Ratlam News: किसानों को एमएसपी से कम दाम पर बेचना पड़ रहा गेहूं, जानिए वजह

रतलाम- पब्लिक वार्ता,

न्यूज़ डेस्क। Ratlam News: मध्य प्रदेश के रतलाम जिले में किसानों को अपनी मेहनत की फसल गेहूं न्यूनतम समर्थन मूल्य से कम दाम पर बेचनी पड़ रही है। कृषि उपज मंडी में गेहूं की कीमतें सरकार द्वारा निर्धारित 2425 रुपये प्रति क्विंटल से नीचे जा रही हैं, जिससे किसान परेशान हैं। किसानों का कहना है कि सरकारी खरीदी केंद्रों पर अब तक गेहूं की खरीद शुरू नहीं हुई है, जिसके कारण उन्हें मजबूरी में निजी व्यापारियों को औने-पौने दाम पर फसल बेचनी पड़ रही है।  

मंडी में गेहूं की बंपर आवक बनी वजह  

रतलाम और आसपास के क्षेत्रों में गेहूं की तेजी से हार्वेस्टिंग हो रही है, जिससे कृषि उपज मंडियों में बंपर आवक देखने को मिल रही है। लेकिन सरकारी खरीदी शुरू न होने से किसानों को कम दाम पर ही फसल बेचने को मजबूर होना पड़ रहा है।  

नौगांवा गांव के किसान दीपक प्रजापत ने बताया कि पिछले एक हफ्ते में गेहूं के दाम 300 रुपये प्रति क्विंटल तक गिर गए हैं। एमएसपी 2425 रुपये प्रति क्विंटल होने के बावजूद मंडी में 2200-2400 रुपये प्रति क्विंटल तक ही दाम मिल रहे हैं। उन्होंने बताया कि खेती से जुड़े खर्चों, मजदूरी और केसीसी की किश्त चुकाने के लिए उन्हें मजबूरी में कम दाम पर गेहूं बेचना पड़ रहा है।  

सरकारी खरीद में देरी से बढ़ी किसानों की परेशानी  

किसानों का कहना है कि सरकारी खरीदी अप्रैल में शुरू होगी और भुगतान मिलने में भी समय लगेगा। ऐसे में उन्हें तुरंत नकद पैसों की जरूरत होने के कारण मंडी में गेहूं बेचना पड़ रहा है। किसान समर्थ पाटीदार का कहना है कि गेहूं की वास्तविक कीमत 3000 रुपये प्रति क्विंटल तक मिलनी चाहिए, लेकिन फिलहाल हमें एमएसपी से भी कम दाम मिल रहे हैं। सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि किसान को एमएसपी से कम दाम न मिले।  

गेहूं के दाम गिरने की बड़ी वजहें  

मंडी में गेहूं खरीदने वाले व्यापारी नरेंद्र जैन ने बताया कि इस बार मंडी में नमीयुक्त और मध्यम गुणवत्ता का गेहूं अधिक मात्रा में आ रहा है, जिससे उसके दाम 2200-2400 रुपये प्रति क्विंटल तक गिर गए हैं। हालांकि, अच्छी गुणवत्ता और सूखा गेहूं 2700-2800 रुपये प्रति क्विंटल तक बिक रहा है।  

किसानों को चाहिए समय पर सरकारी खरीद  

किसान संगठनों का कहना है कि अगर सरकार समय पर न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदारी शुरू कर दे, तो किसानों को मजबूरी में गेहूं औने-पौने दाम पर नहीं बेचना पड़ेगा। सरकार को चाहिए कि वह मंडियों में एमएसपी से कम में हो रही बिक्री पर सख्त कदम उठाए और तत्काल खरीद शुरू करे, ताकि किसानों को उनकी फसल का सही मूल्य मिल सके।  

 PM Kisan Samman Nidhi: पीएम किसान सम्मान निधि में बड़ा घोटाला: राजस्थान में 7 करोड़ की हेराफेरी, 29 हजार फर्जी खाते मिले  

पाली/ राजस्थान- पब्लिक वार्ता,

न्यूज़ डेस्क। PM Kisan Samman Nidhi: प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना में बड़ा घोटाला सामने आया है। पाली जिले की तीन तहसीलों—रानी, मारवाड़ जंक्शन और देसूरी में भौतिक सत्यापन के दौरान 29 हजार से अधिक फर्जी खाते मिले हैं। इन खातों के जरिए करीब 7 करोड़ रुपए की राशि गलत तरीके से ट्रांसफर की गई है। चौंकाने वाली बात यह है कि केंद्र सरकार द्वारा राजस्थान के किसानों के लिए भेजी गई यह रकम पश्चिम बंगाल और बिहार के खातों में चली गई।  

तीन तहसीलों में बड़ा घोटाला, 7 करोड़ की गड़बड़ी  

पाली जिला प्रशासन के निर्देश पर हुए सत्यापन में देसूरी में 20 हजार, रानी में 9 हजार 4 और मारवाड़ जंक्शन में 62 फर्जी खाते मिले। जांच में खुलासा हुआ कि  

– देसूरी तहसील में 1.51 करोड़ रुपए ट्रांसफर हुए।  

– रानी तहसील में 5.40 करोड़ रुपए फर्जी खातों में गए।  

मामले में एफआईआर दर्ज, प्रशासन सख्त  

पाली जिला कलेक्टर एलएल मंत्री ने बताया कि मारवाड़ जंक्शन, देसूरी और रानी तहसीलों के तहसीलदारों ने घोटाले की रिपोर्ट संबंधित थानों में दर्ज करवाई है। वहीं, पूरे मामले की जांच एडीएम सीलिंग अश्विन के पवार को सौंपी गई है। प्रशासन ने कहा है कि जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।  

क्या है पीएम किसान सम्मान निधि योजना  

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत केंद्र सरकार पात्र किसानों को हर साल 6 हजार रुपए की आर्थिक सहायता देती है। यह राशि तीन किस्तों में सीधे किसानों के बैंक खातों में ट्रांसफर की जाती है। लेकिन राजस्थान में इस योजना का पैसा गलत खातों में ट्रांसफर होने से यह बड़ा घोटाला उजागर हुआ है।  

जांच जारी, दोषियों पर होगी कार्रवाई  

सरकारी अधिकारियों के मुताबिक, इस मामले में आंतरिक मिलीभगत की भी आशंका है। लिहाजा, जांच के बाद दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल, प्रशासन और पुलिस मिलकर इस घोटाले की तह तक जाने की कोशिश कर रहे हैं।  

Ratlam News: विश्व डाउन सिंड्रोम दिवस: रतलाम में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित, विशेषज्ञों ने दिया महत्वपूर्ण संदेश

रतलाम- पब्लिक वार्ता,

न्यूज़ डेस्क। Ratlam News: विश्व डाउन सिंड्रोम दिवस के अवसर पर रतलाम ऑब्स्टेट्रिक एंड गायनिक सोसायटी द्वारा पोलो ग्राउंड स्थित जन चेतना परिषद द्वारा संचालित दिव्यांग विद्यालय में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में समाजसेवियों, डॉक्टरों और अभिभावकों ने भाग लिया।  

कार्यक्रम की शुरुआत में दिव्यांग बच्चों ने सोसायटी अध्यक्ष डॉ. सुनीता वाधवानी, सचिव डॉ. अदिति राठौर, डॉ. राजकुमारी पुरोहित, समाजसेवी सविता तिवारी और स्कूल अध्यक्ष एम.एल. दुबे का स्वागत किया।  

 डाउन सिंड्रोम को समझें और जागरूक बनें  

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सोसायटी अध्यक्ष डॉ. सुनीता वाधवानी ने बताया कि प्रत्येक वर्ष 21 मार्च को विश्व डाउन सिंड्रोम दिवस मनाया जाता है। यह दिवस उन बच्चों और वयस्कों को समर्पित है जो डाउन सिंड्रोम से पीड़ित हैं। उन्होंने कहा कि डाउन सिंड्रोम एक जेनेटिक विकार है, जो बच्चे के जन्म से पहले ही हो जाता है और उसके शारीरिक व मानसिक विकास को प्रभावित करता है। हालांकि, प्यार, समर्थन और सही देखभाल से ये बच्चे भी सामान्य जीवन जी सकते हैं।  

 बड़ी उम्र में विवाह से बढ़ता है जोखिम  

विशेषज्ञों ने बताया कि बड़ी उम्र में विवाह करने से बच्चों में डाउन सिंड्रोम का खतरा बढ़ सकता है। जब माता-पिता की उम्र अधिक होती है, तो उनके शिशु में इस विकार की संभावना बढ़ जाती है। इसलिए, युवाओं को इस बारे में जागरूक करने और स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित करने की आवश्यकता है।  

 समाज में समावेशी माहौल जरूरी  

डॉ. अदिति राठौर ने कहा कि हमें डाउन सिंड्रोम से पीड़ित बच्चों को प्यार, समर्थन और सम्मान देना चाहिए। हमें उनकी क्षमताओं को पहचानकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने में मदद करनी चाहिए।  

समाजसेवी सविता तिवारी ने कहा कि हर बच्चे में कोई न कोई विशेष प्रतिभा होती है, हमें इसे पहचानकर उसे विकसित करना चाहिए।  

डॉ. राजकुमारी पुरोहित ने कहा कि डाउन सिंड्रोम से पीड़ित बच्चों की प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है, इसलिए उनका संपूर्ण इलाज और देखभाल बेहद जरूरी है। उन्होंने समाज से आह्वान किया कि हम सब मिलकर एक समावेशी और सहयोगी समाज का निर्माण करें।  

 अभिभावकों की जिज्ञासाओं का समाधान  

इस अवसर पर डॉक्टरों ने उपस्थित अभिभावकों की जिज्ञासाओं का समाधान किया। साथ ही, बच्चों को मनोरंजन के साधन और उपयोगी वस्तुएं वितरित की गईं।  

 इनकी रही उपस्थिति  

कार्यक्रम में अनुराधा खाबिया, उषा तिवारी, रूपा पाल, सोनू पांचाल, कमलेश नारोलिया, रामचंद्र गोखले, ऋषिका चौहान सहित कई गणमान्य नागरिक मौजूद थे।  

कार्यक्रम का संचालन शशि सिंह ने किया और आभार डॉ. अदिति सिंह ने व्यक्त किया।  

Ratlam News: औद्योगिक क्षेत्र थाना पुलिस ने जुआ खेलते 7 आरोपियों को रंगे हाथों पकड़ा  

रतलाम- पब्लिक वार्ता,

न्यूज़ डेस्क।Ratlam News: पुलिस अधीक्षक अमित कुमार के निर्देशन एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राकेश खाखा तथा नगर पुलिस अधीक्षक सत्येंद्र घनघोरिया के मार्गदर्शन में औद्योगिक क्षेत्र थाना पुलिस ने जुआरियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए 7 आरोपियों को रंगे हाथों पकड़ा। थाना प्रभारी निरीक्षक मुनेंद्र गौतम के नेतृत्व में की गई इस कार्रवाई में ताश के पत्ते और 14,390 रुपये नकद जब्त किए गए।  

बापू नगर में हो रहा था अवैध जुआ  

20 मार्च 2025 को पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि बापू नगर, रतलाम में कुछ लोग अवैध रूप से जुआ खेल रहे हैं। इस सूचना पर औद्योगिक क्षेत्र थाना पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए घेराबंदी कर 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया। आरोपियों के खिलाफ अपराध क्रमांक 207/2025, धारा 13 जुआ अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया।  

गिरफ्तार आरोपी  

1. मोहम्मद रफीक पिता मोहम्मद हनीफ शेख (उम्र 43) निवासी बापू नगर, जावरा रोड, रतलाम  

2. सरताज खान पिता सत्तार खान (उम्र 35) निवासी सम्यक सिटी, डी-मार्ट के पास, रतलाम  

3. अनिल टांक पिता गोपाल टांक (उम्र 32) निवासी लक्ष्मणपुरा, हरिजन मोहल्ला, रतलाम  

4. अजय पाल पिता बाबूलाल पाल (उम्र 35) निवासी लक्ष्मणपुरा, रेलवे क्वार्टर, रतलाम  

5. रोसीक खान पिता सत्तार खान (उम्र 28) निवासी सम्यक गोल्ड सिटी, डी-मार्ट के पास, रतलाम  

6. नरेंद्र प्रजापत पिता मांगीलाल प्रजापत (उम्र 28) निवासी भगतपुरी, मकान नंबर 13/1, थाना माणक चौक, रतलाम  

7. सलमान पिता शाकीर शाह (उम्र 32) निवासी कुली कॉलोनी, रहमत नगर, थाना स्टेशन रोड, रतलाम  

जब्त सामान  

– ताश के पत्ते  

– नगद राशि – 14,390 रुपये  

अवैध गतिविधियों पर लगातार कार्रवाई जारी  

पुलिस अधीक्षक के निर्देशानुसार शहर में अवैध गतिविधियों, जुआ, मादक पदार्थों की बिक्री और असामाजिक तत्वों पर सख्त निगरानी रखी जा रही है। इसी क्रम में औद्योगिक क्षेत्र थाना पुलिस ने यह कार्रवाई कर जुआरियों को गिरफ्तार किया।  

पुलिस टीम की सराहनीय भूमिका  

इस कार्रवाई में थाना प्रभारी मुनेंद्र गौतम के नेतृत्व में सउनि नरेश पांडेय, आरक्षक कपिल, इमरान, महेंद्र, रवि चंदेल, अभिषेक पाठक, लंकेश पाटीदार और राणा प्रताप का अहम योगदान रहा।