Amarnath Yatra 2025: गुर्जर समाज युवा इकाई का सेवा सूचना सहायता शिविर शुरू, यात्रियों को मिलेगा निःशुल्क मार्गदर्शन

रतलाम- पब्लिक वार्ता,

न्यूज़ डेस्क। Amarnath Yatra 2025: अमरनाथ यात्रा 2025 का शुभारंभ 3 जुलाई से होने जा रहा है, जिसे लेकर देशभर के श्रद्धालुओं में उत्साह का माहौल है। यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए गुर्जर समाज युवा इकाई द्वारा सेवा सूचना सहायता शिविर का शुभारंभ 29 जून से कर दिया गया है। यह शिविर प्रतिवर्ष की तरह इस बार भी यात्रियों को यात्रा से जुड़ी विभिन्न जानकारियां और सेवाएं निःशुल्क प्रदान करेगा।

युवा इकाई के अध्यक्ष मुरलीधर गुर्जर ने बताया कि जिन श्रद्धालुओं का ऑनलाइन पंजीयन नहीं हो पाया है, वे 2 जुलाई से जम्मू स्थित यात्री आधार शिविर में ऑफलाइन पंजीयन करवा सकते हैं। इस वर्ष अमरनाथ यात्रा कुल 52 दिनों तक चलेगी।

शिविर के माध्यम से यात्रियों को निम्नलिखित सेवाएं मिलेंगी:

  • ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन की जानकारी
  • मेडिकल सर्टिफिकेट प्रक्रिया
  • रूट, लॉजिंग और लंगर की जानकारी
  • यात्रा सुरक्षा और सावधानियां
  • कम किराए में बस/चारपहिया वाहन व्यवस्था

पंजीकरण शुल्क इस बार श्राइन बोर्ड द्वारा ₹200 से अधिक निर्धारित किया गया है। देशभर से आने वाले यात्रियों के लिए 142 से अधिक विश्रामगृह तथा 52 से अधिक स्थानों पर विशाल निःशुल्क लंगरों की व्यवस्था की गई है।

मुरलीधर गुर्जर ने यात्रियों से अपील की है कि:

  • यात्रा से पहले ऑरिजिनल आधार कार्ड, 4 पासपोर्ट साइज फोटो और मेडिकल सर्टिफिकेट अवश्य रखें।
  • बायोमेट्रिक प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए हाथों में मेहंदी न लगाएं।
  • सादा भोजन, सूखे मेवे, कम सामान और संयमित यात्रा को प्राथमिकता दें।
  • अकेला यात्री भी यात्रा कर सकता है, आवश्यक सावधानी और रजिस्ट्रेशन के साथ।

यदि यात्रा के दौरान किसी भी प्रकार की जानकारी या सहायता की आवश्यकता हो, तो यात्री सेवा सूचना सहायता शिविर के मोबाइल नंबर 8602 198968 पर संपर्क कर सकते हैं।

इस अभियान में राधेश्याम गुर्जर, भरत गुर्जर, माधव गुर्जर, जयदीप गुर्जर, सुरेश भीमा गुर्जर, दीपक गुर्जर, रूपेश गुर्जर, रघुवीर गुर्जर, इंद्र गुर्जर, मनोज गुर्जर, मुन्ना गुर्जर जैसे युवा सदस्य सक्रिय रूप से योगदान दे रहे हैं और अधिक से अधिक श्रद्धालुओं से सेवा का लाभ उठाने की अपील कर रहे हैं।

CBI जांच की मांग : गुर्जर समाज ने दिया राज्यपाल के नाम ज्ञापन, ग्वालियर में बनाया जा रहा समाज को निशाना

हिंसा की आड़ में निर्दोष गुर्जर छात्रों व युवाओं पर दर्ज हो रहे झूठे मुकदमे, प्रदेश के गुर्जर नेताओं ने साधी चुप्पी

पब्लिक वार्ता – रतलाम,
जयदीप गुर्जर। ग्वालियर में विगत दिनों हुई हिंसा के बाद गुर्जर समाज के लोगों पर प्रशासन एक के बाद एक कार्रवाई कर रहा है। इस मामले को लेकर अब रतलाम में भी गुर्जर समाज मुखर हो गया है। यहां समाज ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर प्रदेश के राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंप सीबीआई जांच की मांग की। समाज ने आरोप लगाया कि युवाओं व छात्रों को जबरन आरोपी बना कर उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है। समाज ने दावा किया है कि उनके खिलाफ षडयंत्र रचा गया है। वहीं देखने में यह भी आ रहा है कि पूरे मामले से बीजेपी व कांग्रेस दोनों ही पार्टियों के गुर्जर नेताओं ने दूरी बना ली है। चुनाव नजदीक होने से कोई भी इस विवाद में पड़ना नहीं चाहता है। यहां तक कि नामजद आरोपियों ने भी राजनीतिक शरण लेने की कोशिश की मगर नेता साथ देने के मूड में नहीं है।


गौरतलब है कि 25 सितंबर को गुर्जरों द्वारा निकाली जा रही ‘गुर्जर जागरूकता यात्रा’ के समापन के मौके पर ग्वालियर के फूलबाग मैदान में ‘गुर्जर महाकुंभ’ (Gurjar Smaaj Mahakumbh) का आयोजन किया गया था। इस महाकुंभ में शामिल होने आए लोग महाकुंभ के बाद ज्ञापन देने के लिए कलेक्ट्रेट की और रवाना हो गए। इस दौरान कलेक्ट्रेट ऑफिस के गेट को पुलिस और प्रशासन ने बंद कर रखा था। अफसरों का कहना था कि वो अपना मांगपत्र यहीं सौंप दें, लेकिन भीड़ कलेक्ट्रेट ऑफिस के अंदर जाने की जिद पर अड़ रही। इसी बीच कुछ असमाजिक तत्वों ने बेरिकेडिंग तोड़ कलेक्ट्रेट में प्रवेश कर लिया।

रतलाम कलेक्ट्रेट में ज्ञापन सौंपते समाजजन

ज्ञापन में कहा गया कि ग्वालियर कलेक्ट्रेट में तोड़फोड़ व हिंसा हुई उसी दौरान फूलबाग में कार्यक्रम था जो वहीं शांति से समाप्त हो चुका था। इसमें गुर्जर समाज से संबंधित लोगों का हाथ ना होकर परिस्थिति को देखते हुए ऐसा लगता है कि फायदा उठाकर असमाजिक तत्वों द्वारा षड्यंत्रपूर्वक यह हिंसा की गई। पुलिस व प्रशासन ने महत्वपूर्ण तथ्यों को नजरअंदाज किया। पुलिस ने शंका के आधार पर नामजद केस दर्ज करने के अलावा करीब 1 हजार से अधिक अज्ञात नाम से एफआईआर दर्ज की।
कार्रवाई में छात्रों व युवाओं पर समाज के आधार पर झूठे प्रकरण  दर्ज करने के साथ ही मानसिक प्रताड़ना दी जा रही है।
ज्ञापन में कहा गया कि उक्त कार्रवाई अनुचित व अवैधानिक है। समाज को निशाना बनाया जा रहा है। रतलाम गुर्जर समाज ने ज्ञापन सौंपकर हिंसा के षड्यंत्र की सीबीआई जांच की मांग की। इस दौरान समाज जनों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की।