंदा के परिवार ने बताया है कि वे जल्द ही इस बारे में जानकारी देंगे।
गोविंदा के मैनेजर शशि सिन्हा ने बताया कि घटना के समय गोविंदा कोलकाता जाने की तैयारी कर रहे थे। उनकी पत्नी सुनीता पहले से ही कोलकाता में थीं। रिवॉल्वर साफ करते वक्त यह हादसा हुआ। उनकी बेटी इस वक्त अस्पताल में उनके साथ मौजूद है और उन्हें अगले दो दिनों तक निगरानी में रखा जाएगा।
इस घटना के समय गोविंदा की पत्नी सुनीता मुंबई में नहीं थीं, लेकिन अब उन्हें इस घटना की जानकारी दे दी गई है और वे जल्द ही मुंबई लौट रही हैं। गौरतलब है कि गोविंदा इस साल मार्च में एकनाथ शिंदे की शिवसेना में शामिल हुए थे। उनके फैन्स और बॉलीवुड से जुड़े लोग उनकी जल्द स्वस्थ होने की कामना कर रहे हैं।
Ratlam News: रतलाम पुलिस की बड़ी कार्रवाई: अवैध हथियारों के साथ चार आरोपी गिरफ्तार, 6 पिस्टल और 6 राउंड बरामद
रतलाम – पब्लिक वार्ता,
जयदीप गुर्जर। Ratlam News: अवैध हथियारों के व्यापार के खिलाफ रतलाम पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। जावरा शहर पुलिस ने 6 अवैध पिस्टल और 6 जिंदा राउंड के साथ 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक अमित कुमार के निर्देश पर की गई, जिसमें जावरा शहर थाना प्रभारी निरीक्षक जितेंद्र सिंह जादौन और उनकी टीम ने मुखबिर की सूचना पर त्वरित कदम उठाते हुए यह सफलता प्राप्त की।
घटनाक्रम
प्रदेश में बढ़ती चोरी, लूट और अवैध हथियारों के उपयोग की घटनाओं पर लगाम लगाने के उद्देश्य से पुलिस अधीक्षक अमित कुमार ने सख्त निर्देश जारी किए थे। इसी के तहत 29 सितंबर 2024 को थाना जावरा शहर के उपनिरीक्षक रघुवीर जोशी को मुखबिर से सूचना मिली कि शुगर मिल मैदान जावरा में कुछ व्यक्ति अवैध हथियारों की डील कर रहे हैं। सूचना के आधार पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मोहम्मद इदरीश (19) निवासी किलकी पुरा नागदा और मोहम्मद इलियास (20) निवासी मिर्ची बाजार नागदा को गिरफ्तार किया। इनके कब्जे से 3 पिस्टल और 4 राउंड बरामद किए गए।
आसिफ और सिकंदर को करनी थी डिलीवर
गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ के बाद पता चला कि उन्हें पिस्टल मोहम्मद आसीफ (22) निवासी हुसैन टेकरी जावरा और सिकंदर (40) निवासी सब्जी मंडी जावरा को डिलीवर करनी थी। पुलिस ने आसीफ और सिकंदर को भी गिरफ्तार कर लिया और उनके पास से 2 पिस्टल और 2 राउंड बरामद किए। इसके अलावा आसीफ से एक और पिस्टल पूर्व में बरामद हुई थी। सिकंदर पहले भी कई बार अवैध हथियार रखने और अन्य अपराधों में शामिल रहा है, उसके खिलाफ कई थानों में मामले दर्ज हैं।
जप्त सामग्री
पुलिस ने कुल 6 पिस्टल, 6 जिंदा राउंड और 1 पल्सर मोटरसाइकिल बरामद की है, जिनकी कुल कीमत लगभग ₹4.18 लाख आंकी गई है। गिरफ्तार किए गए सभी आरोपियों के खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है और आगे की जांच जारी है। पुलिस आरोपियों से अवैध हथियारों की खरीद-फरोख्त के स्रोतों के बारे में जानकारी जुटा रही है, जिससे और भी गिरफ्तारियों की संभावना है।
पुलिस की सराहनीय भूमिका
इस पूरी कार्रवाई में निरीक्षक जितेंद्र सिंह जादौन, उपनिरीक्षक रघुवीर जोशी, प्रआर जाकीर खान, मृदंग सातपुते, अजय दुबे, और आरक्षक राधेश्याम चौहान समेत पूरी पुलिस टीम की सराहनीय भूमिका रही। सायबर सेल रतलाम ने भी इस कार्रवाई में महत्वपूर्ण योगदान दिया।