कार्रवाई कब तक? : 2 घंटे तक विद्यार्थी परिषद का उग्र प्रदर्शन, मामला टाइम किड्स स्कूल में पाकिस्तानी झंडे का

कलेक्टर के नहीं आने पर जाम किया सिटी फोरलेन, 2 दिन में कार्रवाई की चेतावनी

पब्लिक वार्ता – रतलाम,
जयदीप गुर्जर। शहर के टाइम किड्स प्री स्कूल में स्वतंत्रता दिवस पर आयोजित सांस्कृति कार्यक्रम में पाकिस्तानी झंडा लहराने के मामले में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने जमकर प्रदर्शन किया। बुधवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सैकड़ों कार्यकर्ता कलेक्टोरेट ज्ञापन देने पहुंचे। ज्ञापन के दौरान कार्यकर्ता कलेक्टर राजेश बाथम को बुलाने की मांग पर अड़ गए। कलेक्टर के नहीं आने पर परिषद के कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी की और चक्काजाम करने की चेतावनी दी। जिसके काफी देर बाद कलेक्टर बाथम ज्ञापन लेने कार्यालय से बाहर आए। कलेक्टर के आते ही नाराज कार्यकर्ताओं ने कलेक्टर के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी जिससे कलेक्टर राजेश बाथम नाराज होकर वापस चले गए। कलेक्टर के जाने से आक्रोशित कार्यकर्ताओं ने कलेक्टोरेट के बाहर सिटी फोरलेन को पूरी तरह से जाम कर दिया। करीब दो घंटे तक चले विरोध के बाद अपर कलेक्टर आरएस मंडलोई और एडिशनल एसपी राकेश खाखा ज्ञापन लेने सड़क पर पहुंचे। एबीवीपी ने स्कूल की मान्यता निरस्त करने और संचालक के खिलाफ सख्त वैधानिक कार्रवाई के लिए दो दिन का अल्टीमेटम दिया है। चेतावनी दी है कि दो दिन के भीतर जिला प्रशासन ने सख्त कार्रवाई नहीं की तो जिलेभर में रतलाम कलेक्टर के विरुद्ध प्रदर्शन किया जाएगा।

कलेक्टर राजेश बाथम के सामने नारेबाजी और चक्काजाम करते ABVP कार्यकर्ता

गौरतलब है की रतलाम के रामबाग कॉलोनी स्थित टाइम किड्स प्री-स्कूल में स्वतंत्रता दिवस के मौके पर सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इस दौरान नन्हीं बच्ची के हाथों में पाकिस्तानी झंडा लहराते हुए स्कूल ने वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड किया। पब्लिक वार्ता ने मुखरता से इस मुद्दे को उठाते हुए स्कूल संचालक दीपक पंत से जब बात की तो उन्होंने इसे सामाजिक सद्भाव का प्रतीक बताकर सही ठहराते हुए वीडियो नहीं हटाया। हालांकि मामले के तूल पकड़ने के बाद अब दीपक पंत द्वारा मीडिया में जारी बयान में यह बताया जा रहा है की यह नाट्य प्रस्तुति थी जिसमें ब्रिटिश झंडा भी था। बरहाल सवाल यही है की जिन बच्चों को सामान्य प्रस्तुतियां ठीक से नहीं आती हो उन्हें इतने गंभीर विषय पर प्रस्तुति करवा कर स्कूल प्रशासन क्या दर्शाना चाह रहा था? वहीं इस प्रकार की प्रस्तुति में पाकिस्तान के भारत विभाजन का क्या औचित्य है? फिलहाल यह पूरा मामला जांच का विषय है। देखना यह है की क्या प्रशासन केवल खानापूर्ति करेग या गंभीरता से जांच! क्योंकि वीडियो सामने आने के 5 दिन बाद तक भी जिम्मेदारों ने स्कूल संचालक को नोटिस तक नहीं दिया। इससे साफ जाहिर होता है की किस प्रकार से एक उद्योगपति अपने रसूख का उपयोग कर ऐसे देशविरोधी कारनामें को अंजाम दे सकता है। और जिम्मेदार केवल तिरंगा यात्राएं निकालकर और स्वागत सत्कार करवाते हुए अपनी एक तरफा देशभक्ति जाहिर करते रहेंगे। अगर आज स्कूल संचालक दीपक पंत का समाजिक सदभाव का प्रतीक पाकिस्तानी झंडा है तो कल से हर गली में ऐसे देशविरोधी पनपे नजर आएंगे जो बच्चों के हाथों पाकिस्तानी झंडे देंगे और बाद में उसे सदभाव बताकर खुद को निर्दोष साबित कर देंगे।

जिला शिक्षा अधिकारी को थमाया नोटिस, टीम पहुंची स्कूल
स्कूल प्रबंधन ने वीडियो को इंस्टाग्राम पेज पर 15 अगस्त 2024 को शेयर किया था। पब्लिक वार्ता के माध्यम से वीडियो सामने आने के बाद 17 अगस्त 2024 को चाइल्ड लाइन को गोपनीय रूप से शिकायत भी प्राप्त हुई थी। शिकायत के आधार पर चाइल्ड लाइन ने प्रतिवेदन बनाकर बाल कल्याण समिति को भेजा। बाल कल्याण समिति ने 20 अगस्त 2024 को रतलाम जिला शिक्षा अधिकारी को नोटिस जारी कर जांच के निर्देश दिए थे। समिति सदस्य शंभू मांगरोदा और ममता चौहान के हस्ताक्षर से जारी नोटिस की प्रतिलिपि प्रदेश बाल अधिकार संरक्षण आयोग भोपाल और रतलाम कलेक्टर को भी भेजी गई।  वहीं एबीवीपी के प्रदर्शन के बाद प्रशासन एक्टिव हुआ और एक टीम को स्कूल भेजकर अपनी जांच शुरू की।