रतलाम – पब्लिक वार्ता,
न्यूज डेस्क। Ratlam News: शहर के वार्ड 43 की भाजपा पार्षद प्रीति कसेरा के पति संजय कसेरा के कारनामे ने पूरी परिषद की खिल्ली उड़ा दी। दरअसल वार्ड 43 के पार्षद पति ने वार्ड 22 में पहुंचकर कचरा फेंका। जिसका किसी ने वीडियो उतारकर सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया। जो की जमकर वायरल हुई और लोगों ने खूब ट्रोल किया। वीडियो महापौर प्रहलाद पटेल तक पहुंचा जिसके बाद महापौर ने पार्षद पति के कारनामे पर सख्त रुख अपनाया। महापौर पटेल ने यह भी स्पष्ट किया कि शहर को साफ-सुथरा बनाने के लिए चाहे जनप्रतिनिधि हो या आम नागरिक, सभी पर नियमों का पालन सुनिश्चित किया जाएगा।
आपको बता दे कि शहर को स्वच्छ और साफ-सुथरा बनाए रखने के प्रयासों में नगर निगम द्वारा खुले में कचरा डालने वालों पर सख्ती बरती जा रही है। वार्ड क्रमांक 43 के पार्षद पति संजय कसेरा द्वारा वार्ड क्रमांक 22 में खुले में कचरा डालने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। इस घटना के बाद महापौर प्रहलाद पटेल के निर्देश पर कसेरा पर 250 रुपये का जुर्माना लगाया गया। महापौर की उपस्थिति में उन्हें भविष्य में इस तरह का कार्य न करने की सख्त चेतावनी दी गई।
फोटो भेजने पर 50 रुपए का इनाम
महापौर प्रहलाद पटेल ने कहा कि स्वच्छता अभियान के तहत शहर को साफ रखने के लिए निगम द्वारा सख्त कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि शहर में ऐसे लोग भी हैं जो खुले में कचरा डालकर वातावरण को दूषित करते हैं। नगर निगम ने इन लोगों पर लगाम लगाने के लिए एक हेल्पलाइन नंबर 7471144937 जारी किया है। इस नंबर पर कोई भी व्यक्ति खुले में कचरा डालने वाले का फोटो और पते के साथ जानकारी भेज सकता है। जानकारी भेजने वाले को 50 रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी, और उसकी पहचान गुप्त रखी जाएगी। जुर्माना कार्रवाई के दौरान स्वास्थ्य अधिकारी ए.पी. सिंह, झोन प्रभारी तरुण राठौड़, और आशीष चौहान मौजूद रहे।
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MP News: कचरा फेंकने वालों के फोटो लो और बदले में पाओ 50 रुपए, नगर निगम की पहल पर 5 लोग हुए कैप्चर
रतलाम – पब्लिक वार्ता,
जयदीप गुर्जर। MP News: मध्यप्रदेश की रतलाम नगर निगम ने अनोखी पहल शुरू की है। यहां खुले में कचरा फेंकने वालों के फोटो खींचकर अगर आप भेजते हो तो आपको 50 रूपए का इनाम दिया जाएगा। इसके अलावा फेंकने वाले पर स्पॉट फाइन भी किया जाएगा।
शहर को स्वच्छ और सुंदर बनाए रखने के लिए महापौर प्रहलाद पटेल ने इस अनोखी पहल को 2 अक्टूबर से शुरू किया। जिसका सकारात्मक असर अब दिखने लगा है। खुले में कचरा फेंकने वालों पर सख्ती करते हुए नगर निगम ने 5 व्यक्तियों पर जुर्माना लगाया है। यह कार्रवाई महापौर द्वारा शुरू की गई योजना के तहत की गई, जिसमें नगर के नागरिकों से अपील की गई थी कि वे ऐसे लोगों की तस्वीरें साझा करें जो कचरा फेंककर शहर को गंदा कर रहे हैं।
महात्मा गांधी जयंती यानी 2 अक्टूबर को महापौर प्रहलाद पटेल ने एक मोबाईल नंबर 7471144937 जारी किया, जिस पर शहरवासी उन लोगों की फोटो और पता भेज सकते है, जो खुले में कचरा डाल रहे है। इसके बदले में सूचना देने वालों को 50 रुपए की प्रोत्साहन राशि देने की घोषणा की गई। इस पहल के परिणामस्वरूप नगर निगम को 5 लोगों की तस्वीरें प्राप्त हुईं, जिन्होंने खुले में कचरा फेंका था। इन सभी पर 250-250 रुपए का जुर्माना लगाया गया है। इनमें शहर की एक प्रतिष्ठित नमकीन व्यवसायी पर भी जुर्माना लगाया गया है।
जिन लोगों पर जुर्माना लगाया गया है, उनमें चांदनी चौक के अनिल छाजेड़, धनजीभाई के नोहरा के संजय परमार, श्रीमालीवास के गोपाल वर्मा और सुमीत व्यास, और आरोग्य हनुमान मंदिर क्षेत्र के बालकिशन राठौड़ शामिल हैं। इन सभी ने अपने घरों या दुकानों से निकलने वाला कचरा नगर निगम के संग्रहण वाहन में डालने की बजाय खुले में फेंका था, जिससे शहर की स्वच्छता प्रभावित हो रही थी।
महापौर प्रहलाद पटेल ने इस संबंध में कहा कि शहर को स्वच्छ रखना हम सबकी जिम्मेदारी है, और इस पहल का उद्देश्य नागरिकों को जागरूक करना है। रतलाम को स्वच्छ और सुंदर बनाने के लिए इस तरह की कार्रवाई आगे भी जारी रहेंगी। महापौर ने नागरिकों से अपील की है कि वे नगर निगम के कचरा संग्रहण व्यवस्था का पालन करें और अपने शहर को स्वच्छ रखने में योगदान दें।
Ratlam News: रतलाम में आवारा सांडों का आतंक, 4 महीने में दूसरी मौत, नगर निगम पर उठे गंभीर सवाल!
रतलाम – पब्लिक वार्ता,
जयदीप गुर्जर। रतलाम में आवारा सांडों के आतंक का खौफनाक सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। बुधवार को सांड के हमले में घायल एक व्यक्ति की मौत ने नगर निगम की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। पिछले 4 महीनों में सांड के हमले से यह दूसरी मौत है, जिससे शहर में आक्रोश व्याप्त हो गया। नगर निगम अधिकारियों और महापौर के खिलाफ जमकर नारेबाजी लोगों ने की। (Ratlam News)
सांड की लड़ाई में घायल व्यक्ति की दर्दनाक मौत
दो दिन पहले, वार्ड 23 के तेजानगर ब्लॉक में रहने वाले राजेश गुगलिया (45) और उनकी मां मोहनबाई घर के बाहर बैठे थे। तभी दो सांड लड़ते हुए आए और इन दोनों पर हमला कर दिया। हमले में मां-बेटे दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए थे। जहां मोहनबाई को प्राथमिक उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई, वहीं राजेश की हालत बिगड़ती चली गई। बुधवार सुबह 6 बजे उन्होंने दम तोड़ दिया। बताया जाता है कि राजेश को अंदरूनी चोटें लगी थीं, जिससे उनकी जान चली गई।
परिजनों और स्थानीय निवासियों का फूटा गुस्सा, चक्काजाम
राजेश की मौत के बाद, गुस्साए परिजन और स्थानीय निवासियों ने संत रविदास चौक पर शव रखकर चक्काजाम कर दिया। करीब 2 घंटे तक नगर निगम के खिलाफ जमकर नारेबाजी हुई। गुस्साए लोगों की मांग थी कि दोषियों पर कार्रवाई हो और परिवार को उचित मुआवजा दिया जाए। चक्काजाम की सूचना मिलने पर निगम कमिश्नर हिमांशु भट्ट, एसडीएम अनिल भाना समेत कई अधिकारियों के मौके पर पहुंचने के बावजूद परिजनों का गुस्सा शांत नहीं हुआ। आखिरकार, रतलाम के महापौर प्रहलाद पटेल के आश्वासन पर ही चक्काजाम खत्म किया गया। उन्होंने मृतक के परिवार रेडक्रॉस और आदि की और से 2 लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने का आश्वासन दिया।
नगर निगम की लापरवाही: 4 महीने में दूसरी जान गई
यह पहली बार नहीं है कि रतलाम में सांड के हमले ने किसी की जान ली है। चार महीने पहले, टाटा नगर निवासी शांताबाई (60) की भी सांड की लड़ाई में मौत हो गई थी। बावजूद इसके, नगर निगम ने सड़कों पर घूमने वाले आवारा मवेशियों को पकड़ने की कार्रवाई को गंभीरता से नहीं लिया। कुछ दिन तक मवेशियों को पकड़ने की मुहिम चलाई गई, लेकिन जल्द ही यह कार्रवाई ठंडे बस्ते में चली गई। शहर की सड़कों पर मवेशियों की संख्या बढ़ते ही जा रही है। शहहर के अंदर अवैध रूप से पशुपालन करने वाले दूध निकालकर इन्हें सड़कों पर छोड़ देते है। जिससे बाजारों व गलियों में लोगों को इनका सामना करना पड़ता है। खासकर महिलाएं और छोटे बच्चे गाय व सांड के हमलों का ज्यादा शिकार हो रहे है।
सांठगांठ के आरोप: निगम की टीम ने नहीं लिया सबक?
स्थानीय लोगों का आरोप है कि नगर निगम के अधिकारी और पशुपालक सांठगांठ कर मवेशियों को पकड़ने में लापरवाही बरतते हैं। सूत्रों का दावा है कि मवेशियों को पकड़ने की सूचना पहले ही पशुपालकों तक पहुंचा दी जाती है, जिससे वे उन्हें गायब कर देते हैं। इसके चलते सड़कों पर आवारा मवेशी बेखौफ घूमते रहते हैं, जिससे ऐसे हादसों का सिलसिला जारी है।
कौन लेगा जिम्मेदारी?
राजेश गुगलिया की मौत ने रतलाम में नगर निगम की कार्यप्रणाली पर गंभीर प्रश्न खड़े कर दिए हैं। क्या इन मौतों का जिम्मेदार निगम है, जिसने कार्रवाई करने में कोताही बरती? आवारा मवेशियों के हमलों का शिकार हो रहे लोग कब तक इस खतरनाक स्थिति का सामना करेंगे? मामले में नगर निगम कमिश्नर ने कहा, सांड के मरने से व्यक्ति की असमय में मृत्यु हुई है, उसका सभी को दुख है। आज से नगर निगम अनाउंसमेंट शुरू करेगा। किसी का भी पशु बाहर पाया जाएगा तो उसको पकड़ा जाएगा। ऐसे पशु मालिक के खिलाफ एफआईआर की कार्रवाई भी की जाएगी।
सुविधाओं में बढ़ोतरी : आज से मिलेगा प्रतिदिन पानी, पहले चरण में शहर के इन क्षेत्रों में शुरुआत
पब्लिक वार्ता – रतलाम,
जयदीप गुर्जर। शहर में प्रतिदिन पानी देने की बात अब केवल बात नहीं रही। आज यानी शुक्रवार से शहर में प्रतिदिन पानी पहुंचाने का काम शुरू होने जा रहा है। इसके लिए शहर विधायक चेतन्य काश्यप एवं महापौर प्रहलाद पटेल लगातार प्रयासरत थे। अब चरणबद्ध तरीके से प्रतिदिन जल प्रदाय की व्यवस्था होने जा रही है।
आपको बता दे कि नगर निगम द्वारा शहर में जलप्रदाय के मुख्य स्त्रोत धोलावाड़, मोरवानी एवं ऋतुराज पम्पिंग हाउस पर करीब 4 करोड़ की लागत से हाई कैपेसिटी (अधिक क्षमता) के मोटर पंप लगाए गए है, जो पिछले एक माह से शहर में जलप्रदाय का काम कर रहे है। कस्तूरबा नगर टंकी से दो जोन के क्षेत्रों में प्रतिदिन पेयजल मिल रहा है।
शुरुआत में नगर निगम द्वारा प्रतिदिन जलप्रदाय कस्तूरबा नगर टंकी से वार्ड क्रमांक 9, 11 एवं 12 में होगा। यह प्रतिदिन पानी देने का पहला चरण होगा। इसमें वह क्षेत्र जहां पर वर्तमान में एक दिन छोड़कर जल प्रदाय हो रहा है, उन क्षेत्रों में प्रतिदिन यानी रोज जलप्रदाय होगा। उसके बाद जल्द शहर के अन्य क्षेत्रों में भी दूसरे व तीसरे चरण में यह सुविधा शुरू हो जाएगी। गौरतलब है कि शहर में 20 से 25 वर्ष पहले प्रतिदिन पेयजल मिलता था। इसके बाद एक दिन छोड़कर एक दिन पेयजल वितरण का कार्य किया जाता रहा है।
6 माह पूर्व एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में शहर विधायक काश्यप ने बताया था कि पेयजल के लिए अमृत मिशन-2 में 72 करोड़ रुपए मिले हैं, इससे जल वितरण व्यवस्था को सुदृढ़ होगी। योजना में रोज पानी देने के लिए धोलावाड़ से ही 4 एमसीएम पानी अतिरिक्त मिलना तय हुआ है। विधायक ने जल्द योजना पूरी होते ही रोज पानी मिलने की बात कही थी जो अब 6 माह में चरणबद्ध तरीके से पूरी होने जा रही है।